NPPA ने एंटीबायोटिक सहित इन 41 दवाओं की कीमतें घटाईं, 30 करोड़ लोगों को होगा सीधा फायदा
NPPA : राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) ने मधुमेह और दिल के मरीजों को बड़ी राहत दी है। दरअसल, NPPA ने अपनी 123वीं बैठक में मधुमेह, लिवर, दर्द, इन्फेक्शन और एलर्जी सहित 41 दवाओं की कीमतें घटाने का फैसला किया है।
NPPA : राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) ने मधुमेह और दिल के मरीजों को बड़ी राहत दी है। दरअसल, NPPA ने अपनी 123वीं बैठक में मधुमेह, लिवर, दर्द, इन्फेक्शन और एलर्जी सहित 41 दवाओं की कीमतें घटाने का फैसला किया है। NPPA ने दवाओं के खुदरा मूल्य तय करते हुए नए मूल्य तय किए हैं, इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।
राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) की 123वीं बैठक हुई। बैठक में 41 दवाओं और सात फॉर्मूलेशन की कीमतें कम करने का फैसला किया गया। NPPA ने अलग-अलग कंपनियों की जिन दवाओं की खुदरा मूल्य तय किया है, उनमें इन्फेक्शन, एलर्जी, मल्टीविटामिन और एंटीबायोटिक भी शामिल हैं। बता दें कि एंटीबायोटिक दवाएं काफी महंगी होती हैं, जिससे इलाज का खर्च बढ़ जाता है। अब दवाओं का मूल्य कम होने से मरीजों को कुछ राहत मिलेगी।
पहले भी 69 दवाओं की कीमतों में किया गया था संशोधन
इससे पहले NPPA ने फरवरी माह में शुगर और बीपी सहित 69 दवाओं की कीमतों में संशोधन किया था। उसमें 31 फॉर्मूलेशन वाली दवाएं भी शामिल थीं। NPPA ने अपने आदेश में विटामिन डी3, पेंटाप्राजोल, टेल्मिसर्टन, आइसोनियाजिड के अलावा मेटफॉर्मिन, सीटाग्लिप्टिन, बिसोप्रोलोल जैसी दवाओं को शामिल किया था।
30 करोड़ लोगों को होगा सीधा फायदा
रिपोर्ट के मुताबिक, देश में शुगर मी बीमारी से 10 करोड़ से अधिक लोग ग्रसित हैं। वहीं, ब्लड प्रेशर की समस्या से आठ करोड़ लोग जूझ रहे हैं। इसके अलावा गैस, विटामिन डी या फिर अन्य विटामिन की कमी के कारण दवाओं के कारोबार में हर साल बढ़ोतरी हो रही है। एक अनुमान के अनुसान, NPPA के इस फैसले से 30 करोड़ से ज्यादा लोगों को सीधे तौर पर राहत मिलने की उम्मीद है।
थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर हुआ कीमतों में संशोधन
एनपीपीए के एक अधिकारी ने बताया कि दवाओं की कीमतों में संशोधन थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में थोक मूल्य सूचकांक में कुछ वृद्धि हुई थी। उन्होंने कहा कि दवा और चिकित्सा उपकरणों की मूल्य निर्धारण सुधारों की देखरेख के लिए जिम्मेदार समिति के विस्तार का फैसला भी लिया है।