Air Pollution Se Kaise Bache: दिल्ली में बढ़ा वायु प्रदूषण, जानें खुद को कैसे रखें सुरक्षित
Vayu Pradushan Se Kaise Bache: दिल्ली और प्रदूषण का रिश्ता नया नहीं है, बल्कि लगभग हर साल दिवाली से पहले और बाद में यहां के अधिकांश इलाके प्रदूषण की चादर से ढक जाते हैं। इससे कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं।
Pollution Se Kaise Bache: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण (Pollution In Delhi) का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के बाद दिल्ली की भी हवा बिगड़ने लगी है। आलम ये है कि यहां धुंध के कारण विजिबिलिटी कम हो गई है और प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। वायु प्रदूषण (Air Pollution) की वजह से हर साल सांस से जुड़ी बीमारियों समेत कई अन्य तरह के रोगों का भी खतरा मंडराने लगता है। ऐसे में पॉल्यूशन से खुद को बचाने के लिए कुछ जरूर कदम उठाने बेहद जरूरी हैं, नहीं तो आपके शरीर में कई तरह की बीमारियां (Air Pollution Diseases) घर कर सकती हैं। आइए जानें प्रदूषण से कैसे बचें (Pradushan Se Kaise Bache)।
प्रदूषण के चलते होने वाली बीमारियां (Pradushan Se Hone Wali Bimariyan)
बता दें दिल्ली और प्रदूषण का रिश्ता नया नहीं है, बल्कि लगभग हर साल दिवाली से पहले और बाद में यहां के अधिकांश इलाके प्रदूषण की चादर से ढक जाते हैं। जिसके कारण एक्यूआई 350 से 400 के पार चला जाता है। प्रदूषण कई तरह से लोगों को बीमार बनाता है। आइए जानें पॉल्यूशन से होने वाले रोगों (Pradushan Se Hone Wale Rog) के बारे में।
1- वायु प्रदूषण के कारण होने वाली सबसे आम बीमारियों में अस्थमा (Asthma) शामिल है। यह एक श्वसन संबंधी रोग है, जिसमें रोगी को सांस लेने में तकलीफ, खांसी और सीने में दबाव महसूस होता है।
2- जहरीली हवा के महीन कण पीएम 2.5 खून में प्रवेश कर जाते हैं। जिससे धमनियाों में सूजन आ जाती है और दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा अन्य हृदय संबंधी विकार (Heart Diseases) भी हो सकते हैं।
3- एयर पॉल्यूशन की वजह से लंग कैंसर (Lung Cancer) यानी फेफड़ों का कैंसर होने का भी खतरा रहता है।
4- इसके चलते तीव्र श्वसन संक्रमण भी हो सकता है। इसके सबसे अधिक शिकार बच्चे होते हैं। स्थिति गंभीर होने पर मृत्यु भी हो सकती है। इस रोग में सांस लेने में सहायक अंग नाक, गला और फेफड़े संक्रमित हो जाते हैं, जिससे सांस लेने में परेशानी होने लगती है।
5- वायु प्रदूषण से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) का भी खतरा बना रहता है। यह एक सांस संबंधी बीमारी है, जिसमें मरीज को सांस लेने में कठिनाई महसूस होती है।
6- प्रदूषण के कारण आंखों में जलन या खुजली की भी समस्या हो सकती है।
प्रदूषण से खुद को कैसे बचाएं (How To Protect Yourself From Air Pollution In Hindi)
डिटॉक्स वॉटर
फेफड़े शरीर का एक महत्तवपूर्ण अंग हैं। फेफड़ों को समय-समय पर डिटॉक्स करना बेहद आवश्यक होता है। फेफड़ों में जमा गंदगी को दूर करने के लिए आप ग्रीन टी, मुलेठी की चाय जैसी हर्बल टी और डिटॉक्स वॉटर पी सकते हैं। आप नियमित डिटॉक्स वॉटर से अपने दिन की शुरुआत कर सकते हैं। ये आपकी इम्यूनिटी को भी बढ़ाने का काम करेगा।
हेल्दी डाइट
अपनी डाइट में आप विटामिन से भरपूर आहार को शामिल करके वायु प्रदूषण के नकारात्मक प्रभावों से बच सकते हैं। विटामिन आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं और बीमारियों से बचाते हैं।
मास्क पहनें
अगर आप किसी ऐसे एरिया में ट्रैवल कर रहे हैं, जहां पॉल्यूशन काफी ज्यादा होता है तो बाहर जाने से पहले मास्क जरूर पहनें। इससे आप खुद को वायु प्रदूषण से सुरक्षित रख सकते हैं।
योग करें
इसके अलावा प्रदूषित हवा से खुद को बचाए रखने के लिए आप डेली कुछ योगासन कर सकते हैं। जैसे कि अनुलोम-विलोम, भुजंगासन, भस्त्रिका, कपालभाति। ये कुछ योगा पोज हैं, जो फेफड़ों की सेहत को दुरुस्त रखते हैं।
एयर प्यूरीफायर का करें इस्तेमाल
वायु प्रदूषण से बचने के लिए एयर प्यूरीफायर का उपयोग करना एक बेहद कारगर उपाय है। अपने घर, ऑफिस, कार में आप इसे इंस्टॉल कर सकते हैं। ये हवा को शुद्ध करने में मदद करता है, जिससे आप जहरीली हवा से बचेंगे।
मॉर्निंग वॉक और बाहर व्यायाम करने से बचें
प्रदूषण का स्तर अधिक होने पर बाहर व्यायाम करने से बचें। साथ ही हवा खराब होने पर मॉर्निंग वॉक के लिए भी ना जाएं। इस दौरान अपने घर के अंदर ही वर्कआउट कर सकते हैं।
खिड़कियां बंद करके रखें
घर में खिड़कियों का इस्तेमाल रोशनी और ताजी हवा आने के लिए किया जाता है, लेकिन अगर हवा प्रदूषित हो तो घर की खिड़कियों को बंद रखने में ही समझदारी है। साथ ही दरवाजे को भी बंद करके रखें।
नोट- यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है। इन उपायों और सुझावों पर अमल करने से पहले संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।