Baba Ramdev: बाबा रामदेव का पलटवार, IMA और फार्मा कंपनियों से पूछे 25 सवाल

Baba Ramdev: बाबा रामदेव ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और फार्मा कंपनियों को खुला पत्र लिखकर 25 सवाल पूछे हैं।

Newstrack :  Network
Published By :  Dharmendra Singh
Update:2021-05-24 19:59 IST

एक कार्यक्रम के दौरान बाबा रामदेव (फाइल फोटो: सोशल मीडिया)

Baba Ramdev: योगगुरु बाबा रामदेव ने एक बार फिर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) और फार्मा कंपनियों पर निशाना साधा है। बाबा रामदेव ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और फार्मा कंपनियों (Pharma Companies) को खुला पत्र लिखा है और 25 सवाल पूछे हैं।




स्वामी रामदेव के 25 सवाल

1- एलोपैथी के पास हाईपरटेंशन (बीपी) व उसे कंलीकेशंस के लिए निर्दोष स्थायी समाधान क्या है।
2- एलोपैथी के पास टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज व उसके कंलीकेशंस के लिए स्थायी समाधान क्या है।
3- फार्मा इंडस्ट्री के पास थाॅयरायड, आर्थराइटिस, कोलाइटिस, अस्थमा का निर्दोष स्थायी समाधान क्या है।
4- एलोपैथी के पास फैटी लीवर सिरोसिस, हेपेटाइटिस की मेडिसिन क्या है। अब तो ऐलोपैथी दो सौ साल का हो गया, बताइए।
5- फार्मा इंडस्ट्री में हार्ट ब्लाकेज को रिवर्स करने का क्या उपाय है। बिना बाईपास, एंजियोप्लास्टि का स्थायी समाधान है।
6- फार्म इंडस्ट्री में इनलार्ज हार्ट और ईएफ कम होने पर बिना पेसमेकर लगाए कौन सा इलाज है।
7- कोलेस्ट्राल के रोगियों में कोलस्टॉल ट्राइग्लिसराइड्स कम करने और लीवर पर साइड इफेक्ट रहित क्या इलाज है।
8- फार्मा इंडस्ट्री के पास सिरदर्द, माइग्रेन का कोई स्थायी समाधान है।
9- फार्म इंडस्ट्री में आंखों का चश्मा उतारने और हीयरिंग ऐड हट जाए, इसका निर्दोष इलाज क्या है।
10- पायरिया से दांत हिलने बंद हो जाए और मसूड़े मजबूत हो जाएं, इसका इलाज बता दें।
11- किसी आदमी का रोज कम से कम आधा से एक किलो वजन कम जाए बिना सर्जरी के कोई ऐसी दवा है।
12- सोरायसिस, सोरायटिक अर्थरायटिस और सफेद दाग का कोई स्थायी समाधान बताएं।
13- माडर्न मेडिकल साइंस में एंक्लोजिंग स्पोंडिलोसिस का स्थायी समाधान क्या है।
14- एलपैथी के पास पार्किसन का स्थायी समाधान क्या है।
15- साइड इफेक्ट रहित कब्ज, गैस, एसीडिटी का फार्मा इंस्ट्री के स्थायी समाधान क्या है।
16- अनिद्रा, (इंसोमनिया) लोगों को नीद नहीं आती है, आपकी दवा चार से छह घंटे ही असर करती हैं। स्थायी समाधान दे दें।
17- स्ट्रेस हार्मोंस कम करने के लिए और हैप्पी हार्मोंस बढ़ाने के लिए क्या दवा है।
18- इन्फर्टिलिटी में बिना कृत्रिम साधनों जो बहुत पेनफुल होती है, ऐसी दवाएं बताएं जिससे समाधान हो जाए।
19- फार्मा इंडस्ट्री में ऐजिंग प्रोसेस को रिवर्स करने वाली कोई निर्दोष दवा बताएं
20- एलोपैथी में बिना साइड इफेक्ट के हिमोग्लोबिन बढ़ाने का निर्दोष तरीका बताएं
21- आदमी बहुत हिंसक, क्रूर और हैवानियत कर रहा है। उसे इंसान बनाने वाली कोई दवाई बताएं।
22- आदमी के सारे ड्रग्स एडिशन छूट जाएं, ऐसी कोई दवा बताएं
23- एलोपैथी और आयुर्वेद के आपस में झगड़े खत्म करने की, फार्मा इंडस्ट्री के पास कोई दवा है तो बताएं
24- फार्मा इंडस्ट्री में कोरोना मरीज को बिना ऑक्सीजन सिंलिंडर ऑक्सीजन बढ़ाने की कोई उपाय बताएं।
25- एलोपैथी सर्वशक्तिमान एवं सर्वगुण संपन्न है तो एलोपैथी डॉक्टर तो बीमार होने ही नहीं चाहिए।

रामदेव ने बयान लिया था वापस

इससे पहले बाबा रामदेव ने डॉक्टरों और एलोपैथी दवाओं पर दिया गया अपना बयान वापस ले लिया था। योगगुरु रामदेव ने कहा कि माननीय डॉ. हर्षवर्धन आपका पत्र प्राप्त हुआ, चिकित्सा पद्धतियों के संघर्ष के इस पूरे विवाद को विराम देते हुए अपना वक्तव्य वापस लेता हूं। योगगुरु बाबा रामदेव ने लिखा कि हम आधुनिक चिकित्सा विज्ञान और एलोपैथी के विरोध में नहीं हैं। हम यह मानते है कि जीवन रक्षा प्रणाली तथा शल्य चिकित्सा के विज्ञान में एलोपैथी ने बहुत प्रगति की है और मानवता की सेवा की है। मेरा जो एक वक्तव्य कोट किया गया है यह एक कार्यकर्ता बैठक का वक्तव्य है जिसमें मैंने आए हुए व्हाट्सऐप मैसेज को पढ़कर सुनाया था। उससे अगर किसी की भावना आहत हुई है तो मुझे खेद है।"

हर्षवर्धन ने बयान वापस लेने की मांग की थी

विवाद बढ़ता देख केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रामदेव को पत्र लिखकर बयान को वापस लेने की सलाह दी है। डॉ. हर्षवर्धन ने रामदेव के इस बयान की निंदा करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण ओर कोरोना के बीच संघर्ष कर रहे डॉक्टरों का निरादर बताया है। गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर रामदेव का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिस पर आईएमए सहित डॉक्टरों की अन्य संस्थाओं ने रामदेव के खिलाफ कारवाई किए जाने की मांग की है। जबकि पतंजलि योगपीठ की तरफ से बयान जारी कर सफाई दी गइ्र है कि रामदेव की किसी के प्रति कोई गलत मंशा नहीं थी।
बताते चलें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की तरफ से बाबा रामदेव को लिखे पत्र में कहा गया है कि एलोपैथिक दवाओं ओर डॉक्टरों पर आपकी टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है, इससे देशवासी काफी आहत हैं। लोगों की इस भावना के बारे में मैं पहले से आपको अवगत करा चुका हूं। कोरोनावायरस के इस संकट के दौरान दिन—रात अपनी सेवा दे रहे स्वास्थ्यकर्मी देवतुल्य हैं। आपने अपने बयान से न केवल इन कोरोना योद्धाओं का अपमान किया है, बल्कि देशवासियों की भावनाओं को भी आहत किया है। उन्होंने पतंजलि की तरफ से जारी स्पष्टीकरण का जिक्र करते हुए लिखा है कि यह लोगों की चोटिल भावनाओं पर मरहम लगाने में नाकाफी है।





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