Chikungunya Symptoms: डेंगू के बाद चिकनगुनिया के केस में इजाफा, जानें इसका लक्षण और इलाज

Chikungunya Symptoms: देश में पिछले कुछ महीने में डेंगू के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। अब वहीं डेंगू के बाद चिकनगुनिया के केस में भी इजाफा देखने को मिला है।

Update:2022-11-10 07:24 IST

Chikunguniya (Image: Social Media)

Chikungunya Symptoms: देश में पिछले कुछ महीने में डेंगू के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। अब वहीं डेंगू के बाद चिकनगुनिया के केस में भी इजाफा देखने को मिला है। दरअसल उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या बढ़ी है। देहरादून के अलावा अन्य शहरों में भी चिकुनगुनिया के मामले में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में आइए जानते हैं चिकनगुनिया के लक्षण और इसके इलाज के बारे में:

क्या है चिकनगुनिया?

दरअसल चिकनगुनिया एक वायरस है जो इंफेक्टेड मादा मच्छर (Aedes aegypti and Aedes albopictus) के काटने से होता है। चिकनगुनिया वायरल इंफेक्शन की पहचान तेज़ बुखार के साथ मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द से होती है। हालांकि यह समस्या खुद ही ठीक हो जाती है, लेकिन बुज़ुर्गों और किसी अन्य प्रकार की बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए यह इंफेक्शन जानलेवा भी साबित हो सकता है।

चिकनगुनिया के लक्षण (Chikungunya Symptoms)

चिकनगुनिया के लक्षण ज्यादातर 10 से 12 दिनों तक रहते हैं, जो धीरे-धीरे खुद ही ठीक होने लगते हैं। बुखार और जोड़ों में तेज दर्द के अलावा चिकनगुनिया में कुछ और भी समस्याएं देखी जा सकती हैं, जो इस प्रकार है-

थकान होना

सिर दर्द रहना

चक्कर आना

लिम्फ नॉड्स में संवेदनशीलता होना (Tender lymph nodes

उल्टी होने की समस्या (इंफेक्शन के 2 से 22 दिन के भीतर)

102' डिग्री तक बुखार रहना

शरीर में दर्द की समस्या होना

शरीर पर रैशेज या चकते निकलना

चिकनगुनिया का इलाज (Chikungunya Treatment)

चिकनगुनिया की कोई खास मेडिसीन उपलब्ध नहीं है लेकिन डॉक्टर की दी हुई दवा लें।

खुद से इलाज करने से बचना चाहिए और कोई भी दवा लेने से बचना चाहिए। 

चिकनगुनिया वायरस के लिए कोई वैक्सीन फिलहाल उपलब्ध नहीं है।

चिकनगुनिया होने पर घर पर ही रहें और जितना हो सके आराम करें।

चिकनगुनिया के मरीजों को डी-हाइड्रेशन की शिकायत ज्यादा होती है, तो ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लिक्विड लें क्योंकि लिक्विड डाइट लेना भी फायदेमंद रहेगा।

विटामिन सी युक्त आहार का सेवन ज्यादा करें, इससे इम्यून सिस्टम को बूस्ट होगा।

आइस पैक को तौलिए में लपेटकर जोड़ों पर रखें और हल्के हाथों से जोड़ों को दबाएं, इससे दर्द में फायदा होगा।

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