प्लेन से जाना हुआ मंहगा, बढ़ गया हवाई यात्रा का किराया, जानें कहां का कितने का है टिकट
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 12 अगस्त, 2021 के एक आदेश में 40 मिनट की अवधि की उड़ानों के किराए की निचली सीमा को 2,600 रुपये से बढ़ाकर 2,900 रुपये कर दिया।
नई दिल्ली: त्योहारी सीजन में यात्रियों को एक बार फिर से जोर का झटका लगने वाला है। हवाई यात्रा के किराए में बढ़ोत्तरी की गई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने किराए की निचली-ऊपरी सीमा में 9.83 से 12.82 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी की है। जिससे घरेलू हवाई यात्रा पहले से महंगी हो जाएगीं। इस बारे में मंत्रालय ने आदेश जारी करते हुए कहा कि देश में कोरोना की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है।
बता दें, इससे पहले कोरोना काल में दो महीने के लॉकडाउन के बाद 5 मई, 2020 को विमान सेवाओं के बहाल होने के साथ सरकार ने हवाई किराये पर निचली और ऊपरी सीमाएं लगाई थीं। जिसके चलते कोरोना काल में यात्रा प्रतिबंधों की वजहों से आर्थिक रूप से संघर्ष कर रही एयरलाइन की सहायता के लिए निचली सीमा लगाई गई थी। जबकि उस समय ऊपरी सीमा इसलिए लगाई गई थी, जिससे सीटों की मांग अधिक होने पर यात्रियों से भारी शुल्क न लिया जाए।
जानिए कहां हुई कितनी बढ़ोतरी:
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 12 अगस्त, 2021 के एक आदेश में 40 मिनट की अवधि की उड़ानों के किराए की निचली सीमा को 2,600 रुपये से बढ़ाकर 2,900 रुपये कर दिया। जबकि 40 मिनट की अवधि के उड़ानों के लिए ऊपरी सीमा को 12.82 प्रतिशत बढ़ाकर 8,800 रुपये कर दिया गया है।
इसके साथ ही 40-60 मिनट की अवधि वाली उड़ानों के लिए निचली सीमा अब 3,300 रुपये के सिवाय 3,700 रुपये होगी। वहीं इन उड़ानों के किराये की ऊपरी सीमा 12.24% बढ़ाकर 11,000 रुपये कर दी गई। जबकि 60-90 मिनट की अवधि वाली उड़ानों के किराये की निचली सीमा 4,500 रुपये होगी।
क्या है दिल्ली से किराया:
दिल्ली की बात करें तो दिल्ली से केरल का किराया 10 हजार से 27 हजार हो गया। जबकि मुंबई-गुवाहाटी 9000 से 23,000, दिल्ली से गोवा 7 हजार से 19 हजार और दिल्ली से मुंबई 5500 से 15,000 हो गया।
इसके अलावा सरकार ने अपने आदेश में जिन सीमाओं का उल्लेख किया है, उनमें कई शुल्क मतलब कि यात्री सुरक्षा शुल्क, हवाई अड्डों के लिए उपयोगकर्ता विकास शुल्क और जीएसटी शामिल नहीं है।