पिथौरागढ़ के एक लड़के ने किया एवरेस्ट फतह, अब तक इस जिले से 9 लोग कर चुके चढ़ाई
Pithoragarh Mountaineer : पिथौरागढ़ के मनीष कसनियाल ने विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया है।
Pithoragarh Mountaineer : उत्तराखंड के पिथौरागढ़ (Pithoragarh) के मनीष कसनियाल (Manish Kasniyal) ने विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) पर तिरंगा फहराया है। उन्होंने यह जीत अपनी महिला साथी सिक्किम की मनीता प्रधान के साथ हासिल किया है। इन्होंने 8848 मीटर की विश्व की सबसे ऊंची चोटी को फतेह कर लिया है। इनके एवरेस्ट फतह करने से पूरे देश में खुशी की लहर फैल गई है।
हिमालय की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट तक पहुंचना आसान नहीं है। लेकिन पिथौरागढ़ के लोगों में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराने का जुनून है। इस पिथौरागढ़ से अब तक 9 पर्वतारोही माउंट एवरेस्ट का किला फतह कर चुके हैं। जानते हैं इन लोगों के बारे में जो दुनिया की सबसे ऊंची चोटी का सामना कर चुके हैं।
पर्वतारोही हरीश चंद्र सिंह रावत
पिथौड़ागढ़ जिले के माउंट एवरेस्ट पर सबसे पहला कदम रखने वाले पद्मश्री हरीश चंद्र सिंह रावत हैं। इन्होंने वर्ष 1965 में एवरेस्ट का आरोहण किया। यह पिथौड़ागढ़ के मुनस्यारी के तेजम में रहने वाले पहले निवासी हैं जिन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया है।
मोहन सिंह गुंज्याल
पद्मश्री मोहन सिंह गुंज्याल पिथौरागढ़ के धारचूला निवासी हैं जिन्होंने विश्व की सबसे ऊंची चोटी को 1992 में फतह किया है। यह पिथौड़ागढ़ के दूसरे व्यक्ति हैं जिन्होंने देश को गौरवान्वित करने का मौका दिया है।
लवराज सिंह धर्मशक्तू
पिथौरागढ़ के मुनस्यारी के बौना गांव निवासी पद्मश्री लवराज सिंह धर्मशक्तू ने दुनिया की सबसे बड़ी माउंट एवरेस्ट को 1998 में फतेह किया है। इसके बाद 2017 में धारचूला निवासी योगेंद्र गर्ब्याल ने माउंट एवरेस्ट को फतह किया है। इसके बाद इसी महीने 16 मई को 23 वर्ष की शीतलराज एवरेस्ट पर चढ़ी। बताया जाता है कि शीतल के नाम दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी कंचनजंघा को फतेह करने का विश्व रिकॉर्ड भी है।
लवराज सात बार एवरेस्ट फतह कर चुके
पिथौरागढ़ के मुनस्यारी के बौना गांव निवासी पद्मश्री लवराज सिंह धर्मशक्तू जो एक बीएसएफ के तैनात जवान भी हैं जिन्होंने माउंट एवरेस्ट को सात बार फतह किया है। यह दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को फतह करने वाले पहले भारतीय भी हैं। इन्होंने साल 1998 में सबसे पहले माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने में सफलता हासिल की है। लवराज सिंह ने 2006, 2009, 2012, 2013, 2017 और 2018 में माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया है।