मद्रास कैफे एक्ट्रेस लीना मारिया पॉल के घर ED का छापा, जेल से 200 करोड़ की उगाही का मामला
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इसकी जानकारी मिली थी कि रोहिणी जेल के अंदर बैठे कैदी द्वारा एक कारोबारी के घर कॉल कर 200 करोड़ रुपए वसूली करने के लिए उसेक परिवार को धमकाया जा रहा था।
केंद्रीय जांच एजेंसी (ED) ने उगाही करने वाले यानी जबरन वसूली करने (Extortion case) वाले रैकेट का खुलासा किया है जिसके बाद मामला दर्ज कर इसपर जांच शुरू कर दी गई है। ये मामला हाल ही के दिनों का है जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इसकी जानकारी मिली थी कि रोहिणी जेल के अंदर बैठे कैदी द्वारा एक कारोबारी के घर कॉल कर 200 करोड़ रुपए वसूली करने के लिए उसेक परिवार को धमकाया जा रहा था। जिसके बाद पुलिस की स्पेशल सेल हरकत में आई है और तेजी से जांच शुरू कर दी। लेकिन इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की खबर सामने आने के बाद ED ने इस केस को टेकओवर कर लिया है।
स्पेशल सेल (special cell) के अधिकारी के मुताबिक़ इस केस का सीधा कनेक्शन तिहाड़ कैदी और कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर से है। सुकेश चंद्रशेखर द्वारा ही दिल्ली में रहने वाली एक महिला कारोबारी को धमकाकर उससे करोड़ों की वसूली की हुई। ये मामला उजागर होने के बाद खबर सामने आई है कि सुकेश चंद्रशेखर की साथी लीना मारिया पॉल के घर ED की टीम ने छापेमारी की। जिसके बाद उनसे ED ने पूछताछ की है।
बॉलीवुड फिल्म मद्रास कैफे में किया काम
लीना मारिया पॉल तमिल फिल्मों की एक्ट्रेस हैं जो बॉलीवुड फिल्म मद्रास कैफे (Madras Cafe) में काम कर चुकी हैं। इससे पहले भी विभिन्न एजेंसियों और पुलिस अधिकारियों ने सुकेश चंद्रशेखर की करीबी होने के चलते कई मामलों में लीना मारिया पॉल से पूछताछ की थी।
RBI में वाइस प्रेसिडेंट के पद पर काम किया, अब इस रैकेट में शामिल
सुकेश चंद्रशेखर पर कथित तौर पर 200 करोड़ रुपये जबरन वसूली रैकेट चलाने का आरोप है, जब वह जेल के अंदर बंद था। खबरों की माने तो पिछले 5 दिनों तक ED ने छापेमारी की। 18 अगस्त से 23 अगस्त में हुए छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण कागजात , बैंक अकाउंट, प्रॉपर्टी के कागजात को जब्त किया था। जिसके आबाद केस को आगे बढ़ाया। इस दौरान ED टीम ने दिल्ली , चन्नई समेत कई अन्य लोकेशन पर छापे मारे। जिसमें एक बैनकर्मी जो कि RBI में वाइस प्रेसिडेंट के पद पर कार्य कर चूका एक शक्स शामिल था। सुकेश चंद्रशेखर के लगातार संपर्क में रहा था। ये आरोपी सुकेश के काले धन का लेनदेन करता था।
आपको बता दें, ईओडब्ल्यू (इकोनॉमिक ऑफेंसेस विंग) भी इस केस में जांच कर रही हैं । सुकेश की आज 24 अगस्त को ईओडब्ल्यू की रिमांड ख़त्म हो रही है। लेकिन माना जा रहा है कि ED भी जल्द इसके रिमांड की मांग कर सकती है। यह वहीं हैं जिसने एआईएडीएमके डिप्टी चीफ टीटीवी दिनाकरन को चुनाव चिन्ह दिलवाने का वादा किया था जिसके लिए उसने 2 करोड़ रुपए लिए थे ।