Health Tips: ध्यान दें सभी लोग, अपने मेटाबोलिज्म पर रखिये निगाह, हो सकती है बड़ी समस्या
Metabolism Problem: शरीर की ओवरऑल सेहत के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है मेटाबोलिज्म का। यदि किसी का चयापचय कमजोर है, तो चाहे वह कोई भी डाइट या व्यायाम का पालन करे, उसके नतीजे धीमे होंगे।
Metabolism Problem: शरीर की ओवरऑल सेहत के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है मेटाबोलिज्म का। लेकिन दुर्भाग्य से बहुत से लोगों को इसके बारे में पता नहीं होता। अच्छी बात ये है कि अब मेटाबोलिज्म पर फोकस आया है।
क्या है मेटाबोलिज्म
मेटाबोलिज्म का मतलब ऐसे केमिकल रिएक्शन प्रोसेस से है जो तब होते हैं जब शरीर खाने पीने की चीजों को एनर्जी में बदलता है। यह एक जटिल प्रक्रिया है जो शरीर को चलाने वाली एनर्जी को बनाने और जारी करने के लिए कैलोरी और ऑक्सीजन को जोड़ती है। मेटाबोलिज्म यानी चयापचय कभी भी रुकता नहीं है। ये तब भी चलता है जब शरीर आराम कर रहा हो। यह शरीर के बुनियादी कार्यों के लिए लगातार ऊर्जा प्रदान करता है, जैसे कि
सांस लेना,ब्लड सर्कुलेशन, खाना पचाना, कोशिकाओं का बढ़ना और उनकी मरम्मत करना, हार्मोन के स्तर का प्रबंधन तथा शरीर के तापमान को नियंत्रित करना।
पेट के माइक्रोबायोटा
हमारा पेट खरबों सूक्ष्म बैक्टीरिया से भरा हुआ है, जिन्हें "गट माइक्रोबायोटा" कहा जाता है। ये सूक्ष्म जीव, जो कुछ हम खाते हैं उसके फाइबर को तोड़ते हैं और शॉर्ट-चेन फैटी एसिड का उत्पादन करते हैं। यही केमिकल मेटाबोलिज्म को बढ़ाने के लिए एनर्जी बूस्टर के रूप में कार्य करते हैं। जब आंत का माइक्रोबायोम ख़राब हो जाता है, तो यह चयापचय संबंधी गड़बड़ी का कारण बन सकता है, जिससे कई प्रकार की जटिलता हो सकती है।
कमज़ोर मेटाबोलिज्म
यदि किसी का चयापचय कमजोर है, तो चाहे वह कोई भी डाइट या व्यायाम का पालन करे, उसके नतीजे धीमे होंगे। मेटाबॉलिज्म मोटापा, पाचन और वसा बढ़ने से भी आगे जाता है। यहां तक कि स्वस्थ दिखने वाले व्यक्तियों में भी चयापचय संबंधी सुस्ती हो सकती है, जिसके लक्षणों में असामान्य ब्लड शुगर स्तर, लिपिड और पुरानी सूजन शामिल हैं।
मेटाबोलिक स्वास्थ्य
माइटोकॉन्ड्रियल स्वास्थ्य: आपका चयापचय स्वास्थ्य दर्शाता है कि आपका माइटोकॉन्ड्रिया यानी कोशिकाओं का पावरहाउस - कितनी अच्छी तरह से ग्लूकोज जैसे पोषक तत्वों को ऊर्जा में बदल सकता है। यदि यह ठीक नहीं है, तो ग्लूकोज फैट के रूप में जमा हो जाएगा। थायराइड स्वास्थ्य : जब थायरोक्सिन गिरता है, तो शरीर को चयापचय प्रक्रिया को धीमा करने के संकेत मिलते हैं, जिससे फैट बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए थायराइड स्वास्थ्य को नियंत्रित रखना और अपने सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को ठीक करना जरूरी है।
लाइफस्टाइल में लाएं सुधार
- अच्छी नींद की कमी के परिणामस्वरूप शरीर मे विषाक्त पदार्थों का निर्माण हो सकता है और सूजन बढ़ सकती है। यह खराब चयापचय स्वास्थ्य के लिए बड़े खतरे का संकेत है।
- दोपहर के दौरान मेटाबोलिज्म अग्नि सबसे अधिक होती है, इसलिए दोपहर का भोजन पौष्टिक लें और जो मीठा खाना है, इसी समय लें। जैसे-जैसे दिन बढ़ता है, शरीर आराम और पाचन के लिए तैयार होता है। रात का खाना हल्का और सूर्यास्त के करीब रखें, और सूर्यास्त से सूर्योदय तक उपवास पर विचार करें।
- भोजन की शुरुआत कच्चे सलाद से करें। फिर पकी हुई सब्जियां खाएं। फिर प्रोटीन और फैट लें। अंत में कार्बोहाइड्रेट या अनाज खाएं।
- शरीर की जरूरत के वक्त पानी न पीना चयापचय को धीमा कर देती है। गर्म पानी चयापचय दर को बढ़ाने में मदद करता है।
- जितनी अधिक दुबली मांसपेशियां होंगी, शरीर उतना ही अधिक मानव विकास हार्मोन (एचजीएच) पैदा करेगा। जितना अधिक एचजीएच होगा, चयापचय दर उतनी ही बेहतर होगी।