Power Crisis: भीषण गर्मी, ऊपर से बिजली संकट से मचा हाहाकार, 10 से अधिक राज्यों में हो रही 8 घंटे तक की कटौती

Power Crisis in India: यूपी, दिल्ली समेत 13 राज्य बिजली संकट का सामना कर रहे हैं। इन राज्यों में कहीं दो घंटे तो कहीं 5 से 8 घंटे तक बिजली काटी जा रही है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Published By :  Monika
Update:2022-04-29 15:38 IST

8 घंटे तक की बिजली कटौती (photo: social media ) 

Power Crisis in India: देश के अधिकांश हिस्सों में इन दिनों भीषण गर्मी कहर बरपा रही है। ऐसे में बिजली संकट ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। यूपी, दिल्ली समेत देश के 13 राज्य बिजली संकट (Power Crisis) का सामना कर रहे हैं। इन राज्यों में कहीं दो घंटे तो कहीं 5 से 8 घंटे तक बिजली काटी (power cut)  जा रही है। इस संकट के पीछे दो कारण बताए जा रहे हैं, पहला अत्यधिक गर्मी के कारण बिजली मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी, दूसरा पॉवर प्लांट्स के पास कोयले की कमी। कोयले की कमी को सबसे प्रमुख कारण माना जा रहा है।

दरअसल देश में 70 प्रतिशत बिजली का उत्पादन कोयले से होता है। सरकार दावा कर रही है कि मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त कोयला उपलब्ध है मगर बिजली संयंत्रों में कोयले का भंडार बीते 9 सालों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है। जिसके कारण बिजली उत्पादन पर असर पड़ा है। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, देशभर में 10 हजार मेगावॉट यानि 15 करोड़ यूनिट की कटौती की जा रही है, लेकिन हकीकत में बिजली की कमी इससे कहीं अधिक है।

राज्यवार बिजली की कमी

यूपी- 3000 मेगावॉट

पंजाब- 1550 मेगावॉट

तमिलनाडु- 750 मेगावॉट

जम्मू कश्मीर- 500 मेगावट

हरियाणा- 300 मेगावॉट

कोयले की कमी को लेकर एक्शन में रेलवे

कोयले की कमी को लेकर रेल मंत्रालय में आ गया है। रेलवे ने बड़ा कदम उठाते हुए बिजली संयंत्रों तक कोयले की सप्लाई जल्द से जल्द सुनिश्चित करने के लिए 42 ट्रेनों को अनिश्चित काल के लिए रद्द कर दिया है, ताकि कोयला ले जा रही मालगाड़ियां समय पर निर्धारित स्टेशनों पर पहुंच सके। रेलवे के मुताबिक ये फैसला अस्थायी है, स्थिति सामान्य होते है फिर से ट्रेनों को बहाल कर दिया जाएगा।

इसके साथ ही रेलवे ने कोल रैक्स की एवरेज डेली लोडिंग भी 400 से ज्यादा कर दी है। यह आंकड़ा पिछले 5 साल में सबसे ज्यादा है। रेलवे प्रति दिन 415 कोल रैक्स की ढुलाई कर रहा है, ताकि कोयले की मौजूदा मांग को पूरा किया जा सके। बता दें कि एक कोल रैक में 3500 टन कोयला होता है।

राज्यों की बिजली बचाने की अपील

बिजली संकट का सामना कर रहे राज्य अब जनता से सहयोग की अपील कर रहे हैं। बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश हो या कांग्रेस शासित राजस्थान इस मसले पर एक साथ खड़े नजर आ रहे हैं। यूपी के बिजली मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने जनता से बिजली बचाने की अपील करते हुए कहा कि भीषण गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ी है। ऐसे में बिजली की बचत का सभी प्रयास करें। हमारे विद्युत कर्मी पॉवर सप्लाई के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। जनता का सहयोग प्रार्थनीय है।

वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोयले और बिजली की कमी को राष्ट्रीय संकट बताते हुए लोगों से बिजली बचाने की अपील की है। उन्होंन कहा कि मैं लोगों से अपील करता हूं कि इस संकट में हम सभी एकजूट होकर परिस्थितियों को बेहतर करने में सरकार का साथ देना चाहिए। सभी लोग अपने घर या कार्यक्षेत्र में गैर-जरूरी बिजली उपकरणों को बंद रखें। जरूरत के मुताबिक ही बिजली का इस्तेमाल करें।

विपक्ष केंद्र पर हमलावर

बिजली को लेकर देश में मचे हाहाकार ने विपक्ष को केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ा मुद्दा थमा दिया है। सपा ने ट्वीट करते हुए केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा, बिजली तक नहीं दे पा रही डबल इंजन की सरकार, समूचे यूपी में मचा हाहकार। 24 घंटे बिजली का वादा करने वाले कहां हो गए गुल ?

वहीं कांग्रेस शासित राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र और बीजेपी की राजस्थान ईकाई पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि क्या बीजेपी का प्रदेश नेतृत्व केंद्र से सवाल पूछेगा कि वह मांग के अनुसार कोयला उपलब्ध करवाने में क्यों सक्षम नहीं है, जिस वजह से 16 राज्यों में बिजली कटौती की नौबत आ गई है ?

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