क्या कोरोना की जंग के मोर्चे पर सबसे आगे डटे इन वीरों को आपने सैल्यूट किया

आप जान लीजिए कि कोरोनावायरस की जांच काफी बारीक और सावधानी भरी होती है, केजीएमयू में लैब का 24 घंटे संचालन हो रहा है। सभी रिसर्च साइंटिस्ट और लैब टेक्नीशियन बारी-बारी से ड्यूटी दे रहे हैं।

Update: 2020-03-27 08:52 GMT

डेढ़ महीने से ज्यादा हो गया कोई अपने मम्मी-पापा से नहीं मिला, तो कोई पत्नी से, किसी के बच्चे छोटे छोटे हैं। कोई संडे नहीं, होली या त्योहार की छुट्टी नहीं। एक जुनून है जिसमें सब जुटे हैं। किसी को अपने काम के आगे कुछ दिखाई नहीं दे रहा।

ये वो लोग हैं जो उसी दिन ईद मनाएंगे, अबीर गुलाल उड़ाएंगे और परिवार के संग बैठकर ठहाके लगाएंगे जब कोरोना से जंग जीत जाएंगे। क्योंकि डॉक्टरों के साथ ही इन लोगों ने भी जिंदगियां बचाने का बीड़ा उठा रखा है हम ऐसे लोगों को सलाम करते हैं। उनकी निष्ठा को सलाम करते हैं। उनकी सेवा की भावना को सलाम करते हैं। सबको करना चाहिए।

ये लोग कोरोनावायरस की जांच में दिन-रात एक कर के जुटे हैं। इन लोगों ने लैब को ही अपना घर मान लिया है। केजीएमयू की रिसर्च साइंटिस्ट और टेक्नीशियन के लिए लैब ही घर है। ये हैं कोरोना वायरस के खिलाफ जंग के असली हीरो।

इनमें डॉक्टर शांतनु प्रकाश, डॉक्टर रचना तिवारी, डॉ अनिल कुमार, रिचा मिश्रा, रानी, ओमप्रकाश, अजय पांडे, कमलेश कुमार जैसे अनेक नाम शामिल हैं। बीएसएल3 लैब केजीएमयू में फरवरी के पहले सप्ताह में शुरू हुई थी। इस खास तरीके की लैब में हवा से लेकर पानी तक सब फिल्टर होकर जाता है, क्योंकि जरा सी लापरवाही से पूरे शहर में वायरस फैल सकता है।

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आप जान लीजिए कि कोरोनावायरस की जांच काफी बारीक और सावधानी भरी होती है, केजीएमयू में लैब का 24 घंटे संचालन हो रहा है। सभी रिसर्च साइंटिस्ट और लैब टेक्नीशियन बारी-बारी से ड्यूटी दे रहे हैं।

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ये लोग जो जांच यहां करते हैं उसके नतीजे इलाज की दिशा को तय करते हैं क्योंकि जांच के रिजल्ट आने से पहले तक कोरोना के मरीज को फ्लू के मरीज के रूप में देखा जाता है। इन रिसर्च साइंटिस्टों को कई कई चरणों में जांच करनी पड़ती है। इस मुश्किल घड़ी में ड्यूटी के निर्वहन के लिए रिसर्च साइंटिस्ट और लैब टेक्नीशियन को तो सलाम है ही। खासकर इनके परिवार के प्रत्येक सदस्य को सलाम है। जिन्होंने इस मुश्किल वक्त में इनका उत्साह बनाए रखा। इस मुश्किल समय में कोरोनावायरस के खिलाफ जंग को जो देश की सेवा मान कर कर रहे हैं। यही सबसे बड़ी पूजा है। मानवता को बचाने की मुहिम में लगी इस टीम के समर्पण पर सबको नाज होना चाहिए। इनका इस्तकबाल होना चाहिए।

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