बाढ़ से तबाही: उफनाई नदियां ढा रहीं कहर, कई तटबंध क्षतिग्रस्त
बिहार में ताजा जानकारी के अनुसार प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। टीमें प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने में युद्धस्तर पर जुटी हुई हैं।
पटनाः बिहार में ताजा जानकारी के अनुसार प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। टीमें प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने में युद्धस्तर पर जुटी हुई हैं। इसके अलावा कोरोना की स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। बाढ़ अनुश्रवण सेल ने बताया कि कोशी नदी के वीरपुर बराज पर आज दिन के 2 बजे 1,18,240 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है। गंडक नदी में 1,36,700 क्यूसेक और सोन नदी में 1,02,098 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है।
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गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि
गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। बक्सर में 12 सेंटीमीटर, दीघा में 25 सेंटीमीटर और गाँधी घाट में 17 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। गंगा नदी खतरे के निशान से गांधी घाट में 26 सेंटीमीटर और हाथीदह में 23 सेंटीमीटर ऊपर है, जबकि कहलगांव में 35 सेंटीमीटर ऊपर है। बागमती नदी कटौंझा में खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर, बेनीबाद में 59 सेंटीमीटर और हायाघाट में 1.04 सेंटीमीटर ऊपर है।
बूढी गंडक का जलस्तर सिकन्दरपुर (मुजफ्फरपुर) में खतरे के निशान से नीचे है, जबकि समस्तीपुर में 42 सेंटीमीटर, रोसरा में 1.46 मीटर और खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर प्रवाहित हो रही है। घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में 48 सेंटीमीटर और गंगपुर सिसवन में 49 सेंटीमीटर खतरे के निशान से उपर है। सारण तटबंध सारण, भैसही पुरैना छरकी, बंधौली शीतलपुर फैजुल्लाहपुर जमींदारी बाँध एवं बैकुंठपुर रिटायर्ड लाईन तथा चंपारण तटबंध क्षतिग्रस्त हुआ है। सतत निगरानी एवं चौकसी बरती जा रही है।
आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे
अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू ने बताया है कि बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जहाँ आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। समस्तीपुर में 5 और खगड़िया में 1 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। इन सभी 6 राहत शिविरों में कुल 5,186 लोग आवासित हैं। 269 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 2,09,728 लोग भोजन कर रहे हैं।
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सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव का कार्य कर रही हैं और अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बोट्स के माध्यम से करीब 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है। गंगा नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि को देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रतिनियुक्त कर दी गयी है।
कोरोना संक्रमण को लेकर लगातार उच्चस्तरीय समीक्षा
सचिव, सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर लगातार उच्चस्तरीय समीक्षा हो रही है और कल भी मुख्यमंत्री द्वारा सभी क्षेत्रीय एवं विभागीय पदाधिकारियों के साथ कोविड-19 की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की गयी थी। समीक्षा के क्रम में तकरीबन सभी जगहों से स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में होने का फीडबैक प्राप्त हुआ है। पॉजिटिविटी रेट में कमी आ रही है। स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कुछ जगहों से मिल रही शिकायतों को दूर कर दिया गया है।
क्वालिटी ऑफ ट्रीटमेंट को और अधिक बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है। अब प्रतिदिन 1 लाख से अधिक सैम्पल्स की जांच की जा रही है। बिहार का रिकवरी रेट आज की तिथि में 79.54 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत 74.69 प्रतिषत से लगभग 5 प्रतिशत अधिक है। रिकवरी रेट में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है।
यह संवाद वीडियो कॉंन्फ्रेसिंग के माध्यम से हुआ। सचिव सूचना एवं जन सम्पर्क अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार, अपर सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग रामचंद्र डू एवं जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी।
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