फिर लालू के नाम पर राजद की सियासत, पार्टी के पोस्टरों पर वापसी, आज देंगे कार्यकर्ताओं को संदेश
RJD Foundation Day : राजद की ओर से आज मनाए जाने वाले 25वें स्थापना दिवस कार्यक्रमों की बड़ी रूपरेखा तैयार की गई है। राजधानी पटना के अलावा बिहार के विभिन्न जिलों में इस अवसर पर तमाम कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
RJD Foundation Day : बिहार की सियासत (Bihar Politics) में एक बार फिर लालू फैक्टर का असर दिखाई देने लगा है। राजद के स्थापना दिवस (RJD Ka Sthapna Diwas) से पहले लगाए गए बैनरों और होर्डिंग में एक बार फिर राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) छाए हुए हैं। राजद के बैनरों और पोस्टरों (RJD Posters) पर लालू के साथ बेटे तेजस्वी और राबड़ी देवी (Rabri Devi) की तस्वीरें भी हैं। इसे राजद की रणनीति में बड़ा बदलाव माना जा रहा है क्योंकि पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में राजद के बैनरों और पोस्टरों से लालू पूरी तरह गायब थे।
सियासी जानकारों का कहना है कि उस समय खुद को बेदाग देवी छवि का साबित करने के लिए तेजस्वी ने ही पार्टी के बैनरों और पोस्टरों से लालू की तस्वीर हटवा दी थी। उन्हें इस बात का डर सता रहा था कि उस समय चारा घोटाले में बंद लालू की तस्वीरों से उनकी चुनावी संभावनाओं पर उल्टा असर पड़ सकता है। वैसे अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं क्योंकि अब लालू जेल से बाहर आकर दिल्ली में स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं।
बड़े स्तर पर मनेगा स्थापना दिवस
राजद की ओर से आज मनाए जाने वाले 25वें स्थापना दिवस कार्यक्रमों की बड़ी रूपरेखा तैयार की गई है। राजधानी पटना के अलावा बिहार के विभिन्न जिलों में इस अवसर पर तमाम कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। स्थापना दिवस कार्यक्रमों से पहले लोजपा संस्थापक रामविलास पासवान की जयंती भी मनाई जाएगी।
स्थापना दिवस कार्यक्रमों से पहले राजधानी पटना और बिहार के विभिन्न जिलों में राजद की ओर से लगाए गए बैनरों और पोस्टरों पर लालू की बड़ी-बड़ी तस्वीरें देखकर कई लोगों को अचरज भी हुआ क्योंकि विधानसभा चुनावों के दौरान लालू की तस्वीरें पूरी तरह गायब थीं।
सियासी नुकसान की आशंका से हटी थी तस्वीर
इस बाबत जदयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने पूरी साफगोई के साथ कहा कि विधानसभा चुनावों के दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव ने लालू और राबड़ी राज के दौरान की गई गलतियों के लिए माफी मांगी थी। तेजस्वी को लगता था कि पोस्टरों और बैनरों पर लालू और राबड़ी की तस्वीरों से चुनाव के दौरान वोटों का नुकसान हो सकता है। राजद को सियासी नुकसान से बचाने के लिए उन्होंने इन तस्वीरों को हटवा दिया था।
अब एक बार फिर पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के अभियान में जुटी हुई है और यही कारण है कि लालू की तस्वीरें फिर बैनरों और पोस्टरों पर आ गई हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी पार्टी कार्यकर्ता लालू के नाम पर खिंचे चले आते हैं। झा ने कहा कि लालू यादव पार्टी के मुखिया हैं और उनकी तस्वीरें लगाने में गलत क्या है।
ओछी राजनीति करने का राजद का आरोप
जदयू के एक और प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इस बाबत उठाए जा रहे सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हर किसी को पता है कि लालू बिहार के लोगों के दिलों में बसते हैं। पोस्टरों और बैनरों की बात तो छोड़िए, उनकी तस्वीर तो लोगों के दिलों में जगह बना चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा और जदयू के लोग बहुत ही ओछी राजनीति करते हैं। इसीलिए लालू की तस्वीरों को लेकर बेवजह विवाद खड़ा किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।
वर्चुअल ढंग से होगा लालू का संबोधन
राजद के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में आज पार्टी के मुखिया लालू प्रसाद यादव भी शिरकत करेंगे। वे वर्चुअल तरीके से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। पार्टी कार्यकर्ताओं को लालू का संबोधन काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि लालू काफी दिनों बाद पार्टी कार्यकर्ताओं से रूबरू होंगे। बीच में एक बार उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने की कोशिश जरूर की थी मगर स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण उनका संबोधन करीब डेढ़ मिनट ही चल सका था।
माना जा रहा है कि अपने संबोधन के दौरान लालू बिहार की मौजूदा सियासत को लेकर अपना नजरिया रखेंगे। राजधानी पटना में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी हिस्सा लेंगे।
पासवान की जयंती भी मनाएगी पार्टी
तेजस्वी यादव का कहना है कि लालू यादव गरीबों, पीड़ितों और वंचितों की आवाज हैं और हर कोई उनके विचार सुनना चाहता है। वे स्थापना दिवस कार्यक्रम पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बड़ा संदेश देंगे।
मजे की बात यह है कि स्थापना दिवस कार्यक्रम से पहले लोजपा संस्थापक रामविलास पासवान की जयंती भी मनाई जाएगी। इसे दलित वोट बैंक में सेंध लगाने का राजद का प्रयास माना जा रहा है। इसके साथ ही तेजस्वी लोजपा में अलग-थलग पड़ चुके चिराग पासवान पर डोरे डालने की कोशिश भी कर रहे हैं।
लालू फैक्टर का नहीं पड़ेगा असर
दूसरी और भाजपा सांसद और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी का कहना है कि बिहार में अब लालू फैक्टर का कोई असर नहीं दिखने वाला। उन्होंने कहा कि लालू यादव जेल में रहे या जमानत पर जेल से बाहर रहे, राजद के पोस्टरों पर रहें या ना रहें, अब इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। उन्होंने कहा कि बिहार की सियासत अब करवट बदल चुकी है और लोगों को लालू परिवार की हकीकत पता चल चुकी है। अब लालू के संबोधन से राजद को कोई मजबूती नहीं मिलने वाली।