Bihar: ललन सिंह ने नीतीश कुमार को बताया PM मैटिरियल, बोले- उनमें प्रधानमंत्री के सभी गुण मौजूद
बिहार की राजधानी पटना (Patna) में रविवार को जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई। आरसीपी सिंह (RCP Singh) के प्रस्ताव पर राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह (Lalan Singh) को जनता दल यूनाइटेड (Janata Dal United) का विधिवत रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया है।
पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) में रविवार को जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई। आरसीपी सिंह (RCP Singh) के प्रस्ताव पर राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह (Lalan Singh) को जनता दल यूनाइटेड (Janata Dal United) का विधिवत रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया है। इस प्रस्ताव पर आज पटना में हुई राष्ट्रीय परिषद की बैठक में मुहर लग गई। इसके बाद बैठक में आरसीपी सिंह के योगदान की प्रशंसा की गई।
आज हुई पार्टी बैठक में कहा गया है कि अगर जेडीयू (JDU) का आगामी पांच राज्यों में किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं होता है तो पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। साथ ही अब ललन सिंह संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष को मनोनीत कर सकेंगे। वहीं आज पार्टी बैठक में ललन सिंह ने जातिगत जनगणना की वकालत की। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने सबसे पहले जातिगत जनगणना की बात नीतीश जी से कही थी और सबसे पहले उन्होंने ही ये मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना सवर्ण के खिलाफ नहीं है।
ललन सिंह ने की सीएम नीतीश की तारीफ
आज राष्ट्रीय परिषद की बैठक में केसी त्यागी ने कहा कि हम जनसंख्या नियंत्रण के सबसे बड़े समर्थक हैं, लेकिन सिर्फ कानून बनाने से कुछ नहीं होगा। ललन सिंह ने कहा कि बिहार सरकार अपने स्तर से काम कर रही है। बिहार में प्रजनन दर घटी है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जबरदस्ती से जनसंख्या नियंत्रण नहीं किया जा सकता है। आगे उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार प्रधान मंत्री पद के दावेदार नहीं हैं। हम NDA में है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं, लेकिन नीतीश कुमार में वो तमाम गुण हैं जो एक प्रधानमंत्री में होते हैं।
नीतीश ने की बात खारिज
हालांकि जेडीयू की तरफ से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को प्रधानमंत्री मैटिरियल कहने वाले मामले को नीतीश कुमार ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है और मैं अपना काम करता हूं। इसी दौरान उनके सामने समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। लोग जोर जोर से नारे लगाने लगे कि देश का पीएम कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो। इसके बाद नीतीश कुमार ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद नीतीश वहां से निकल गए।