मिर्जापुरः कछवा थाने के एसओ दीप कुमार से मंगलवार को एक नाबालिग मिलने आई। उसके साथ एक पैकेट था। एसओ ने उससे पूछा कि पैकेट में क्या है? इस पर नाबालिग ने बताया कि पैकेट में एक भ्रूण है। उसने उससे आगे जो बताया, उसे सुनकर दीप कुमार हैरत में थे। ये भ्रूण लड़की के अबॉर्शन से निकला था। उसके साथ रेप किया जा रहा था। जिसे घरवालों ने अबॉर्शन के जरिए छिपाने की कोशिश की थी।
बता दें कि ऐसी ही घटना बुलंदशहर में हुई थी। वहां 14 साल की रेप विक्टिम अबॉर्शन के बाद पैकेट में भ्रूण लेकर पुलिस के पास गई थी। उसका भी घरवालों ने जबरन अबॉर्शन कराया था।
क्या है मामला?
नाबालिग ने बताया कि बीते करीब आठ महीने से पड़ोस में रहने वाला युवक उससे शारीरिक संबंध बना रहा था। पहले उसे प्रेगनेंसी के बारे में पता नहीं चला। पांच महीने पहले वह डॉक्टर के यहां ले जाई गई। पता चला कि वह प्रेगनेंट है। इस पर उसने युवक से शादी करने को कहा। युवक इससे साफ मुकर गया। इसके बाद वह अबॉर्शन के लिए दबाव बनाने लगा। नाबालिग के पिता को बदनामी का डर सताने लगा। उन्होंने कछवा रोड बाजार के निजी हॉस्पिटल में उसका मंगलवार सुबह अबॉर्शन करा दिया। जहां से भ्रूण लेकर नाबालिग ने पहले कछवा बाजार में लोगों को पूरी घटना की जानकारी दी और फिर थाने पहुंच गई।
क्या कहती है पुलिस?
कछवा थाने के एसओ दीप कुमार के मुताबिक युवती की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ रेप का केस दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी के साथ ही अबॉर्शन करने वाले डॉक्टरों, निजी हॉस्पिटल और नाबालिग के पिता के खिलाफ भी केस चलाया जाएगा।