Chirag Paswan vs Pashupati Kumar Paras: भतीजे पर भड़के चाचा, बोलें- किस हैसियत से लिया MPs को निकालने का फैसला

Chirag Paswan vs Pashupati Kumar Paras: पशुपति ने कहा है कि चिराग ने सांसदों को पार्टी से बाहर करने का फैसला किस हैसियत से लिया है?"

Newstrack :  Network
Published By :  Chitra Singh
Update:2021-06-16 08:21 IST

chirag-paswan-pashupati-kumar-paras

Chirag Paswan vs Pashupati Kumar Paras: लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की तैयारी कर रहे पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) को पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने निलंबित कर दिया है, जिसके बाद चिराग पासवान और पशुपति पारस (Chirag Paswan vs Pashupati Kumar Paras) एक-दूसरे के खिलाफ आ खड़े हुए हैं।

पार्टी के मुताबिक, बीते मंगलवार लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी, जिसमें पार्टी के 5 सांसदों को पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने के लिए सर्वसम्मत से निष्कासित कर दिया गया। जिन लोगों को पार्टी से निष्कासित किया गया है उनमें पशुपति कुमार पारस सहित लोजपा के 5 सांसद शामिल है।

चिराग आज करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस

जानकारी के मुताबिक, इस मामले को लेकर चिराग पासवान (Chirag Paswan) बुधवार को यानी आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। वहीं चिराग ने ट्विटर पर एक पत्र साझा किया है। इस पत्र को साझा करते हुए चिराग ने कहा है, "पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा।पार्टी माँ के समान है और माँ के साथ धोखा नहीं करना चाहिए।लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है। पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूँ। एक पुराना पत्र साझा करता हूँ।"

पशुपति कुमार पारस का बयान

उधर, चाच पशुपति कुमार पारस के समर्थित नेताओं ने चिराग को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटाते हुए कहा कि चिराग एक साथ 3-3 पद का काम संभाल रहे थे। वहीं पशुपति कुमार पारस ने कहा है, "यह फैसला हमने विधिवत कार्रवाई करके लिया है। चिराग पासवान को जो कर रहे है, वो एक हंसी ठिठोरी कर रहे है। उन्होंने 5 सांसदों को पार्टी से बाहर करने का फैसला कि, हैसियत से लिया है?" उन्होंने आगे कहा, "कार्यसमिति के बैठक में यह तय किया गया था कि हम पार्टी के संविधानों का पालन करेंगे। पार्टी संविधान के मुताबिक, एक व्यक्ति एक पद का प्रावधान है, जबकि चिराग पासवान 3-3 पद पर कार्यरत है। हम पार्टी संविधान के हिसाब से काम कर रहे है।"

चिराग पासवान से बहुत बड़ी गलती की- महबूब अली कैसर

इस फैसले को लेकर सांसद महबूब अली कैसर ने कहा, "चिराग पासवान से बहुत बड़ी गलती कर दी है। उनके पास अनुभव की कमी है, इसलिए हमने पशुपति पारस का समर्थन किया है। चिराग ने बिहार की राजनीति का नब्ज नहीं पकड़ा है और यही उनकी भूल है। इसका खामियाजा चिराग और उनके पूरे पार्टी को भुगतना पड़ेगा।"

Tags:    

Similar News