National Herald Case : हेराल्ड केस में फंसे मल्लिकार्जुन खड़गे, ED कर रही पूछताछ

National Herald Case : 2012 के नेशनल हेराल्ड केस मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने आज कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) से पूछताछ किया।

Report :  Bishwajeet Kumar
Update:2022-04-11 14:17 IST

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया)

National Herald Case : नेशनल हेराल्ड भ्रष्टाचार मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjuna Kharge) से पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक एक लंबी पूछताछ के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे को आज ही प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने के लिए तलब किया गया है। बता दें इस मामले को लेकर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने याचिका दायर की थी।

सुब्रमण्यम स्वामी ने किया था इस घोटाले का खुलासा

नेशनल हेराल्ड भ्रष्टाचार मामले का खुलासा साल 2012 में सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के बड़े नेता माने जाने वाले सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanyam Swami) ने किया था। इस मामले में सुब्रमण्यम स्वामी ने कांग्रेस पार्टी और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं पर बड़ा आरोप लगाया था। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कांग्रेस पार्टी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने अपने पैसे से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की कंपनी यंग इंडिया (Young India) को करीब 90 करोड़ रुपये उधार दिया है।

बाद में राहुल गांधी की इस यंग इंडिया कंपनी ने नेशनल हेराल्ड अखबार निकालने वाली कंपनी एसोसिएट जनरल को खरीद लिया। सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि इस तरह से एसोसिएट जनरल (Associate General) को खरीदे जाने के बाद कंपनी की कुल संपत्ति गांधी परिवार के हाथ में चली गई। बता दें दावा किया जाता है कि नेशनल हेराल्ड अखबार निकालने वाली कंपनी एसोसिएट जनरल की उस वक्त कुल संपत्ति लगभग 5 हज़ार करोड रुपए की थी।

नेशनल हेराल्ड अखबार

नेशनल हेराल्ड अखबार का इतिहास बहुत पुराना है और हमेशा से ही इसका गांधी परिवार से वास्ता रहा है। 1938 से प्रकाशन शुरू होने वाले इस नेशनल हेराल्ड अखबार का इस्तेमाल आजादी की लड़ाई में भी पंडित जवाहरलाल नेहरू ने किया था। गौरतलब है कि साल 1937 में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने एसोसिएट जनरल नाम की एक कंपनी बनाई थी। इस कंपनी में तीन अखबारों का प्रकाशन किया जाता था जो तीन अलग-अलग भाषाओं में प्रकाशित होती थी। हिंदी में प्रकाशित होने वाली अखबार का नाम 'नवजीवन' था, अंग्रेजी में प्रकाशित होने वाली अखबार का नाम 'नेशनल हेराल्ड' वहीं उर्दू में प्रकाशित होने वाली अखबार का नाम 'कौमी आवाज़' रखा गया था।

जब अखबारों का प्रकाशन हुआ बंद

3 भाषाओं में बड़े अखबार प्रकाशित करने वाली एसोसिएट जनरल कंपनी ने 2008 में कहा कि अब अखबारों का प्रकाशन नहीं किया जाएगा। प्रकाशन रोकने का वजह यह सामने आया कि उस वक्त कंपनी 90 करोड़ रुपये के कर्ज में चल रही थी। हालांकि 2012 में जब सुब्रमण्यम स्वामी ने कांग्रेस परिवार पर नेशनल हेराल्ड भ्रष्टाचार मामले का आरोप लगाया तो उस वक्त कंपनी की कुल संपत्ति करीब 5 हजार करोड़ रुपये थी।

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