Pulses in diabetes: डायबिटीज में किन दालों का उपयोग होता है फायदेमंद

Pulses in diabetes: दाल एक पौष्‍टिक आहार है जिसमें पोषण की मात्रा ज्‍यादा और फैट बेहद कम मौजूद होता है। डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए दाल खाना बेहद फायदेमंद होता है।

Written By :  Preeti Mishra
Update:2022-05-21 17:40 IST

Pulses are beneficial in diabetes (Photo credit-Social Media)

Pulses in diabetes: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसका निदान एक स्वस्थ लाइफस्टाइल पर ही निर्भर करता है। बता दें कि खून में ग्‍लूकोज की मात्रा बढ़ने के कारण ही डायबिटीज की प्रॉब्लम होती है। जो अपने साथ कई अन्य बिमारियों को भी आमंत्रित कर देती है। इसलिए खून में ग्‍लूकोज बढ़ने की समस्या का निदान जल्द से जल्द कराना बेहद जरुरी है। अन्यथा इसे नजरअंदाज करना डायबिटीज की स्थिति को अनियंत्रित और घातक बना सकता है।

बता दें कि डायबिटीज के मरीजों में ह्रदय विकारों और स्‍ट्रोक का खतरा अन्य लोगों के मुकाबले दो से चार गुना ज्‍यादा होता है। हालांकि, एक अच्छी डायट और नियमित जीवनशैली अपनाकर आप मधुमेह को कंट्रोल में रख सकते हैं। ऐसे रोगियों के लिए दालों और फैट-फ्री डेयरी उत्‍पाद का सेवन लाभदायक होता हैं। मधुमेह के मरीजों के लिए दाल खाना बेहद फायदेमंद माना जाता है।

डायबिटीज के मरीज़ों के लिए दाल है कमाल :

दाल एक पौष्‍टिक आहार है जिसमें पोषण की मात्रा ज्‍यादा और फैट बेहद कम मौजूद होता है। डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए दाल खाना बेहद फायदेमंद होता है। बता दें कि दालों में मौजूद घुलनशील और अघुलनशील डायट्री फाइबर डायबिटीज में औषिधि के रूप में काम करता हैं। गौरतलब है कि घुलनशील फाइबर ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में सहायक होता है जबकि अघुलनशील फाइबर मल त्‍याग की क्रिया को ठीक करके कब्‍ज होने से बचाता है।

दाल में पाया जाने वाले कॉम्‍प्‍लेक्‍स कार्बोहाइड्रेट में फाइबर की प्रचुर मात्रा पायी जाती है। प्रोटीन से भरपूर ये दालें खून में ग्‍लूकोज के टूटने को धीमा कर शुगर को संतुलित करती है।

बता दें कि मेडिकल की भाषा में डायबिटीज के रोगियों को 55 जीआई यानी ग्‍लाइसेमिक इंडेक्‍स से नीचे वाली चीजों को ही अपने डाइट में शामिल करना चाहिए। तो आइए जानते हैं जीआई 55 या इससे कम वाली दालों को :

- चना दाल में ग्‍लाइसेमिक इंडेक्‍स 8 से कम होने के साथ इसमें उच्‍च मात्रा में प्रोटीन और फोलिक एसिड की मौजूदगी नई कोशिकाओं खासतौर पर लाल रक्‍त कोशिकाओं के निर्माण में काफी सहायक होते है।

- राजमा में जीआई लेवल 19 होने के साथ ये आंखों एवं स्किन के लिए फायदेमंद भी माना जाता है। राजमा में मौजूद फाइबर ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में भी सहायक होता है।

- आमतौर पर मूंग दाल को सेहत के लिए सबसे ज्यादा फयदेमंद माना जाता है। बता दें कि इस दाल का ग्‍लाइसेमिक इंडेक्‍स 38 होता है। बता दें कि मूंग दाल का सेवन आपके ह्रदय को भी सुरक्षित रखता है। जबकि गर्भवती महिलाओं के लिए मूंग दाल बेहद लाभदायक बताया जाता है ।

- प्रोटीन से भरपूर उड़द की दाल का ग्‍लाइसेमिक इंडेक्‍स 43 होता है। बता दें कि इस दाल का सेवन शुगर को नियंत्रित रखने में सहायक होता है। इसके अलावा इस दाल को खाने से आपकी त्‍वचा भी स्‍वस्‍थ रहती है।

- प्रोटीन और फाइबर से भरपूर छोले का जीआई लेवल 33 होता है।इसमें कई तरह के विटामिन और खनिज पदार्थों मौजूद होते हैं। डायबिटीज के मरीजों को इसके सेवन की सलाह दी जाती है।

- इनके अलावा डायबिटीज के मरीजों के लिए तुअर दाल, लोभिया, सोयाबीन, साबुत मसूर की दाल, काले चने आदि भी लाभदायक दालें होते हैं।बता दें कि इन सभी दालों का जीआई लेवल भी काफी कम होता है।

डायबिटीज से बचने के लिए अपने आहार में दालों का ज्‍यादा से ज्यादा सेवन करने की सलाह दी जाती है। जो आपके शुगर लेवल को संतुलित रखने के साथ-साथ आपकी स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होती हे।


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