Air Pollution: वायु प्रदूषण से कारण स्किन को हो सकते हैं कई नुकसान, जानें इससे बचाव के तरीके

Air Pollution: भारत में लगातार बढ़ रहे पॉल्यूशन की वजह से लोगों को सांस संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और सीओपीडी के केस काफी बढ़ गए हैं।

Report :  Anupma Raj
Update:2022-11-26 08:20 IST

Air pollution (Image: Social Media)

Air Pollution: भारत में लगातार बढ़ रहे पॉल्यूशन की वजह से लोगों को सांस संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और सीओपीडी के केस काफी बढ़ गए हैं। एक्सपर्ट की मानें तो प्रदूषण से स्किन को भी काफी नुकसान हो सकता है। बता दें प्रदूषण की वजह से स्किन में इन्फ्लेमेशन बढ़ जाता है। जिसके कारण यह स्किन से जुड़ी समस्या को भी पैदा कर देता है। पॉल्यूशन में मौजूद PM 2.5 के केमिकल भी स्किन लेयर में प्रवेश कर जाते हैं, जिससे ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस हो जाता है।

दरअसल ऑक्सीडेटिव डैमेज के जरिए त्वचा के अंदर मौजूद लिपिड, डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड और प्रोटीन के कामकाज में परिवर्तन का कारण बनते हैं, जो त्वचा की उम्र बढ़ने, सूजन, एलर्जी जैसे कॉन्टैक्ट डर्मटाइटिस, एटोपिक डर्मटाइटिस, सोरायसिस, मुंहासे आदि का कारण भी बन सकते हैं। ऐसे में जितना अधिक आपकी त्वचा वायु प्रदूषकों के संपर्क में आएगी कई तरह के त्वचा रोगों के होने का रिस्क बढ़ जाता है।

जानें इससे बचाव के तरीके

अगर आप घर से बाहर जाते है तो त्वचा की केयर प्रतिदिन करें वरना हानिकारक वायु प्रदूषण से स्किन डैमेज हो सकती है। इसलिए त्वचा और हाथों को क्लिंज करना ना भूलें। इसके लिए आप ऑयल-बेस्ड क्लिंजर और फेस वॉश का इस्तेमाल करे क्योंकि इससे स्किन साफ होती है और स्किन की बाहरी परत, पोर्स और अंदरूनी परत पर चिपकी गंदगी, धूल निकल जाती है। 

सप्ताह में कम से कम दो बार स्किन को एक्सफोलिएट करें क्योंकि इससे मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने में मदद मिलती है। त्वचा के रोम छिद्रों में मौजूद प्रदूषण और गंदगी बाहर निकलती है। ध्यान रखें एक्सफोलिएट हल्के हाथों से सर्कुलेशन मोशन में करें, ताकि त्वचा पर जलन ना हो। 

स्किन को हाइड्रेटेड रखने के लिए पानी खूब पिएं क्योंकि त्वचा की नमी के स्तर को बनाए रखने के लिए ये बहुत ज़रूरी है। साथ ही हानिकारक वायु प्रदूषकों से त्वचा को सुरक्षित रखने के लिए पौष्टिक मॉइस्चराइज़र लगाए। 

वैसे तो हर दिन सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए लेकिन यह प्रदूषण से बचाने में सीधे तौर पर योगदान नहीं करता है, क्योंकि वायु प्रदूषक यूवी किरणों के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं और टॉक्सिक पदार्थों में बदल सकते हैं, जो त्वचा के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकते हैं। ऐसे में जितना संभव हो यूवी किरणों से होने वाले नुकसान से बचने के लिए बेहद अच्छी क्वालिटी की सनस्क्रीन का रोज इस्तेमाल करें।

हर दिन स्किन केयर रूटीन में एंटीऑक्सिडेंट को जरूर शामिल करें क्योंकि इससे फ्री रैडिकल्स से होने वाले नुकसानों से स्किन को सुरक्षित रखा जा सकता है। ऐसे में बता दें विटामिन सी एक बेहतर एंटीऑक्सीडेंट है। इसलिए इसके नियमित सेवन और स्किन पर इस्तेमाल से काले धब्बे, महीन रेखाएं, डल स्किन आदि जैसे ऑक्सीडेटिव तनाव के लक्षणों को दूर रखने में मदद मिलेगी।





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