Healthy Food For Kids In Hindi: बच्चों को खिलाएं ये फूड्स, बढ़ेगी हाइट और दिमाग
Healthy Food For Kids In Hindi: बच्चों के छोटे से पेट को भरने के लिए चाहे आप ठोस पदार्थें को कम रखें लेकिन प्लेट में जितना हो वो पोषण से भरा होना चाहिए।
Healthy Food For Kids: मॉम्स को सबसे ज्यादा चिन्ता अपने बच्चें के खाने पीने की होती है। ऐसे में मां चाहती है कि मेरा बच्चा जो भी खाए वो पोषण से भरा हो। क्योंकि बच्चों के विकास के लिए उन्हें सही पोषण और हेल्दी डायट की ज़रूरत होती है। बच्चों के छोटे से पेट को भरने के लिए चाहे आप ठोस पदार्थें को कम रखें लेकिन प्लेट में जितना हो वो पोषण से भरा होना चाहिए। आइये आज आपको बताते हैं कि आप अपने बच्चों को क्या खिलाएं जिससे बच्चे के स्वास्थ्य के साथ साथ दिमाग भी तेज हो-
साबुत अनाज (Whole Grain)
शिशुओं को ठोस आहार खिलाने की प्रक्रिया शुरू करने के बाद धीरे-धीरे उसकी डायट में साबुत अनाज भी शामिल करना शुरू करें(bacchon ko khilaye thos aahar)। 1-3 साल की उम्र के बच्चों को रोजाना 2 कप साबुत अनाज खिलाना चाहिए। और 6 साल के अंदर के बच्चों को रोजाना 4 कप तक होल ग्रेन और मिलेट खाना चाहिए। साबुत अनाज में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, विटामिन बी जैसे पोषक तत्व होते हैं। आप होल ग्रेन जैसे चावल, मकई, गेंहू की दलिया और बाजरा, रागी को किसी भी तरह से बनाकर खिला सकती हैं जैसे आपका पसंद करता हो।
दालें (Pulses)
इंडियन थाली में अगर में अगर दाल न हो तो थाली इंकम्पलीट लगती है। क्योंकि दाल हम प्रोटीन के लिए खाते हैं। और हमारे सेहतके लिए प्रोटीन उतना ही जरूरी है जितना कि पानी या हवा। नहीं तो हम बीमार व कमजार भी पड़ सकते हैं। और बात बच्चों की है तब तो जरूरी ही है कि रोज बच्चे को 1-2 कटोरी दाल खाने की बचचों में आदत डालें।
दूध (Milk)
कैल्शिम के लिए बच्चों को रोजाना दूध देना चाहिए। जब आपका बच्चा 1 साल से बड़ा हो जाए तब आप उसके दूध में कुछ मिल कर दें जो पोषण से भरा हो। बच्चों में शुरू से ही दूध पीने की आदत डालें। नहीं तो बच्चे थोड़े होकर दूध न पीने के बहाने बनाते हैं।
अंडा (Egg)
प्रटीन के लिए आप अपने बच्चे को अंडा जरूर खिलाएं। एक्सपर्ट के मुताबिक 1 साल के बच्चे को सिर्फ अंडे का सफेद वाला हिस्सा ही खिलाएं क्योंकि उसे पचाने में दिक्कत हो सकती है। वहीं 2 साल के बच्चों को आप रोज एक अंडा खिला सकते हैं।
हरी सब्जियां (Green Vegetables)
बच्चों में सब्जियां खाने की भी आदत को डेवलप करें। ताकि बच्चों को सब्जियों से मिलने वाला विटामिन और मिनरल मिल सके। अगर ापका बच्चा सब्जी नहीं खाता है तो उसे किसी और तरीके से खिलाएं। जैसे सूप, वेज पराठे, सैंडविच आादि।
बच्चों को क्या न खिलाएं (Bacchon Ko Kya Na Khilaye)
फिलहाल इस उम्र में बच्चे इतने छोटे होते हैं कि उन्हें स्नैक्स देने से बचना चाहिए। इन्हें बाहर के जंक फूड बिल्कुल न दें। ये सभी चीजें बच्चे के लिए स्वस्थ्य के लिए नुकसानदायक हैं। इनमें काफी मात्रा में शुगर, नमक, वसा और केमिकल होते हैं। जो बच्चों के विकास में बाधा डाल सकते हैं।