कूच बिहार Violence: कैसे भड़की बूथ पर हिंसा, CISF ने बताई पूरी कहानी
चुनाव आयोग ने जिस पोलिंग बूथ पर हिंसा हुई है, वहां पर वोटिंग स्थगित करने का आदेश दे दिया है।
कूच बिहार: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के दौरान कूच बिहार के सितालकुची में हिंसा भड़क गई। यहां पर सीआईएसएफ ने अपने ऊपर हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलियां चलाईं, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई है। इस घटना पर सख्त चुनाव आयोग ने जिस पोलिंग बूथ पर हिंसा हुई है, वहां पर वोटिंग स्थगित करने का आदेश दे दिया है। साथ ही इस घटना पर आज शाम 5 बजे तक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
बंगाल ADGP ने बताई हिंसा की कहानी
कूच बिहार के सितालकुची में हुई हिंसा पर बंगाल के ADGP जगमोहन ने बताया कि ग्रामीणों के हमले के बाद केंद्रीय बल के जवानों ने फायरिंग की थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई है। हालांकि टीएमसी नेताओं का दावा है कि घटना में ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
ADGP ने बताया कि एक युवक वोट करने के लिए आया था, मौके पर अज्ञात कारणों की वजह से युवक की मौत हो गई। जिसके बाद गश्त करने गए सीआईएसएफ जवानों को गांववालों ने घेर लिया। ग्रामीणों के हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए जवानों ने फायरिंग कर दी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक, सितालकुची में पुल पर एक 18 वर्षीय युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी, जिसके बाद मौके पर पहुंचे केंद्रीय बल के जवानों को नाराज भीड़ ने घेर लिया और उन पर अटैक कर दिया। जिसके बाद जवानों ने हवाई फायरिंग करने की बजाय लोगों पर गोली चला दी। हालांकि अब तक पुलिस ने 18 वर्षीय युवक की मौत की पुष्टि नहीं की है। लेकिन जवानों की ओर से की गई गोलीबारी में चार लोगों की मौत की पुष्टि की गई है।
CISF ने जारी किया ये बयान
वहीं, इस घटना पर CISF की ओर से बयान जारी करते हुए बताया गया है कि बूथ नंबर 126 के पास सीआईएसएफ की टीम पर उपद्रवियों द्वारा हमला कर दिया गया। इस दौरान हाथापाई में एक बच्चा नीचे गिर गया और उपद्रवियों ने QRT के वाहन को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया। साथ ही क्यूआरटी कर्मियों पर हमला किया। इस पर क्यूआरटी ने आत्मरक्षा में छह राउंड हवाई फायर किए।
बयान में आगे बताया गया है कि इस घटना के एक घंटे बाद बूथ नंबर 186 में करीब 150 लोगों का एक और ग्रुप घुस गया और ड्यूटी पर तैनात मतदान कर्मचारियों को रोकना शुरू कर दिया। साथ ही बूथ पर तैनात होमगार्ड और आशा कार्यकर्ता की पिटाई कर दी। जिसके बाद CISF ने उपद्रवियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने अन्य पोलिंग स्टाफ की पिटाई कर दी। साथ ही सीआईएसएफ जवानों के हथियार भी छीनने की कोशिश की।
उपद्रव के बाद जवानों ने की फायरिंग
उपद्रवियों द्वारा किए गए हिंसा के बाद CISF कर्मियों ने हवा में दो राउंस फायरिंग की। लेकिन भीड़ ने कोई ध्यान नहीं दिया। कुछ देर बाद बल के और लोग आ गए और आत्मरक्षा में उपद्रवियों पर सात राउंड फायरिंग की। जिसमें कुछ लोग घायल हो गए, जिन्होंने बाद में दम तोड़ दिया।