Lakhimpur Kheri Hinsa: लखीमपुर हिंसा मामले में SC में मामले की सुनवाई पूरी, जानें चीफ जस्टिस ने क्या कहा

Lakhimpur Kheri Hinsa: आज सुप्रीम कोर्ट में लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार पर तल्ख टिप्पणी की।

Written By :  Shreya
Newstrack :  Network
Update:2021-10-07 07:06 IST

(कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Lakhimpur Kheri Hinsa: लखीमपुर हिंसा मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में तकरीबन एक घंटा बीस मिनट सुनवाई चली। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि तकलीफ की बात ये है कि उत्तर प्रदेश सरकार सही ढंग से जांच नहीं कर ही है। लखीमपुर खीरी में केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अजय कुमार मिश्र के बेटे द्वारा गाड़ी चढ़ाकर भीड़ को रौंद दिये जाने के मामले का स्वतः संज्ञान लिया है। जिसमें आठ लोग मारे गए थे। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमना के नेतृत्व में तीन न्यायाधीशों की खंडपीठ कल भी मामले की सुनवाई करेगी।

चलिए जानते हैं सुनवाई के दौरान कोर्ट और वकीलों के बीच क्या हुई बात- 

लखीमपुर खीरी पर सुनवाई करते हुए CJI ने बताया कि परसों 2 वकीलों शिवकुमार त्रिपाठी और CS पांडा ने मुझे चिट्ठी लिखी थी। हमने चिट्ठी पर संज्ञान लिया। हालांकि, रजिस्ट्री ने इसे स्वतः संज्ञान केस की तरह लिस्ट किया है। सुनवाई में एक वकील ने कोर्ट से सभी 8 मौतों पर रिपोर्ट लेने का अनुरोध किया। चीफ जस्टिस ने कहा कि वह सबको सुनने के बाद जरूरी आदेश देंगे। 

वकील शिवकुमार त्रिपाठी ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार

एससी में वकील शिवकुमार त्रिपाठी ने लखीमपुर घटना के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के चलते कई किसानों की मौत हुई है। हम अनुरोध करते हैं कि कोर्ट इस पर उचित आदेश दे। त्रिपाठी ने आगे कहा कि मानवाधिकार का हनन हुआ है। इस पर सीजेआई ने पूछा कि आप क्या चाहते हैं सीधे बताइए। जिस पर वकील त्रिपाठी जवाब देते हैं एफआईआर। फिर CJI ने कहा FIR तो हो चुकी है। इसके बाद कोर्ट की ओर से राज्य सरकार की वकील से मामले में अब तक हुई कार्रवाई के बारे में पूछा गया। 

इस पर UP सरकार की तरफ से कोर्ट में पेश हुईं वकील गरिमा प्रसाद ने कहा कि लखीमपुर खीरी हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इस मामले में SIT गठित की गई है और न्यायिक जांच आयोग भी गठित हुआ है। CJI ने पूछा कि इस आयोग के अध्यक्ष कौन हैं? यूपी सरकार की वकील जवाब देती हैं हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश हैं। कल तक हम आपको अब तक की पूरी जानकारी देंगे। CJI ने कहा कल आप स्टेटस रिपोर्ट दें। यह भी बताएं कि हाई कोर्ट में दायर जनहित याचिकाओं की स्थिति है। जस्टिस सूर्यकांत ने इस दौरान कहा कि यह भी बताएं कि हादसे में किन-किन लोगों की मृत्यु हुई है। 

CJI ने सुनवाई के दौरान राज्य सरकार को हादसे में जान गंवाने वाले मृतक लवप्रीत की बीमार मां का इलाज करवाने के निर्देश दिए। फिलहाल आज की सुनवाई पूरी हो चुकी है। अब कल कोर्ट फिर से मामला सुनेगा। वहीं, यूपी सरकार कल स्टेटस रिपोर्ट देगी।

यूपी सरकार ने गठित की कमेटी

इससे पहले बड़ा कदम उठाते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार ने लखीमपुर खीरी हिंसा जांच के लिए जूडीशियल कमेटी गठित कर दी है। हाईकोर्ट के रिटायर जज जस्टिस प्रदीप श्रीवास्तव मामले की जांच करेंगे। न्यायिक जांच का मुख्यालय लखीमपुर खीरी में ही होगा।सरकार ने न्यायिक जांच की अधिसूचना भी जारी कर दी है। जाहिर है कि किसानों पर बेरहमी से थार चढ़ाने के चलते कई लोगों की मौतों के बाद विपक्ष बीजेपी सरकार (BJP Government) पर हमलावर है। कई विपक्षी दल इस मामले में योगी सरकार (Yogi Government) से केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Kumar Mishra) के इस्तीफे और उनके बेटे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

यूपी सरकार की तरफ से किया गया ये एलान (UP Sarkar Ka Elan)

बता दें कि इस मामले में यूपी सरकार की तरफ से मृतक के परिजनों को 45-45 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का एलान किया गया है। यह फैसला किसानों और अधिकारियों के बीच में हुई बैठक में लिया गया था। इसके साथ ही घायलों को 10 लाख रूपये मुआवजा और इस मामले की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से कराए जाने की बात कही गई थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने खुद इस मामले का संज्ञान लिया है और आज इस मामले की सुनवाई करने वाला है। 

केंद्रीय मंत्री के बेटे पर किसानों की मौत का आरोप

गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी में किसानों के ऊपर जानबूझकर थार गाड़ी चढ़ा दी गई थी। इस प्रकरण में किसानों की मौत (Kisano Ki Maut) का जिम्मेदार अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) को बताया जा रहा है। इससे पहले घटना वाले दिन का एक वीडियो भी वायरल (Lakhimpur Kheri Viral Video) हुआ था, जिसमें किसानों के ऊपर थार गाड़ी चढ़ाते हुए देखी गई। इस मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के बेटे और उनके साथियों पर हत्या समेत गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कराया है।

वहीं दूसरी ओर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने कहा है कि उस वीडियो में उनका बेटा आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) गाड़ी में नहीं था। वह बनवीरपुर में था। अगर आशीष किसी वीडियो में दिख जाएगा तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। 

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