Bihar Politics: आखिर कौन था वह माफिया, जिसने बिहार के सीएम नितीश कुमार को चांदी के सिक्कों से तौला

Bihar Politics: बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी एक बार एक बाहुबली नेता चांदी के सिक्कों से तौलवा दिया था जिसकी चर्चा आज भी होती रहती है।

Report :  Jugul Kishor
Update:2023-01-21 14:37 IST
सीएम नीतीश कुमार और अनंत सिंह (Pic: Social Media)

Bihar Politics: देश में नेता एक दूसरे को बड़े-बड़े गिफ्ट देते हैं, जिनकी समय पर चर्चा और आलोचना भी होती है। बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी एक बार एक बाहुबली नेता ने ऐसा गिफ्ट दिया था, जिसकी चर्चा आज भी होती रहती है। सीएम नीतीश कुमार एक बार जनता को संबोधित कर रहे थे। उसी जनसभा के दौरान बिहार के बाहुबली विधायक और नेता अनंत कुमार सिंह ने नीतीश को चांदी के सिक्कों से तौलवा दिया था। इस पूरी घटना का कई लोगों ने वीडियो भी बनाया था, जो बाद में खूब वायरल हुआ था।

जानें आखिर क्या हुआ था उस दिन

2004 लोकसभा चुनाव के दौरान वर्तमान सीएम बिहार के बाढ़ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मोकामा बाहुबली अनंत सिंह का गढ़ था। इसलिए चुनाव जीतने के लिए नीतीश कुमार को अनंत सिंह के साथ की जरुर थी। नीतीश कुमार के दाहिने हाथ कहे जाने वाले राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने अनंत से मुलाकात करवाई। जिसके बाद अनंत सिंह और नीतीश कुमार के बीच नजदीकियां बढ़ती चली गईं और अनंत सिंह जेडीयू में शामिल हो गये। नीतीश कुमार बाढ़ लोकसभा से चुनाव लड़ रहे थे और जनता के बीच जा रहे थे। नीतीश कुमार का अनंत सिंह साथ दे रहे थे। उसी लोकसभा के दौरान अनंत सिंह ने ऐसा कारनामा कर दिया जिसकी नीतीश कुमार को उम्मीद नहीं थी। इसी रैली के दौरान नीतीश कुमार को अनंत सिंह ने चांदी के सिक्कों से तौलवा दिया। जिसकी बाद में विपक्ष ने नीतीश कुमार पर काफी आलोचना की थी, लेकिन नीतीश कुमार चुनाव जीत गये थे।

लोकसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार व अनंत सिंह में बढ़ी थी नजदीकी

चुनाव जीतने के बाद नीतीश कुमार और अनंत सिंह दोस्ती और ज्यादा बढ़ गयी। नीतीश कुमार अनंत सिंह पर विश्वास करने लग गये। अनंत सिंह की संपत्ति और तेजी के साथ बढ़ती गयी। हालांकि 17 जून 2015 में बाढ़ थानाक्षेत्र में चार युवकों के अपहरण और हत्या के केस में अनंत सिंह पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जिसमें से एक युवक पुटुस यादव का शव अनंत सिंह के गांव लदावां से बरामद किया गया था। उसके बाद पुलिस ने अनंत सिंह के घर छापेमारी कर उन्हें अपने घर से गिरफ्तार किया था। फिर अनंत सिंह के  कारनामे एक-एक कर लोगों के बीच आने लगे। उन पर रेप और पत्रकार की पिटाई के आरोप भी लगे।

2015 में टिकट न मिलने से अनंत लड़े थे निर्दलीय चुनाव   

साल 2015 में जेडीयू ने उन्हें टिकट नहीं दिया, तो वो बागी हो गए। बाद में मोकामा से ही निर्दलीय विधायक बने। विभिन्न मामलों में जेल में रहने के कारण अनंत सिंह चुनाव जीतने के बाद भी विधायक पद की शपथ नहीं ले सके। बाद में अनंत ने विधानसभा में शपथ ग्रहण करने के लिए हाईकोर्ट से गुहार लगाई। उसके बाद हाईकोर्ट का आदेश मिलने के बाद उन्हें शपथ दिलाई गई। अनंत सिंह इस समय जेल में  बंद हैं।  

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