Coronavirus Third Wave: कोरोना की तीसरी लहर की आशंका, राज्यों को बंदिशें लागू करने की सलाह

Coronavirus Third Wave: आने वाले त्योहारी सीजन में फिर से कोरोना के मामले बढ़ने और तीसरी लहर के आने का खतरा बना हुआ है। इसी आशंका को देखते हुए ICMR ने सभी राज्यों को पाबंदियां लागू करने की सलाह दी है।

Written By :  Neel Mani Lal
Newstrack :  Shreya
Update:2021-10-05 10:57 IST

कोरोना जांच कराती महिला (फोटो- न्यूजट्रैक) 

Coronavirus Third Wave: भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों (Corona Ke Mamle) में कमी आ रही है। लेकिन आने वाले त्योहारी सीजन (Festive Season) में संक्रमण फिर से बढ़ने और कोरोना की तीसरी लहर (Coronavirus Ki Teesri Lahar) के आने का खतरा बना हुआ है। इसी आशंका को देखते हुए आईसीएमआर यानी भारतीय चिकित्सा अनुसांधन परिषद (ICMR) ने सभी राज्यों को पाबंदियां (Corona Restrictions) लागू करने की सलाह दी है। आईसीएमआर का कहना है कि लोगों के आवागमन पर बंदिशें फिर से लगाई जानी चाहिए। वर्तमान में देश में कोरोना टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 2.10 प्रतिशत है। पिछले 35 दिनों से यह तीन प्रतिशत से नीचे ही है। 

आईसीएमआर ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर अनुमान से पहले आ सकती है। त्योहारी सीजन में यह चरम पर पहुंच सकती है। आईसीएमआर ने कहा है कि उत्तराखंड (Uttarakhand), हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और असम (Assam) जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों की ओर पर्यटकों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में इन राज्यों में संक्रमण के बढ़ने का सबसे ज्यादा खतरा है। आईसीएमआर ने कहा है कि भले ही घरेलू यात्रा के प्रतिबंधों पर राष्ट्रीय दिशानिर्देश नहीं है। लेकिन पर्यटन स्थल वाले राज्य अपने स्तर पर प्रोटोकॉल (Corona Protocol) लागू कर स्थिति को बिगड़ने से रोक सकते हैं। ऐसे राज्यों में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर के राज्य शामिल हैं।  

वैक्सीनेशन (फोटो- न्यूजट्रैक) 

वैक्सीनेशन और RTPCR टेस्ट करें अनिवार्य

राज्यों को यात्रियों के लिए वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र (Covid-19 Vaccination Certificate) तथा आरटीपीसीआर टेस्ट (RT PCR Test) भी अनिवार्य किया जाना चाहिए। पर्यटकों के हॉटस्पॉट वाले राज्य महामारी पर नियंत्रण के लिए यात्रियों के लिए आवश्यक पाबंदियां लागू करें। आईसीएमआर ने कहा है कि पर्यटकों या अन्य कारणों से भीड़ अचानक वृद्धि तीसरी लहर का कारण बन सकती है।

ऐसे में पर्यटन स्थल वाले राज्यों में यात्रियों के लिए वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र और आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य करने से तेजी से बढ़ती भीड़ पर नियंत्रण किया जा सकता है। बहुत से देशों ने वैक्सीन पासपोर्ट लागू कर लोगों की अंतरराष्ट्रीय यात्राओं को सीमित कर दिया है। ऐसे में लोग घरेलू पर्यटन स्थलों की ओर जा रहे हैं। 

वैक्सीन (फोटो- न्यूजट्रैक) 

वैक्सीन लगाना है बड़ी चुनौती

आईसीएमआर ने कहा है कि भारत में पूरी आबादी को वैक्सीन (Corona Vaccine) नहीं लगी है। यह एक बड़ी चुनौती है। अब तक वैक्सीन की 91 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी है। लेकिन महज 20 प्रतिशत आबादी को दोनों खुराकें लगी हैं। देश में एक दिन के भीतर ढाई सौ करोड़ टीके लगाने का रिकॉर्ड बनाने के बाद 13 दिनों से टीकाकरण की रफ्तार मंद है। बीते 20 सितंबर से लेकर 3 अक्तूबर तक हर दिन देश में औसतन 68.38 लाख टीके ही लगाए गए हैं। जबकि एक से 20 सितंबर तक रोजाना औसतन 89.54 लाख टीके लगाए गए।

देश में 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन (PM Narendra Modi Birthday) के मौके पर रिकॉर्ड टीके (Tikakaran Ka Record) लगे थे। इसके अगले दो दिनों तक टीकाकरण में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। 18 सितंबर को 88.37 लाख और 19 सितंबर को 40.43 लाख टीके ही लगे। फिर 20 सितंबर को एक करोड़ टीके लगा दिए गए। हालांकि फिर छह दिनों तक 70 लाख से कम टीके लगे। फिर 27 सितंबर को एक करोड़ टीके लगाए गए। इसके बाद फिर से टीकाकरण धीमा होता गया। 28 सितंबर से लेकर 3 अक्तूबर तक हर दिन 80 लाख से कम टीके ही लगे। इस तरह 21 सितंबर से 3 अक्तूबर तक रोजाना औसतन 68.38 लाख टीके लगाए गए।

जहाँ तक भारत में कोरोना संक्रमण की बात है तो देश में 3 अक्टूबर को 20,799 नए मामले आये थे। 180 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,38,34,702 हो गई है। इनमें से 4,48,997 की मौत हुई है।   

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