Calcium Deficiency Causes: कैल्शियम की कमी बनता है गंभीर बीमारियों का कारण

Calcium Deficiency Causes and Symptoms: शरीर को हेल्दी रखने के लिए सभी प्रकार के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। सेहत को सभी तरह के और सारे पोषक तत्व सेहत को हेल्दी बनाने में मदद करते हैं।

Written By :  Anupma Raj
Update:2022-08-10 08:24 IST

Calcium ( Image: Social Media)

Calcium Deficiency Causes and Symptoms: शरीर को हेल्दी रखने के लिए सभी प्रकार के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। विटामिन, कार्बोहाइड्रेट्स, फैट, मिनरल्स, प्रोटीन आदि ये सारे पोषक तत्व सेहत को हेल्दी बनाने में मदद करते हैं। इनमें से ही एक पोषक तत्व हैं कैल्शियम। कैल्शियम हड्डियों और दांतों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। इसके अलावा यह अन्य कई बीमारियों से शरीर को बचाने में मददगार है। बता दे कि कैल्शियम की कमी को हाइपोकैल्सीमिया कहते हैं।

दरअसल हमारी मांसपेशियों को सही तरीके से काम करने के लिए भी कैल्शियम की आवश्यकता होती है। जब आपको पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम नहीं मिलता है, तो आपके शरीर को कई तरह की बीमारी हो सकती हैं। ब्लड के नमूनों से शरीर में कैल्शियम के स्तर का पता लगाया जाता है। अगर आपके परिवार में पहले से ही किसी को कैल्शियम की कमी होती है तो ऐसे में अगर आप डॉक्टर से संपर्क करते हैं तो डॉक्टर आपके ब्लड का नमूना लेते हैं और कैल्शियम, एल्ब्यूमिन के स्तर की जाँच करते हैं। जिससे पता लगाया जाता है कि आपके शरीर में कैल्शियम की मात्रा कितनी है। एक वयस्क के लिए कैल्शियम का स्तर 8.8-10.4 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (मिलीग्राम / डीएल) से होता है। यदि आपके कैल्शियम का स्तर 8.8 मिलीग्राम/डीएल से नीचे रहता है, तो आप कैल्शियम की कमी से पीड़ित हो सकते हैं। बता दे कि कैल्शियम भी बाकी पोषक तत्वों की तरह ही बेहद जरूरी है। कैल्शियम की कमी से हाइपोकैल्सीमिया जैसी समस्या हो जाती है। मांसाहारी लोगों की तुलना में शाकाहारी लोगों को हाइपोकैल्सीमिया का खतरा अधिक होता है क्योंकि वे कैल्शियम युक्त डेयरी उत्पाद नहीं खाते हैं। लंबे समय तक हाइपोकैल्सीमिया गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।

कैल्शियम की कमी हो जाने पर आपको हड्डियों से संबंधित समस्या सबसे ज्यादा होने लगती है। लगातार हड्डियों में दर्द और हड्डियों का टूटना भी कैल्शियम की कमी के कारण होता है। इसके अलावा दांत भी कमजोर हो जाते हैं और मसूड़ों से भी खून आने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि कैल्शियम युक्त आहार का सेवन करें। 

हाइपोकैल्सीमिया की समस्या होने पर डॉक्टर के पास जाना चाहिए। अगर आप जरूरत से ज्यादा कैल्शियम का सेवन करते हैं तो किडनी में बीमारी हो सकती है। हाइपोकैल्सीमिया के इलाज के लिए कैल्शियम कार्बोनेट, कैल्शियम साइट्रेट और कैल्शियम फॉस्फेट आदि का सेवन किया जाता है। हालांकि कुछ दवाएं कैल्शियम की खुराक के साथ लेने से सेहत संबंधी और समस्याएं पैदा कर सकती हैं। इसलिए, कैल्शियम की कमी का इलाज करने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें और केवल डॉक्टर द्वारा दी गई कैल्शियम युक्त सप्लीमेंट की खुराक लेने चाहिए। हाइपोकैल्सीमिया के कई कारण हैं। 

हाइपोकैल्सीमिया के कारण हैं: 

सेप्टिक सदमे

उच्च कैल्शियम के स्तर का इलाज करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा

हाइपरफॉस्फेटेमिया

कम विटामिन डी का स्तर

रीनल फ़ेलियरी

ब्लड ट्रांसफ़्यूजन

हंग्री बोन सिंड्रोम

कुछ कीमोथेरेपी दवाएं

हाइपोकैल्सीमिया के लक्षण हैं:

मांसपेशियों की ऐंठन

मेमोरी लॉस

भ्रम की स्थिति

डिप्रेशन

कमजोर नाखून

हड्डियों का आसानी से टूटना

पैरों, चेहरे और हाथों में सुन्नता और झुनझुनी

हलूसनेशन 

 


Tags:    

Similar News