Congress Foundation Day 2021: 138 साल पहले हुआ था कांग्रेस का गठन, अब आगे हैं कई चुनौतियां

Congress Foundation Day 2021: कांग्रेस पार्टी अब अपने 138 वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। कांग्रेस की स्थापना ब्रिटिश राज में 28 दिसंबर 1885 को हुई थी। पार्टी का प्रथम अधिवेशन 28 दिसम्बर, 1885 को बम्बई में हुआ जिसके प्रथम अध्यक्ष व्योमेशचन्द्र बनर्जी थे। इसमें 72 प्रतिनिधि शामिल हुए थे।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  Shreya
Update:2021-12-28 10:22 IST

कांग्रेस (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Congress Foundation Day 2021: कांग्रेस पार्टी (Congress Party) अब अपने 138 वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। कांग्रेस की स्थापना (Congress Ki Sthapna) ब्रिटिश राज (British Raj) में 28 दिसंबर 1885 को हुई थी। इसके संस्थापकों में ए.ओ. ह्यूम (Allan Octavian Hume), दादा भाई नौरोजी (Dadabhai Naoroji) और दिनशॉ वाचा (Dinshaw Edulji Wacha) शामिल थे। पार्टी का प्रथम अधिवेशन 28 दिसम्बर, 1885 को बम्बई (Mumbai) में हुआ जिसके प्रथम अध्यक्ष व्योमेशचन्द्र बनर्जी (Womesh Chandra Bonnerjee) थे। इसमें 72 प्रतिनिधि शामिल हुए थे।

1947 में स्वतंत्रता के बाद, कांग्रेस (Congress) भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टी बन गई। आज़ादी से लेकर 2014 तक, 16 आम चुनावों में से, कांग्रेस ने 6 में पूर्ण बहुमत जीता है और 4 में सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व किया; अतः, कुल 49 वर्षों तक वह केंद्र सरकार का हिस्सा रही।

भारत में कांग्रेस के सात प्रधानमंत्री (Congress Prime Minister In India) रह चुके हैं; पहले जवाहरलाल नेहरू (1947-1965) थे और बाद में मनमोहन सिंह (2004-2014) थे। 2014 के आम चुनाव में, कांग्रेस ने आज़ादी से अब तक का सबसे ख़राब आम चुनावी प्रदर्शन किया और 543 सदस्यीय लोक सभा में केवल 44 सीट जीती। तब से लेकर अब तक कांग्रेस कई विवादों में घिरी हुई है।

कांग्रेस में संकट (Congress Mein Sankat)

आजादी से पहले ही कांग्रेस (Congress) दो बार टूट चुकी थी। 1923 में सीआर दास (Chittaranjan Das) और मोतीलाल नेहरू (Motilal Nehru) ने स्वराज पार्टी (Swaraj Party) का गठन किया था। 1939 में नेताजी सुभाषचंद्र बोस (Subhas Chandra Bose) ने सार्दुलसिंह और शील भद्र के साथ मिलकर अखिल भारतीय फॉरवर्ड ब्लॉक (All India Forward Bloc) का निर्माण किया। आजादी के बाद कांग्रेस से टूटकर लगभग 70 दल बन चुके हैं। इनमें से कई खत्म हो चुके हैं, जबकि कुछ आज भी अस्तित्व में हैं।

प्रणब मुखर्जी, अर्जुन सिंह, माधव राव सिंधिया, नारायणदत्त तिवारी, पी. चिदंबरम, तारिक अनवर ऐसे कुछ प्रमुख नाम हैं, जो कांग्रेस पार्टी छोड़कर तो गए लेकिन बाहर अपेक्षा के अनुरूप सफल नहीं हो पाए और फिर कांग्रेस में ही लौट आए। इसके उलट ममता बनर्जी, शरद पवार, जगन मोहन रेड्‍डी, मुफ्ती मोहम्मद सईद ऐसे नेताओं में शुमार हैं, जिन्होंने कांग्रेस से बाहर जाकर अपना अलग वजूद कायम किया। 

(फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

 कांग्रेस के प्रधानमंत्री (Congress Prime Minister List)

प्रधानमंत्री के नाम (Congress Prime Minister Name List)

प्रधानमंत्री का कार्यकाल (Congress Prime Minister Tenure)

जवाहरलाल नेहरू

1947 से 1964 (17 साल)

गुलज़ारीलाल नन्दा

1964 और 1966 (कुल 26 दिन)

लाल बहादुर शास्त्री

1964 से 66 (दो साल)

इन्दिरा गांधी

1966 से 77, 1980 से 84 (16 साल)

राजीव गांधी

1984 से 89 (पांच साल)

पीवी नरसिम्हा राव

1991 से 96 (पांच वर्ष)

मनमोहन सिंह

2004 से 14 (दस वर्ष)




कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौतियां (Congress Challenges)

भारत की सबसे पुरानी पार्टी होते हुए कांग्रेस (Congress) अब अपनी खिसकती जमीन को संभालने की कोशिशों में जुटी हुई है। 2024 के आम चुनावों (Lok Sabha Election 2024) में पार्टी को फिर एक बड़ी चुनौती का सामना करना है और उसके पहले कई विधानसभा चुनावों (Vidhan Sabha Chunaav) का भी सामना करना है। कांग्रेस को 2014 और 2019 के आम चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा। 2021 का साल पार्टी के लिए कठिन रहा क्योंकि किसी भी विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2021) में पार्टी कोई करिश्मा नहीं दिखा सकी। 

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