Colon Cancer in Youngsters: जानिए कैसे युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा है कोलोन कैंसर, ये हैं शुरूआती लक्षण

Colon Cancer in Youngsters: आजकल युवाओं में कोलोन कैंसर का ख़तरा लगातार बढ़ रहा है जिसके शुरूआती लक्षणों का अगर पता लगा लिया जाये तो ज़िन्दगी बचाई जा सकती है।

Newstrack :  Network
Update: 2024-08-28 06:12 GMT

Colon Cancer in Youngsters (Image Credit-Social Media)

Colon Cancer in Youngsters: आजकल की बदलती लाइफस्टाइल ने तरह तरह की बीमारियों को जन्म दे दिया है वहीँ पिछले कुछ समय में पब्लिक हेल्थ सेक्टर में एक और हैरान कर देने वाली घटना देखने को मिल रही है जहाँ युवाओं को कोलोन कैंसर होने की संभावनाएं बढ़तीं जा रहीं हैं। यूँ तो ये वृद्धावस्था या प्रौढ़ावस्था में लोगों को होने वाली बीमारी की श्रेणी में आती थी। लेकिन अब ये बीमारी 50 साल से कम उम्र के लोगों में भी देखने को मिल रही है। जिसने डॉक्टर्स की चिंता बढ़ा दी है।

कोलोन कैंसर की असल वजह अभी तक सामने नहीं आई है लेकिन इस उम्र में बढ़ते मामलों ने चिकित्सा जगत को अलर्ट पर ज़रूर रख दिया है। वहीँ इसके मामलों में वृद्धि की वजह भी अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। लेकिन कुछ ऐसे संकेत हैं जिससे इनका समय रहते पता लगाया जा सकता है जिससे इसका उचित इलाज भी संभव है। आइये जानते हैं क्या होते हैं इसके शुरूआती लक्षण और कैसे इसपर ध्यान दिया जा सकता है।

कोलोन कैंसर के सबसे प्रमुख और खतरनाक लक्षणों में से एक है मल में खून की मौजूदगी। ये डाइजेस्टिव ट्रैक्ट में ब्लीडिंग के संकेत देता है। ज़्यादातर ये चमकीले लाल रक्त या गहरे रंग के, टार जैसे मल के रूप में होता है। लोग मल में आ रहे इस खून को कभी कभी बवासीर या मामूली गैस्ट्रोइंटेस्टिनस प्रॉब्लम्स भी समझ लेते हैं पर इसको नज़रअंदाज़ करने की भूल नहीं करनी चाहिए। अगर ये ब्लीडिंग आपको मामूली लग रही हो तो भी इसके नज़रअंदाज़ करने की भूल न करें। साथ ही जल्द से जल्द किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह ले लें। जिससे स्थिति का सही मूल्यांकन हो सके और उचित कारणों का पता भी चल सके। इसे अगर शुरुआत में ही समझ लिया जाये तो इसका इलाज संभव है और ज़िन्दगी बच सकती है।

इसके अलावा अगर आपको अचानक से अपनी मल त्याग की प्रक्रिया में कोई अंतर दिखाई देता है खासतौर पर अगर आपको अचानक कब्ज़ की शिकायत शुरू हुई है तो ये कोलोन कैंसर का एक लक्षण भी हो सकता है। वैसे कब्ज़ एक आम समस्या है जो ख़राब डाइट, टेंशन या डिहाइड्रेशन की वजह से भी हो सकता है। अगर ये आपको लगातार रहता है और पेट में दर्द के साथ मल में खून भी आता है तो ये खतरे का संकेत हो सकता है। दरअसल ज़्यादा दिक्कत होने पर ये ट्यूमर के कारण कोलोन में रुकावट ला सकता है। अगर कोई भी युवा बिना किसी कारण के इन लक्षणों का सामना कर रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

इन लक्षणों के अलावा इसमें एनीमिया भी शामिल है। दरअसल एनीमिया रेड ब्लड सेल्स की कमी की वजह से होता है। ये भी कोलोन कैंसर के कारण हो सकता है। अगर खून की कमी की असल वजह न पता हो तो ये स्थिति आ सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ट्यूमर से क्रोनिक ब्लड लॉस होता है। जो तुरंत दिखाई नहीं देता है। वहीँ एनीमिया की बात करें तो इसमें थकान, कमज़ोरी, साँस लेने में दिक्कत और त्वचा का पीला होना भी शामिल है। वहीँ अगर कोई युवा बिना किसी अहम् वजह के एनीमिया से पीड़ित है तो तुरंत डॉक्टरी जाँच करवा लें। आपको बता दें कि ब्लड टेस्ट और इमेजिंग सहित जरूरी टेस्ट्स एनीमिया होने की ठोस वजह को पता लगा सकते हैं। वहीँ ये भी बता सकते हैं कि इसकी वजह कोलोन कैंसर है या नहीं।

अचानक गिरता वज़न भी कोलोन कैंसर का एक कारण है। वैसे इसकी और भी कई वजह होतीं हैं लेकिन अगर आप वज़न कम करने पर कोई ख़ास ध्यान नहीं दे रहे हैं और फिर भी आपका वज़न तेज़ी से घट रहा है तो ये कोलोन कैंसर का कारण भी हो सकता है। दरससल कैंसर कोशिकाएं शरीर के मेटाबॉलिज्म को बदल देतीं हैं जिससे सामान्य खाना खाने पर भी व्यक्ति का वज़न कम होने लगता है। अगर बिना किसी कारण आपका वज़न लगातार कम हो रहा है तो डॉक्टर को अवश्य दिखाएं।

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