Andhra Pradesh Politics: जगनमोहन का साथ छोड़कर चंद्रबाबू की रणनीति बनाएंगे प्रशांत किशोर! तीन घंटे बातचीत

Andhra Pradesh Politics: चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शनिवार को तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की। दोनों नेताओं की यह महत्वपूर्ण बैठक करीब तीन घंटे चली।

Report :  Anshuman Tiwari
Update:2023-12-24 13:06 IST

 प्रशांत किशोर पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (सोशल मीडिया)

Andhra Pradesh Politics: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर क्षेत्रीय दलों ने भी अपने सियासी समीकरण दुरुस्त बनाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। आंध्र प्रदेश में भी एक घटनाक्रम को लेकर सियासी हलचलें तेज हो गई हैं। दरअसल चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शनिवार को तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की। दोनों नेताओं की यह महत्वपूर्ण बैठक करीब तीन घंटे चली।

प्रशांत किशोर की नायडू से हुई इस मुलाकात को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान पीके ने नायडू के धुर विरोधी माने जाने वाले जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति बनाई थी। इस चुनाव में जगनमोहन की पार्टी ने प्रचंड बहुमत हासिल करते हुए नायडू को करारा झटका दिया था।

2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी पीके ने जगनमोहन रेड्डी के लिए काम किया था। ऐसे में नायडू और प्रशांत किशोर की मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि अगले लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान पीके नायडू की पार्टी के लिए चुनावी रणनीति बनाने का काम कर सकते हैं।

चंद्रबाबू नायडू के साथ लंबा मंथन

टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव नारा लोकेश के साथ प्रशांत किशोर चार्टर्ड फ्लाइट से विजयवाड़ा पहुंचे। यहां से दोनों नेता तड़प के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के आवास पर पहुंचे। प्रशांत किशोर और नायडू के बीच करीब तीन घंटे लंबी बातचीत हुई ह> जानकार सूत्रों का कहना है कि दोनों के बीच लोकसभा और विधानसभा चुनाव की रणनीति पर महत्वपूर्ण मंथन हुआ है। सूत्रों का कहना है कि आने वाले चुनाव में प्रशांत किशोर टीडीपी के मुख्य चुनावी रणनीतिकार के रूप में काम करेंगे।

एक और बैठक के बाद फाइनल होगी डील

हालांकि इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। शो टाइम कंसल्टेंसी के डायरेक्टर शांतनु सिंह और रॉबिन शर्मा भी प्रशांत किशोर के साथ टीडीपी के लिए काम करेंगे। ये दोनों टीडीपी के लिए पहले से ही काम कर रहे हैं। इसलिए माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर की ओर से बनाई जाने वाली रणनीति को लागू करने की जिम्मेदारी इन्हीं दोनों पर होगी। टीडीपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ प्रशांत किशोर की एक और बैठक प्रस्तावित है जिसके बाद डील को फाइनल किए जाने की संभावना जताई जा रही है।

पहले किया था जगनमोहन रेड्डी के लिए काम

प्रशांत किशोर की इस मुलाकात को सियासी नजरिए से इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस के लिए काम किया था। 2019 के विधानसभा चुनाव में भी जगनमोहन रेड्डी को प्रचंड दिलाने में प्रशांत किशोर की महत्वपूर्ण भूमिका मानी गई थी।प्रशांत किशोर से जुड़े हुए कुछ लोग अभी भी जगनमोहन रेड्डी की पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। ऐसे में टीडीपी मुखिया के साथ प्रशांत किशोर की मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि वे जल्द ही पाला बदलने वाले हैं।

वाईएसआर कांग्रेस ने कसा तंज

चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की नायडू से मुलाकात को लेकर वाईएसआर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के सिंचाई मंत्री ए रामबाबू ने तंज कसा है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि जब (निर्माण) सामग्री ही खराब हो तो राजमिस्त्री क्या कर सकता है? इसी तरह उद्योग मंत्री जी. अमरनाथ ने कहा कि टीडीपी एक ऐसे व्यक्ति को घर ले आई, जिसके खिलाफ उन्होंने गंभीर आरोप लगाए थे।

आवास मंत्री योगी रमेश ने भी नायडू पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पवन कल्याण के अलावा किशोर को भी लाए, लेकिन वे दोनों उनके लिए कुछ हासिल नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव में राज्य की जनता चंद्रबाबू नायडू को ठुकरा चुकी है और आने वाले चुनाव में भी उन्हें राज्य में कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। राज्य की जनता उन्हें फिर झटका देने के लिए तैयार है।

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