Brain Eating Virus: कोरोना के बाद अब 'ब्रेन-ईटिंग अमीबा' का कहर, पानी से फैला ये वायरस, जानें लक्षण
Brain Eating Virus Amoeba: पिछले तीन सालों से जहां कोरोना के कारण लोगों को जान तक गवानी पड़ी है। तो वहीं चीन में इन दिनों यह खतरा बना हुआ है और कहर बरपा रहा है।
Brain Eating Virus Amoeba: पिछले तीन सालों से जहां कोरोना के कारण लोगों को जान तक गवानी पड़ी है। तो वहीं चीन में इन दिनों यह खतरा बना हुआ है और कहर बरपा रहा है। अब इसी बीच एक और वायरस ने एंट्री ले ली है। जो बेहद खतरनाक भी है। इससे एक व्यक्ति की भी मौत हो गई है। दरअसल यह एक खतरनाक वायरस है जो दिमाग को नुकसान पहुंचा रहा है। जिससे संक्रमित व्यक्ति का दिमाग पर काफी बुरा और गहरा असर पड़ रहा है।
क्या है ब्रेन ईटिंग अमीबा
ब्रेन ईटिंग अमीबा एक खतरनाक वायरस है, जिसका असर दिमाग पर गहरा पड़ता है। इस वायरस से संक्रमित होने पर दिमाग काम करना बंद कर देता है। दरअसल दक्षिण कोरिया में इस बीमारी से होने वाला पहला संक्रमण है। हालांकि इसे पहली बार 1937 में संयुक्त राज्य अमेरिका में रिपोर्ट किया गया था। अमीबा नाक के जरिए सांस लेता है और दिमाग में पहुंचकर ऊतकों को खत्म करता है।
कैसे फैलता है ये वायरस
दरअसल Naegleria fowleri एक अमीबा है जो आमतौर पर दुनिया भर में गर्म मीठे पानी की झीलों, नदियों, नहरों और तालाबों में पाया जाता है।
बता दें अमीबा नाक के जरिए दिमाग में प्रवेश करता है। यह संक्रमण ज्यादातर जानलेवा होता है।
ब्रेन ईटिंग अमीबा के ये हैं लक्षण (Symptoms of Brain-Eating Amoeba)
सिरदर्द
बुखार
उल्टी
गर्दन में अकड़
कम भूख
उल्टी
स्वाद ना आना
दौरे आना
बेहोशी महसूस होना
धुंधल नजर आना
कहां पाए जाते हैं ब्रेन-ईटिंग अमीबा
तालाब
नदियां
नहर
झील
धीमी गति से बहने वाली नदियां
एक्वैरियम
वॉटर पार्क
कम पानी वाले स्विमिंग पूल
कुएं के पानी में
गड्ढे
कितना खतरनाक है ब्रेन ईटिंग अमीबा
दरअसल थाईलैंड से लौटे एक व्यक्ति में यह संक्रमण पाया गया था। बता दें 10 दिसंबर को कोरिया लौटने से पहले उस व्यक्ति ने थाईलैंड में कुल चार महीने बिताए थे। जब मरीज कोरिया वापस लौटा तो उसमें मेनिन्जाइटिस के लक्षण दिखाई देने लगे थे- जैसे कि सिरदर्द, बुखार, उल्टी, बोलने में कठिनाई और गर्दन में अकड़न, और अगले दिन उसे एक एमरजेंसी रूम में ट्रांसफर कर दिया गया। जहां इलाज चलता eha lejin 21 दिसंबर को उनका निधन हो गया। बता दें कि अब कोरियाई हेल्थ एजेंसी के मुताबिक, मृत्यु का कारण तीन अलग-अलग संक्रमणों पर अनुवांशिक परीक्षण द्वारा निर्धारित किया गया था, जो नेगलेरिया फाउलेरी का कारण भी है।