72 Hoorain Trailer: CBFC की आपत्ति के बावजूद '72 हूरें' का ट्रेलर रिलीज, जानिए किस सीन की वजह से नहीं मिला सर्टिफकेट

72 Hoorain Trailer Controversy: 72 हूरों फिल्म की चर्चा सोशल मीडिया, न्यूज चैनलों पर जोर शोर में हो रही है लेकिन इस पर बनी फिल्म का ट्रेलर digital platform पर जारी कर दिया गया है। मुस्लिम एक्सपर्ट इसका विरोध कर रहे है। फिल्म में कई आतंकियों को दिखाया गया है।

Update:2023-06-28 16:32 IST
72 Hoorain Trailer (Pic Credit Social Media)

72 Hoorain Trailer Controversy: डिजिटल मीडिया पर 72 Hoorain Movies Tailor की स्ट्रीमिंग ने इंटरनेट पर हड़कंप मचा कर रख दिया है। फिल्म जगत में एक और ऐसी फिल्म रिलीज होने वाली है जो अपने ट्रेलर को लेकर भी कंट्रोवर्सी के हिस्सा बन रही है। फिल्म के नाम मात्र जारी होने से फिल्म विवादों में खड़ी हो चुकी थी। 27 जून को CBFC ने इस फिल्म के ट्रेलर कोकॉन्ट्रोवर्शियल बताकर सर्टिफाइड करने से रिजेक्ट कर दिया था ट्रेलर में कुछ सीन को हटाने की डिमांड की गई थी। बड़ी खबर डिम जगत से यही है कि फिल्म के मेकर्स ने भारतीय सेंसर बोर्ड के विरुद्ध में जाकर फिल्म के विवादित कहे जाने वाले ट्रेलर को आज लॉन्च कर दिया है। फिल्म का पूरा ट्रेलर आतंकवाद की काली दुनिया की पूरी सच्चाई को प्रकाशित करता दिख रहा है।

क्या है ट्रेलर में ऐसा

ट्रेलर में बड़े बड़े आतंकी हमले करने वाले टेरेरिस्ट, ओसामा बिन लादेन, अजमल कसाब, याकूब मेमन, मसूद अजहर, हाफिज सईद जैसे आतंकवादियों को दिखाया गया है। ट्रेलर की शुरुआत में दिखाई देता है- 1 नही 2 नही 72हूरें मिलेंगी। ऐसा कहते हुए एक इस्लामिक कई युवाओं को बहकाता है। साथ ही यह डायलॉग सुनने को मिलता है, 72 हूरों की सच्चाई, फितूर से परदा अब उठाना है। अब सवाल यह उठता है कि 72 हूरों का आखिर सच क्या है? इस्लामिक एक्सपर्ट अक्सर यह कहते हैं कि मौत के बाद जन्नत मिलेगी और वहां 72 हूरें तुम्हारा स्वागत करेंगी। फिल्म में भी यही दिखाया गया है कि 72 हूरें का लालच देकर लादेन से लेकर हाफिज सईद जैसे बड़े बड़े आतंकियों ने युवाओं को जिहाद के लिए बकरा बनाया। कसाब जैसे आतंकी भी 72 हूरों की लालच में अपनी जान को जोखिम में डालते है।

फिल्म '72 हूरें' के ट्रेलर में एक डायलॉग सुनाई देता है," तुमने जो जिहाद का रास्ता चुना है, वो रास्ता तुम लोगों को सीधा जन्नत में लेकर जाएगा। हा हा हा... कंवारी, अनछुई हूरें तुम्हारी होंगी तुम्हारी। हमेशा के लिए... "

सोशल मीडिया पर, इस फिल्म को मुस्लिम समुदाय लगातार विरोध कर रहे है उनका कहना है कि यह फिल्म इस्लाम के छवि को भारत में खराब करने का काम कर रही है। जिससे देश में अलग अलग समुदायों के बीच नफरत जैसी स्थिति बन सकती है।

किस सीन पर CBFC को एतराज

फिल्म के को-प्रोड्यूसर अशोक पंडित का मानना है कि ट्रेलर में एक डेड बॉडी का पैर दिखाया गया है। इसी से सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जताई है। सेंसर बोर्ड ने इस सीन को ट्रेलर से हटाने के लिए कहा था। हालांकि ट्रेलर से इस सीन को नहीं हटाया गया है।

यह फिल्म भी आतंकवाद की क्रूर और दर्द भरी सच्चाई को दुनिया को दिखाता है। इसमें कैसे आतंकवादी पहले लोगों के दिमाग में उल जलूल बातें भरकर ब्रेनवाश करते हैं और उसके बाद दूसरों की जान लेने पर मजबूर करते है,दिखाया गया है। फिल्म में पवन मल्होत्रा हाकिम अली के रोल में और आमिर बशीर बिलाल अहमद के किरदार में दिख रहे है।

इस कंट्रोवर्शियल फिल्म को रिलीज होने की तारीख की बात करें तो 72 Hoorain फिल्म 30 जून से हमें सिनेमाघरों में देखने को मिल सकती है यह भारत में हिंदी और अंग्रेजी समेत कई अन्य भारतीय भाषाओं में रिलीज़ होने वाली है।

जन्नत की हूर? मतलब स्वर्ग की अप्सरा

एक इस्लामिक एक्सपर्ट का मानना है कि हूरें, मर्द या औरत कोई भी हो सकती हैं। कुरआन में कही भी ऐसा जिक्र नहीं है कि हूरें पुरुषो को मिलेंगी। कुरआन और हदीस में हूरों का केवल जिक्र है। एक टीवी शो के दौरान इस्लामिक व्यक्तित्व ने तर्क दिया था कि, 'जितने भी हिन्दू धर्म के वैदिक ग्रंथ , महाभारत, पुराण है। उनमें बहुत जगहों पर अप्सराओं का जिक्र किया गया है उन्हीं अप्सराओं को इसलामिक कुरान में हूर बोला गया है। जो स्वर्ग में पाई जाती हैं। स्वर्ग की सुंदर अप्सराएं का ही मतलब जन्नत की हूर है।' ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या किसी भी हिंदू को अप्सराओं का लालच देकर आतंकी बनने किस्सा कभी किसी ने सुना है ऐसा कभी हुआ है?

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