Coronavirus: इन लक्षणों को ना करें इग्नोर, दिखने पर तुरंत जाएं अस्पताल

देश में फैले कोरोना संक्रमण से लोग डरे हुए हैं। इसकी संख्या हर दिन बढ़ती ही जा रही हैं। कोरोना की ये लेकर पहले से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है ।

Published By :  Monika
Update:2021-04-18 15:07 IST

कोरोना संक्रमण में सांस लेने में आती है दिक्कत (फाइल फोटो )

नई दिल्ली: देश में फैले कोरोना संक्रमण से लोग डरे हुए हैं। इसकी संख्या हर दिन बढ़ती ही जा रही हैं । कोरोना की ये लेकर पहले से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है । डॉक्टर्स के मुताबिक, नया कोविड स्ट्रेन न सिर्फ अधिक संक्रामक बल्कि कई गंभीर लक्षण भी लेकर आया है । कुछ होम क्वारनटीन में रह कर ठीक हो जा रहे हैं तो कुछ की हालत इतनी खबर हो जा रही हैं कि उन्हें अस्पताल की तरफ भागना पड़ रहा है। आइए जानते हैं कोरोना पॉजिटिव होने पर कब अस्पताल जाना ज़रूरी है ।

सांस लेने में तकलीफ

सांस लेने में तकलीफ या छाती में दर्द इंफेक्शन के ज्यादा खतरे का संकेत है । कोरोना वायरस एक रेस्पिरेटरी इंफेक्शन है और ये वायरस हमारे 'अपर ट्रैक्ट' में हेल्दी सेल्स पर हमला करता है । जिसके चलते मरीज़ को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है और उसकी जान तक को खतरा हो जाता है ।

ऑक्सीजन लेवल

कोरोना पॉजिटिव होने पर ऑक्सीजन लेवल पर भी असर पड़ने लगता है । बता दें, कोरोना पॉजिटिव होने पर इंसान के फेफड़ों के एयर बैग में फ्लूड भर जाता है जिसके चलते शरीर में ऑक्सीजन लेवल की कमी होने लगती है ।

बेहोशी, बेचैनी, आलस

कोरोना संक्रमित मरीजों में कुछ केस ऐसे भी सामने आए जिनके ब्रेन फंक्शन और नर्वस सिस्टम प्रभावित हुए । कई मरीजों में कन्फ्यूज़न, आलस, बेचैनी और बेहोशी जैसे लक्षण देखने को मिले । एक्सपर्ट की माने तो अगर किसी मरीज को आसान काम करने में दिक्कत आए या वाक्य को बोलने में लड़खड़ाए तो उसे तुरंत अस्पताल जाना चाहिए ।

सिने में दर्द

इन दिनों सिने में उठ रहे किसी तरह के दर्द को नज़रंदाज़ ना करें. कोरोना कोरोना संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं. SARS-COV2 कई मामलों में फेफड़ों की म्यूकोसल लाइनिंग पर अटैक करता है । इसीलिए मरीज़ को सिने के इस हिस्से में दर्द और जलन महसूस होने लगती है । ऐसी दिक्कत होने पर तुरंत अस्पताल जाना ही बेहतर होगा ।

होठों पर नीलापन

कोरोना संक्रमित होने पर कई मरीजों के होठों और चेहरे पर नीलापन आ जाता है । इसे इग्नोर ना कें ये शरीर में ऑक्सीजन लेवल के प्रभावित होने का संकेत देता है । जिसे हाइपोक्सिया कहा जाता है । टिशूज़ को पर्याप्त ऑक्सीजन ना मिल पाने के चलते शरीर अच्छी तरह काम नहीं कर पाती है ।

अगर हो ये लक्षण

अगर आपको बुखार खांसी, गले में रूखापन, खराश, नाक बहना, बदन दर्द, जोड़ों में दर्द कोरोना के बेहद सामान्य से लक्षण हैं । ये लक्षण ऐसे तो होम क्वारनटीन में ठीक हो जाते हैं लेकिन कुछ लोगों में ये लक्षण गंभीर हो जाते हैं । ऐसे में डॉक्टर से डॉक्टर से तुरंत अम्पर्क करें ।

इन लक्षणों में अस्पताल जाने की ज़रूरत नहीं

हल्का बुखार होना, डायरिया, थकावट या कोई भी सामान्य लक्षण दिखने पर अस्पताल जाने की ज़रूरत नहीं । आप घर बैठे ही इमरजेंसी सर्विस को फोन कर इस समस्या से उभर सकते हैं ।

लेकिन सबसे ज़रूरी यह हैं कि अगर आप खुद को कोरोना संक्रमण से बचाना चाहते हैं तो कोशिश करें कि ज्यादा समय घर पर ही रहे । दूसरों से दूरी बनाए रखें। मास्क का उपयाग ज़रूर करें।

Tags:    

Similar News