Andhra Pradesh: नाम को लेकर बढ़ा विवाद, बीते दिन तिरंगे के रंग में रंगा जिन्ना टॉवर

Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश में बीते कुछ दिनों से एक निर्माण के नाम को लेकर विवाद तेज़ी से बढ़ रहा था, लेकिन बीते दिन ही स्थानीय विधायक के एक्शन के चलते अब विवाद थम गया है।

Report :  Rajat Verma
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2022-02-02 04:11 GMT

आंध्र प्रदेश (फोटो-सोशल मीडिया)

 

Andhra Pradesh: बीते कुछ दिनों से आंध्र प्रदेश में एक निर्माण के नाम को लेकर विवाद तेज़ी से बढ़ रहा था, लेकिन बीते दिन ही स्थानीय विधायक के एक्शन के चलते अब विवाद थम गया है। दरअसल यह मामला आंध्र प्रदेश के गुंटूर शहर स्थित जिन्ना टावर का है। इसके विवाद का असल कारण इसका नाम है, जो कि पकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री 'जिन्ना' के नाम से मेल खाता है।

बीते कुछ दिनों से नाम को लेकर चले आ रहे विरोध के मद्देनजर मंगलवार को मामला शांत हो गया है। मंगलवार को स्थानीय सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के विधायक मोहम्मद मुस्तफा ने जिन्ना टॉवर को राष्ट्रीय ध्वज यानी तिरंगे के रंग में रंगवा दिया है। साथ ही टॉवर के नजदीक झण्डा रोहण हेतु एक पोल का निर्माण भी किया गया है।

तिरंगा फहराने की कोशिश

बीती 26 जनवरी को मामले ने बड़ा तूल पकड़ा था जब हिन्दू वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने जिन्ना टॉवर पर ईष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने की कोशिश की थी। अब यह जिन्ना टॉवर आकर्षण का केंद्र बन गया है जिसके चलते बीच चौराहे पर इसकी भव्यता देखते ही बनती है।

इस बारे में मीडिया से मुखातिब होते हुए विधायक मोहम्मद मुस्तफा ने कहा कि-"कई संगठनों और लोगों की बात सुनते हुए हमने टॉवर को तिरंगे में रंगने का निर्णय लिया है तथा साथ ही राष्ट्रीय ध्वजारोहण के लिए हमने टॉवर के नजदीक एक पोल का भी निर्माण किया है। देश को आज़ादी दिलाने में सभी धर्मों के लोगों ने बराबर का योगदान दिया है। देश की आज़ादी के बाद कुछ मुसलमान भारत छोड़ पाकिस्तान में जाकर बस गए लेकिन हमने एक भारतीय के तौर पर अपने देश और अपनी मातृभूमि को कभी भी नहीं छोड़ा और ना ही छोड़ेंगे।"

टॉवर को तिरंगे का रंग देने के कार्यों की समाप्ति के बाद विधायक मोहम्मद मुस्तफा ने स्वयं जाकर टॉवर पर किए गए कामों का जायजा लिया, इस दौरान उनके उनके साथ गुंटूर नगर निगम की मेयर कावती मनोहर नायडू भी मौजूद रहे।

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