Etawah Crime News: युवती की हत्या के मामले में पुलिस ने की गलत कार्रवाई, धरने पर बैठे पीड़ित और आरोपी पक्ष
उत्तर प्रदेश के जनपद इटावा में पुलिस की गलत कार्रवाई से नाराज पीड़ित और आरोपी पक्ष एक साथ धरने पर बैठे न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
इटावा: हत्या के मामले में पुलिस ने की गलत कार्रवाई, धरने पर बैठे पीड़ित और आरोपी पक्ष
Etawah Crime News : उत्तर प्रदेश के जनपद इटावा में पुलिस की गलत कार्रवाई से नाराज पीड़ित और आरोपी पक्ष एक साथ धरने पर बैठे न्याय की गुहार लगा रहे हैं। एक हफ्ता पूर्व हुई युवती की हत्त्या के मामले में युवती के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने निर्दोष युवक को जेल भेज दिया और आरोपियों को पैसा लेकर छोड़ दिया। जेल भेजे गए युवक और मृतक परिजनों ने पुलिस द्वारा की गई गलत कार्रवाई का कलेक्ट्रेट में धरना देते हुए विरोध जताया है।
सभासद के घर काम करने वाली 21 वर्षीय लक्ष्मी की 17 अगस्त को शाम को मौहल्ले के ही सभासद के घर हत्या हो गयी थी। लक्ष्मी का शव फांसी के फंदे पर लटकता हुआ परिजनों को मिला था। जिसके बाद पुलिस ने महिला सभासद प्रेमलता दुबे, उसके पति दिलीप दुबे व उसके साले को और सभासद के घर उसकी बच्ची को ट्यूशन पढ़ाने वाले युवक को हिरासत में ले लिया था।
तीन दिन तक पुलिस ने छानबीन करके खुलासा करते हुए बताया कि सभासद के बच्चों को घर आकर पढ़ाने आने वाले ट्यूटर सूरज और मृतकी लक्ष्मी के बीच प्रेमप्रसंग का खुलासा करते हुए बताया था कि प्रेम प्रसंग के चलते शादी की बात पर झगड़ा हुआ और सूरज ने गला दबाकर युवती हत्या कर दी। नौकरानी लक्ष्मी का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला था जिस पर प्रथमदृष्टया फांसी की बात सामने आई थी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद युवती की आत्महत्या की कहानी हत्त्या में परिवर्तित होगयी।
धरने पर बैठे पीड़ित और आरोपी पक्ष
यह है पूरा मामला
इटावा के मोहल्ला कटरा साहब खा में पड़ोस में ही रहने वाली 21 वर्षीय युवती लक्ष्मी जो कि पिछले कई सालों से मोहल्ले के सभासद दिलीप दुबे के यहां घर का काम करने आती थी। 17 तारीख की शाम को सभासद के घर के कमरे में अलमारी के कुंडे से लक्ष्मी का शव लटका मिलने के बाद हड़कंप मच गया था मौके पर पहुंची थाना कोतवाली पुलिस ने लक्ष्मी के घरवालों एवं सभासद दिलीप दुबे एवं उनकी पत्नी की मदद से शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था प्रथम दृष्टया मामला लक्ष्मी के द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का सामने आया था जोकि लक्ष्मी की मां रेखा देवी ने स्वयं बताया था।
लेकिन 2 दिन के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लक्ष्मी का गला दबाकर हत्या की रिपोर्ट आने पर पुलिस ने सभासद दिलीप दुबे उनकी पत्नी एवं साले को थाने लाकर जांच शुरू कर दी थी वहीं घटना वाले दिन सभासद ने बताया था कि उस वक्त घर पर उनके बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने आने वाले टीचर सूरज भी मौजूद था जिसके बाद कोतवाली पुलिस हैं टीचर सूरत से भी पूछताछ की थी। वहीं लक्ष्मी के भाई ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या के खुलासे के बाद सभासद उनकी पत्नी एवं साले के खिलाफ हत्या की तहरीर थाना कोतवाली में दी थी वहीं जांच करने के बाद हत्या की कड़ियां पुलिस ने टीचर से जोड़ना शुरू कर दी और पुलिस ने खुलासा करते हुए सूरज को जेल भेज दिया था।
पुलिस की गलत कार्रवाई पर धरना प्रदर्शन
आज कचहरी में दलित पैंथर संगठन के बैनर तले दोनों पक्षों के लगभग एक सैकड़ा पुरूष महिलाओं ने एक साथ धरना देते हुए पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगा दिया है। और सीओ, कोतवाल, और शहर के दो सफेदपोश नेताओं की मिली भगत का मृतक युवती के भाई ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने अच्छी रकम लेकर सभासद के परिवार के लोगों को केस से दूर कर दिया और एक निर्दोष को मेरी बहन की हत्त्या में फसाकर जेल भेज दिया जबकि आरोपी खुलेआम घूम रहे है। हमें मेरी बहन की हत्त्या का इंसाफ नही मिल रहा है।
वहीं जेल गए सूरज की बहन कविता का कहना है गरीब लड़के को पुलिस ने हत्त्यारा बना दिया जबकि हत्त्या सभासद प्रेमलता और उसके भाई ने की है लेकिन पुलिस ने पैसा और राजनीति रसूक के चलते मेरे भाई को जेल भेज दिया हमे न्याय चाहिए पुलिस से ।