Tattoo and Blood Donation: टैटू बनवाने के बाद क्या कभी नहीं दे सकते खून, जानें एक्सपर्ट्स से

Tattoo Banwane Ke Bad Raktdaan Kyun Na Kare: आपने लोगों को अक्सर ये कहते सुना होगा कि टैटू बनवाने के बाद पूरी जिंदगी खून नहीं दे सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है इसकी सच्चाई।

Newstrack :  Network
Update: 2024-08-06 06:34 GMT

Tattoo (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Blood Donation After Tattoo: आज के दौर में टैटू (Tattoo) बनवाने का ट्रेंड बन चुका है। खासकर युवाओं में यह चलन (Tattoo Trend) तेजी से बढ़ता जा रहा है। लोग शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर तरह-तरह के टैटू बनवाते हैं। वैसे तो इसे नुकसानदायक नहीं माना जाता, लेकिन टैटू बनवाने वाले लोगों को कई तरह की हिदायतें जरूर दी जाती हैं। वहीं, कई लोग टैटू से इसलिए बचते हैं, क्योंकि इसे बनवाने के बाद वह किसी भी व्यक्ति को ब्लड डोनेट (Blood Donation) नहीं कर सकते हैं। सोशल मीडिया पर भी इससे रिलेटेड जानकारी शेयर होती रहती है कि टैटू बनवाने वाले लोग जिंदगी भर ब्लड डोनेट (Blood Donate) नहीं कर सकते हैं। लेकिन लोगों का ये कहना क्या सही है? आइए जानते हैं क्या है इसकी सच्चाई।

टैटू बनवाने वाले लोग कभी नहीं दे सकते खून?

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

अक्सर आप ने भी लोगों को ये कहते सुना होगा कि अगर आपने टैटू बनवा लिया तो कभी भी खून डोनेट (Tattoo and Blood Donation) नहीं कर सकते हैं। साथ ही सोशल मीडिया (Social Media) पर भी इस तरह की जानकारी कई बार शेयर की जा चुकी है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इसे महज मिथ्या करार दिया है। डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा नहीं है कि टैटू बनवाने के बाद व्यक्ति कभी भी खून नहीं दे सकता है। टैटू बनवाने के बाद भी वह आसानी से अपना ब्लड डोनेट कर सकता है। हां लेकिन, 6 महीने तक ऐसा न करने की सलाह दी जाती है।

पियर्सिंग के तुरंत बाद न दें ब्लड

रिपोर्ट में कहा गया कि अगर किसी ने हाल ही में टैटू करवाया है तो उसे खून नहीं देना चाहिए। टैटू बनवाने के करीब 6 महीने तक ब्लड डोनेट करने से बचना चाहिए। इसके बाद वह आसानी से ब्लड दे सकता है। ऐसा पियर्सिंग समेत अन्य सभी नॉन-मेडिकल इंजेक्शनों के लिए भी है। नाक, कान या शरीर के अन्य किसी अंग को छ‍िदवाने के 12 घंटों तक रक्‍तदान के ल‍िए मना क‍िया जाता है। WHO की रिपोर्ट में बताया गया है कि प‍ियर्सिंग के कम से कम 12 घंटों के बाद रक्तदान (Raktdaan) किया जा सकता है।

दरअसल, अंग को छिदवाने के बाद स्किन में सूजन या इंफेक्शन हो सकता है। ऐसे में इसके ठीक होने का इंतजार करना चाहिए। वहीं, अगर मल्‍टीपल प‍ियर्स‍िंग करवाई है, तो कुछ द‍िन रुककर ही रक्‍तदान करें।

नोट- यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है। इन सुझावों पर अमल करने से पहले संबंधित डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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