Delhi Violence: बेशर्मी तो देखें जहांगीरपुरी दंगों के मुख्य आरोपी अंसार की, मीडिया को देख बना पुष्पा

Delhi Violence Update: कोर्ट के बाहर खड़े मीडियाकर्मियों को देख अंसार ने मुस्कुराया और बड़ी बेशर्मी से हाल ही में रिलीज हुई ब्लॉकबस्टर तेलुगू मूवी पुष्पा का सिग्नेचर स्टेप किया।

Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2022-04-18 12:37 GMT

Delhi Jahangirpuri Violence Update: हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) के मौके पर दिल्ली (Delhi) के जहांगीरपुरी इलाके (Jahangirpuri Localities) में हुए भीषण हिंसा के मुख्य आरोपियों अंसार और असलम को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अब तक 23 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें से 14 को रविवार शाम ही रोहिणी कोर्ट (Rohini Court) में पेश किया गया था, 14 में से 12 को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया जबकि दंगे के मुख्य आरोपियों अंसार और असलम को एक दिन के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया।

रविवार को रोहिणी अदालत में पेशी के लिए जाते वक्त मुख्य आरोपी अंसार (Main accused Ansar) के चेहरे पर जरा भी डर या पछतावा नहीं था। कोर्ट के बाहर खड़े मीडियाकर्मियों को देख अंसार ने मुस्कुराया और बड़ी बेशर्मी से हाल ही में रिलीज हुई ब्लॉकबस्टर तेलुगू मूवी पुष्पा का सिग्नेचर स्टेप किया। अंसार ने पुष्पा मूवी का फेमस दाढ़ी में हाथ फेरने वाला एक्शन दिखाया। आरोपी का यह वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर काफी वायरल हो रहा है। अपनी इस हरकत से अंसार बताने की कोशिश कर रहा है कि उसे किसी का डर नहीं है और न ही वो आगे किसी के सामने झुकेगा।

अंसार की आपराधिक पृष्ठभूमि

जहांगीरपुरी दंगों के मुख्य आरोपी अंसार की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है। वो पहले भी कई तरह के अपराधों में शामिल रहा है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक मोहम्मद अंसार 1980 में जहांगीरपुरी की झुग्गी बस्ती में ही पैदा हुआ था। अपराध की दुनिया से इसका पुराना वास्ता रहा है। मात्र चौथी तक पढ़ा अंसार दो बार जेल की हवा भी खा चुका है।

अंसार पर आर्म्स एक्ट की धारा लग चुकी

जहांगीरपुरी थाने में ही उसके खिलाफ दो मामले पंजीकृत हैं। पहला मामला जुलाई 2018 का है, जब उसपर एक सरकारी कर्मचारी पर हमला करने और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज हुआ है। दूसरा मामला फरवरी 2019 का है जब उसे धारदार हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया था। तब उस पर आर्म्स एक्ट की धारा लगाई गई थी।

दिल्ली पुलिस ने अदालत में कहा कि 15 अप्रैल को अंसार और उसके साथियों को जब पता चला की हनुमान जयंती के मौके पर शोभायत्रा निकलने वाली है तब इन लोगों ने हिंसा फैलाने की साजिश रची। बता दें कि इस हिंसा में 8 पुलिसकर्मी और एक नागरिक समेत 9 लोग घायल हुए हैं।

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