बिहार विधानसभा चुनाव: बिखर गई बहुतों की रिश्तेदारी, जानिए कौन हैं वो नेता
लालू-राबड़ी के समधी चंद्रिका राय अपनी परंपरागत सीट सारण जिले के परसा विधानसभा सीट से चुनाव हार गये हैं। उन्हें राजद के छोटे लाल राय ने पराजित किया।
लखनऊ: बिहार विधानसभा चुनाव में रिश्तों का भी अनोखा संगम दिखा है। नेताओं ने इस बार बेटा-बेटी, बीवी, भाई, दामाद और समधी को भी टिकट दिलाने में ख़ूब हाथ साफ़ किया था। कहीं-कहीं तो मां-बेटा भी उम्मीदवार रहे। भाजपा को छोड़ लगभग सभी प्रमुख पार्टियों ने भी इसमें दरियादिली दिखाई। जो किसी न किसी कारणवश चुनाव लड़ने के अयोग्य घोषित कर दिए गए थे, उन्होंने अपने रिश्तेदारों को मैदान में उतार दिया था।
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लालू-राबड़ी के समधी चंद्रिका राय हारे
लालू-राबड़ी के समधी चंद्रिका राय अपनी परंपरागत सीट सारण जिले के परसा विधानसभा सीट से चुनाव हार गये हैं। उन्हें राजद के छोटे लाल राय ने पराजित किया।
जीतन की समधिन जीतीं
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की समधिन ज्योति देवी गया जिले के बाराचट्टी विधानसभा सीट से चुनाव जीत गई हैं।
लालू के बेटे जीते
चुनाव मैदान में लालू-राबड़ी के दोनों बेटे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव भी थे। दोनों ही चुनाव जीत गए हैं। तेजस्वी यादव वैशाली जिले के राघोपुर से और समस्तीपुर जिले के हसनपूर सीट से तेज प्रताप यादव अपने निकटतम प्रतिद्वंदियों से जीते हैं।
शरद यादव की बेटी हारीं
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव मधेपुरा जिले की बिहारीगंज सीट से हार गई हैं। उन्हें जदयू के निरंजन कुमार मेहता ने परास्त किया।
आनंद मोहन का बेटा जीता, पत्नी हारीं
पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद शिवहर विधानसभा सीट पर जीत गए लेकिन उनकी माता पूर्व सांसद लवली आनंद सहरसा विधानसभा सीट से चुनाव हार गई हैं।
महेंद्र नारायण के दामाद हारे
जदयू के वरिष्ठ नेता और सरकार में मंत्री महेंद्र नारायण यादव खुद तो मधेपुरा जिले की आलमनगर सीट से चुनाव जीत गए लेकिन उनके दामाद निखिल मंडल मधेपुरा विधानसभा सीट से हार गए।
दिग्विजय सिंह की बेटी जीती
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व दिग्विजय सिंह की बेटी व अंतरराष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह जमुई विधानसभा सीट से जीत गयीं।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हारे
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह रामगढ़ विधानसभा सीट से बसपा प्रत्याशी अंबिका प्रसाद यादव से पराजित हो गये।
अब्दुल गफूर का पोता हारा
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल गफूर के पोते आसिफ भी चुनाव मैदान में थे। आसिफ बिहार कांग्रेस के महासचिव भी हैं और अबकी कांग्रेस के टिकट से गोपालगंज सीट से चुनाव लड़े। लेकिन वो चुनाव हार गए। गफूर 36460 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल के पोते निखिल मंडल, हारे
51 दिन बिहार के सीएम रहे बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल के पोते निखिल मंडल मधेपुरा सीट पर जदयू के प्रत्याशी थे। वो चुनाव हार गए। यहाँ राजद के चंद्रशेखर 79839 वोटों के साथ जीते।
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जग्गनाथ मिश्रा के बेटे नीतीश मिश्रा जीते
बिहार के पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा के पुत्र नीतीश मिश्रा भाजपा के टिकट पर झंझारपुर विधानसभा सीट से मैदान में थे और वे चुनाव जीत गए। नीतीश मिश्रा 94854 वोट लेकर पहले स्थान पर रहे।
रिपोर्ट- नीलमणि लाल
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