डायलिसिस कराने वाले लोगों में किडनी कैंसर होने का रहता है ज्यादा डर, लक्षण जान कर जल्द करें उपाय
गौरतलब है कि किडनी की कोशिकायें कई परतों से बनी होती है। लेकिन किडनी कैंसर इनमें से किसी एक या सभी परतों को भी प्रभावित करने की क्षमता रखता है। बता दें कि जब भी शरीर मे मौजूद कोशिकाएं ज़रूरत से ज्यादा बढ़ने लगे तो वो कैंसर का रूप ले लेती है।
Dialysis and Cancer: किडनी कैंसर को रीनल कैंसर भी कहा जाता है, या एक ऐसी बीमारी है जिसमें किडनी की कोशिकाएं घातक यानी कैंसरस होकर ट्यूमर बन जाती हैं। बता दें कि शरीर में मौजूद किडनी बीन के आकार के 2 महत्वपूर्ण अंग होते हैं। ये शरीर में पीठ के मध्य से निचले हिस्से की ओर मौजूद होते हैं। उल्लेखनीय है कि रीढ़ के दोनों तरफ मौजूद एक-एक किडनी खून से गंदगी और अतिरिक्त तरल पदार्थ को फिल्टर करने में मददगार होने के साथ तरल और गंदगी को युरिन के रूप में पतली नलियों के माध्यम से मूत्राशय में भेजता है जिन्हें मूत्रवाहिनी भी कहा जाता है।
इसके अलावा किडनी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक होता है। उल्लेखनीय है कि किडनी कैंसर एक अकेली बीमारी नहीं है बल्कि इसमें कई प्रकार के कैंसर मौजूद होते हैं जो किडनी में होते हैं। गौरतलब है कि सात किडनी कैंसर जीनों में से प्रत्येक, वीएचएल, एमईटी, एफएलसीएन, टीएससी1, टीएससी2, एफएच और एसडीएच, उन रास्तों में भी शामिल है जो मेटाबोलिक तनाव या पोषक तत्व उत्तेजना का प्रतिक्रिया भी देते ह
कब हो सकता है किडनी का कैंसर ?
गौरतलब है कि किडनी की कोशिकायें कई परतों से बनी होती है। लेकिन किडनी कैंसर इनमें से किसी एक या सभी परतों को भी प्रभावित करने की क्षमता रखता है। बता दें कि जब भी शरीर मे मौजूद कोशिकाएं ज़रूरत से ज्यादा बढ़ने लगे तो वो कैंसर का रूप ले लेती है। उल्लेखनीय है कि कैंसर किडनी को सामान्य रूप से काम करने से रोकने के साथ किडनी का कैंसर शरीर के अन्य भागों में भी फैल सकता है। जब कैंसर फैलता है, इसे मेटास्टेसिस कहा जाता है। गौरतलब है कि कैंसर जितना अधिक फैलता है (मेटास्टेसिस), इसका इलाज या उपचार कराना उतना ही कठिन हो जाता है।
क्यों होता है किडनी का कैंसर ?
हालाँकि डॉक्टर किडनी कैंसर के होने के सही कारणों को अब तक नहीं जान पाए हैं लेकिन कुछ ऐसे कारक या करण हैं जो शरीर में किडनी कैंसर होने के जोखिम को बढ़ाते हैं जिनमें से कुछ प्रमुख हैं।
- लगातार धूम्रपान करते रहने से किडनी का कैंसर होने की सम्भावना काफी बढ़ जाती है। लेकिन अगर आप धूम्रपान करना बंद कर देते हैं तो इसके होने का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है। गौरतलब है कि धूम्रपान न करने वाले व्यक्ति को जोखिम स्तर तक पहुंचने में कई वर्षों का समय लग जाता है।
- अत्यधिक मोटे या वजन वाले लोगों में आरसीसी विकसित होने का खतरा सबसे अधिक होता है। गौरतलब है कि मोटापा शरीर के कुछ हार्मोन में बदलाव का प्रमुख कारण बन सकता है जो आरसीसी होने का कारण हो सकता है।
- लगातार अत्यधिक ब्लड प्रेशर रहने वाले लोगों में किडनी कैंसर होने का खतरा सबसे अधिक होता है। गैरतलब है कि ज्यादा ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए कोई दवा लेने के बावजूद भी यह जोखिम कम नहीं होता है।
- रिनल सेल कैंसर के मजबूत पारिवारिक इतिहास वाले लोगों में इस कैंसर के होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। बता दें कि यह जोखिम उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा है जिनके भाई या बहन को कैंसर की बिमारी है।
किन लोगों को है सर्वाधिक खतरा:
उल्लेखनीय है कि ट्राइक्लोरोइथिलीन जैसे कुछ पदार्थों के कार्यस्थल के संपर्क में आने के कारण भी आरसीसी होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। गौरतलब है कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों में इस बीमारी के होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। जो उम्र के साथ बढ़ता ही जाता है। इसके अलावा एसिटामिनोफेन जैसे एक सामान्य दर्द की दवा भी आरसीसी के जोखिम को कई गुना बढ़ा सकती है। इतना ही नहीं ऐडवांस किडनी की बीमारी वाले ऐसे लोग लोग जिन्हें विशेष रूप से डायलिसिस की ज़रूरत होती है, उनमें भी आरसीसी बढ़ने का खतरा बहुत ज्यादा होता है।
किडनी कैंसर के प्रमुख लक्षण:
हालांकि कई मामलों में, लोगों में किडनी के कैंसर के शुरुआती लक्षण बिलकुल दिखाई नहीं देते हैं। लेकिन जैसे-जैसे ट्यूमर बड़ा होता है इससे जुड़े लक्षण भी दिखने शुरू हो जाते हैं। निम्न लक्षणों में से एक या अधिक किडनी कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। जिसमें युरिन में खून आना, आपके बाजू या पेट में एक गांठ हो जाना, भूख न लगना, दर्द जो दूर नहीं होता, बिना कारण वजन कम होना , हफ्तों तक बुखार का बने रहना , जो सर्दी या अन्य संक्रमण के कारण नहीं होता है, अत्यधिक थकान, एनेमिया और आपकी एन्क्ल या पैरों में सूजन हो जाना आदि शामिल है।इसके अलावा किडनी का कैंसर जो आपके शरीर के दूसरे भागों में भी फैलता है, उसके लक्षणों में सांस लेने में कठिनाई, खूनी खाँसी और हड्डी में दर्द होना आदि शामिल हैं।
किडनी कैंसर से बचाव के विशेष उपाय:
हालाँकि किडनी के कैंसर को पूरी तरह से रोकने का कोई सीधा तरीका अभी तक नहीं है, लेकिन आप इन उपायों को अपने जीवन में शामिल करके इससे जुड़े जोखिमों को कम करने में सफल हो सकते हैं। जिसमें धूम्रपान छोड़ना, रक्तचाप कम करना, स्वस्थ शरीर के वजन को बनाए रखना, फलों और सब्जियों में उच्च आहार और वसा में कम भोजन करना, जंक फूड को आहार मे ज्यादा शामिल ना करना और नियमित रूप से एक्सरसाइज या योग करना आदि शामिल है।