Benefits of Jal Neti: जल नेति से पाया जा सकता है कोरोना पर काबू, घर पर इस तरह से करें अभ्यास

Benefits of Jal Neti: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आप जल नेति का सहारा ले सकते हैं। दरअसल जलनेति एक योग है। जलनेती यानी जल से नासिका के दोनों छिद्रों को अच्छी तरह से धोना। यह एक योग है।

Written By :  Anupma Raj
Update:2022-09-23 09:01 IST

Jal Neti (Image: Social Media)

Benefits of Jal Neti: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आप जल नेति का सहारा ले सकते हैं। दरअसल जलनेति एक योग है। जलनेती यानी जल से नासिका के दोनों छिद्रों को अच्छी तरह से धोना। ऐसा माना जाता है कि वायरस पहले नाक में प्रवेश करता है, फिर वहां से गले में और अंत में फेंफड़ों में प्रवेश कर जाता है। ऐसे में अगर आप नाक को रोजाना साफ करते रहेंगे तो इससे लाभ मिलेगा। बता दे जलनेती क्रिया नाक में होने वाले संक्रमण और रूकावट को दूर करती है। 

बता दे मौसम के बदलाव के दौरान या ठंडा या गर्म मौसम में कई लोगों को नाक बंद होने की समस्या से परेशान होना पड़ता है। इस तरह की परेशानी को दूर करने के लिए आपको रोजाना जल नेति क्रिया का अभ्यास करना चाहिए। 

इसके कई लाभ भी है, जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह कोरोना संक्रमण से बचाता है। इतना ही नहीं यह आंख और गले के लिए भी फायदेमंद होता है। बता दे कई देशों में जैसे: थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, ब्रुनेई, लाओस, वियतनाम, म्यांमार और कंबोडिया- के आसियान ग्रुप कुछ देशों में यह योग से जुड़ी जल नेति बहुत पॉपुलर है।

कैसे करें जलनेती

सबसे पहले नासिका के एक छिद्र से बहुत ही धीरे-धीरे पानी पीएं। दरअसल गिलास की अपेक्षा यदि सुराही जैसा लोटा होतो नाक से पानी पीने में आसानी होगी। अगर लोटा नहीं हो तो गिलास लें।

इसे करने के लिए सबसे पहले एक ग्लास पानी भर लें

 फिर झुककर नाक को पानी में डुबाएं और धीरे-धीरे पानी अंदर जाने दें।

अब नाक से पानी को खींचना नहीं है। ऐसा करने से आपको थोड़ी परेशानी का अनुभव होगा।

गले की सफाई हो जाने के बाद आप इसे आसानी से कर सकते हैं।

दरअसल एक नाक से पानी अंदर लेना है और दूसरी से बाहर निकालना है। 

जलनेती क्रिया के फायदे

जलनेती क्रिया से आंखों की रोशनी तेज होती है।

इस क्रिया के अभ्यास से नासिका मार्ग की सफाई हो जाती है।

इससे कान, नाक, दांत, गले आदि से जुड़े कोई रोग नहीं होते हैं।

इसे करने सर्दी, जुकाम और खांसी की शिकायत नहीं रहती।

इस क्रिया को करने से दिमाग का भारीपन भी हट जाता है, जिससे दिमाग शांत, हल्का और सेहतमंद बना रहता है।

जलनेति क्रिया को करने से प्राणायाम करने में भी आसानी होती है।





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