बंगाल हिंसा पर एक्शन: केंद्र ने मांगी ममता सरकार से रिपोर्ट, बीजेपी ने भी बनाई टीम
Bengal Birbhum Violence: अब केंद्र सरकार भी हरकत में आ गई है, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ममता सरकार से इसपर रिपोर्ट तलब किया है।;
Birbhum violence: पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में घटित एक हिंसक घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया। सत्ताधारी तृणमुल कांग्रेस के एक नेता की हत्या के बाद उपजी हिंसा ने जमकर मौत का तांडव मचाया। इस वीभत्स घटना में 10 लोग जिंदा जल कर मर गए। घटना को लेकर अब केंद्र सरकार भी हरकत में आ गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ममता सरकार से इसपर रिपोर्ट तलब किया है।
बीजेपी ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की
मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने घटना को लेकर ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कभी सीएम ममता बनर्जी के करीबी रहे शुभेन्द अधिकारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल ओपी धनखड़ को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें बीजेपी ने राज्य में कानून व्यवस्था की चरमराती स्थिति को देखते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। पार्टी नेताओं ने कहा कि ममता सरकार कानून व्यवस्था संभालने में नाकाम है, लिहाजा हमने राज्यपाल से तुरंत एक्शन लेने की मांग की है।
बीजेपी ने गठित की पांच सदस्यों की टीम
बीरभूम हिंसा को लेकर बीजेपी ने काफी आक्रमक रूख अख्तियार कर लिया है। पार्टी इस मुद्दे के जरिए सीएम ममता बनर्जी को एक्सपोज करने में जुट गई है। बीजेपी ने घटनास्थल पर हालात का जायजा लेने के लिए पांच सदस्यों की एक टीम का गठन किया है, जो घटनास्थल पर जाकर स्थिति का अवलोकन कर पार्टी नेतृत्व को अवगत कराएगी। इससे पहले बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांतो मजूमदार के नेतृत्व में बंगाल बीजेपी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल गृहमंत्री अमित शाह से मिला और उन्हें मामले से अवगत कराया।
ममता और राज्यपाल में फिर ठनी
बीरभूम घटना को लेकर एकबार फिर सीएम ममता बनर्जी औऱ राज्यपाल ओपी धनखड़ के बीच ठन गई है। दरअसल राज्यपाल धनखड़ ने बीरभूम हिंसा को लेकर ममता सरकार के खिलाफ सख्त टिप्पणी की थी। उन्होंने हिंसा का एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि भयानक हिंसा और आगजनी बताती है कि बंगाल हिंसा की संस्कृति और जंगलराज के हवाले है। जिसपर भड़कीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल को संविधान का पालन करने की नसीहत दे डाली। उन्होंने राज्यपाल ओपी धनखड़ को पत्र लिखकर उनके बयान पर आपत्ति जताते हुए इसे वापस लेने की मांग की। पश्चिम बंगाल सीएम ने कहा कि मामले की जांच चल रही है लिहाजा किसी भी तरह की टिप्पणी से बचा जाना चाहिए।
बता दें कि टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या के बाद बीरभूम जिले में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क गई। इस दौरान दर्जनों घरों को आग के हवाले कर दिया गया, जिसमें 10 लोग जिंदा जल कर मारे गए। बतातें चलें कि आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल में लोकसभा औऱ विधानसभा के लिए उपचुनाव होने हैं। लिहाजा इस भयानक हिंसा का असर चुनाव पर पड़ना तय माना जा रहा है।