Simaran Bala: जम्मू कश्मीर की इकलौती लड़की जिसने UPSC CAPF परीक्षा में लहराया सफलता का परचम

Simaran Bala: सिमरन जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती जिले राजौरी की रहने वाली हैं। सिमरन ने UPSC CAPF परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 82वीं रैंक हासिल की है।

Update:2023-06-11 12:18 IST
UPSC CAPF 2023 rank Holder

Simaran Bala: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर अक्सर आतंकी घटनाओं को लेकर खबरों में रहता है। राज्य से अक्सर सुरक्षाबलों के ऑपरेशन या आतंकियों के करतूतों की नकारात्मक खबरें आती रहती हैं। धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले इस खूबसूरत प्रदेश से लंबे समय बाद एक सुखद खबर सामने आई है। यहां की एक युवती ने सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (असिस्टेंट कमांडेंट) की परीक्षा में सफलता का परचम लहराया है। जी हां, हम जिस लड़की के बारे में बात कर रहे है, उसका नाम सिमरन है। जो जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती जिले राजौरी की रहने वाली हैं।

सिमरन ने UPSC CAPF परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 82वीं रैंक हासिल कर पूरे देश में अपने प्रदेश और परिवार का मान बढ़ाया है। सबसे खास बात ये है कि इस साल इस परीक्षा में पास होने वाली वह इकलौती लड़की है, जो जम्मू कश्मीर से आती हैं। सिमरन ने 23 मई 2023 को इस परीक्षा के लिए यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) में अपना इंटरव्यू दिया था।

कौन हैं सिमरन ?

UPSC CAPF परीक्षा में परचम लहराने वाली सिमरन का पूरा नाम सिमरन बाला है। वह जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती जिले राजौली के नौशेरा तहसील की रहने वाली हैं। यह इलाका लाइन ऑफ कंट्रोल यानी एलओसी के बिल्कुल नजदीक है। अक्सर सीमापार से यहां फायरिंग की घटनाएं होती रहती हैं। खबरों के मुताबिक, सिमरन में अपनी स्कूलिंग राजौरी के ही नेशनल पब्लिक स्कूल से की है। इसके बाद 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के लिए वो जम्मू चली गईं।

सिमरन ने स्नातक गवर्नमेंट कॉलेर फॉर वुमेन, गांधी नगर से किया है। उन्होंने बताया कि यूपीएससी द्वारा आयोजित CAPF (असिस्टेंट कमांडेट) की परीक्षा में वो फाइनल सेमेस्टर में ही बैठ गई थीं। शुरू से पढ़ाई में मेधावी रहीं सिमरन ने परीक्ष का हर चरण मसलन रीटेन एग्जाम, फिजिकल टेस्ट और मेडिकल टेस्ट पहले ही प्रयास में निकाल लिया। उनका फिजिकल टेस्ट पंजाब के जालंधर स्थित बीएसएफ के मुख्यालय में हुआ था, जिसे इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) ने कंडक्ट किया था।

परिवार और टीचर्स को दिया सफलता का श्रेय

बकौल सिमरन इस परीक्षा में कुल 151 अभ्यर्थी पास हुए, जिनमें उन्हें 82वां स्थान हासिल हुआ है। सिमरन के परिवार वाले अपनी बेटी के इस सफलता से काफी गर्व महसूस कर रहे हैं। अशांति के लिए कुख्यात इलाके से निकलकर एक प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता अर्जित कर वो अब लाखों-करोड़ों युवाओं के लिए रोल मॉडल बन चुकी हैं। सिमरन ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार वालों और शिक्षकों को दिया है। उन्होंने ऐसी कठिन परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए बस एक बात ही कही कि मेहनत का कोई शॉट-कट नहीं होता।

कश्मीर की पहली लड़की जिसने पास की थी यूपीएससी

आतंकवाद और अलगावाद से प्रभावित जम्मू कश्मीर में युवाओं खासकर महिलाओं की शिक्षा काफी चुनौतीपूर्ण रही है। लेकिन इन चुनौतियों से पार पाते हुए भी कश्मीर की बेटियों ने अपना लोहा मनवाया है। साल 2019 में रेहाना बशीर जम्मू कश्मीर की पहली महिला बनी, जिन्होंने देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा यूपीएससी को क्रैक किया। पुंछ जिले के सलवा गांव की रहने वाली रेहाना को 187वां रैंक हासिल हुआ था। पेशे से डॉक्टर रहीं रेहाना ने दूसरे प्रयास में यह सफलता अर्जित की थी। उनका छोटा भाई अमित बशीर भी भारतीय राजस्व सेवा का अधिकारी है।

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