STOP Eating Momos: मोमोज आपकी जिंदगी बर्बाद कर देगा, जानिए कैसे

STOP Eating Momos: जब हम आपको मोमोज से होने वाले नुकसान और घातक बिमारियों के बारे में बताएंगे तब आप आज ही इस जंक फ़ूड से तौबा कर लेंगे।

Update:2023-07-19 09:15 IST
STOP Eating Momos (Image Credit-Social Media)

STOP Eating Momos: आजकल गली मोहल्लो नुक्कड़ मार्केट पर सिल्वर के स्ट्रीमर में उबलते हुए मोमोज तीखी लाल मिर्च की चटनी के साथ खाते हुए युवा किशोर आपको भारी संख्या में दिख जाऐंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि ये आपकी सेहत को किस हद तक नुकसान पहुँचता है। इसमें मौजूद केमिकल छोटे बच्चों से लेकर युवा और बड़ों तक सभी को खोखला कर रहा है। लेकिन लोग इसे रेस्टॉरेंट्स और स्ट्रीट फ़ूड की तरह खूब चाव से स्वाद ले लेकर खाते हैं। जब हम आपको मोमोज से होने वाले नुकसान और घातक बिमारियों के बारे में बताएंगे तब आप आज ही इस जंक फ़ूड से तौबा कर लेंगे।

अंदर से खोखला कर रहा आपका फेवरेट मोमोज़

अक्सर शाम के समय मासूम युवा किशोर नहीं जानते वह मोमोज खा कर अपने स्वास्थ्य चरित्र को किस हद तक बर्बाद कर रहे हैं। Momoz मैदा के बने हुए होते हैं मैदा गेहूं का एक उत्पाद है जिसमें से प्रोटीन व फाइबर निकाल लिया जाता है जिसमे बस मृत starch ही शेष रहता है। उसे और अधिक चमकाने के लिए बेंजोयल पराक्साइड मिला दिया जाता है जो एक रासायनिक बिलीचर है। जी हां वही ब्लीचर्स जिससे चेहरे की सफाई की जाती है। यह ब्लीचर शरीर में जाकर किडनी को नुकसान पहुंचाता है।

मैदे के प्रोटीन रहित होने से इसकी प्रकृति एसिडिक हो जाती है यह शरीर में जाकर हड्डियों के कैल्शियम को सोख लेता है तीखी लाल मिर्च की चटनी उत्तेजक होती है, जिससे यौन रोग धातु रोग नपुंसकता जैसी महा भयंकर बीमारियां देश के किशोर व युवा को खोखला कर रही है। इस में ऐसे कैमीकलों को मिलाया जाता है जो बच्चों के दिमाग में चले जाते हैं। जिससे बच्चों का मन बार बार खाने को करता है। यह कैमीकल बच्चीयों में बांझपन और लड़कों को नपुंसकता पैदा करते है। जिसकी खाने वालों को भनक भी नहीं लगती।

यह खाना आपकी आंतों में जाकर चिपक जाता है। आंतों का सत्यानाश कर देता है। जिससे बच्चों में नया खून बनना बंद हो जाता है और शरीर का विकास रूक जाता है। जीभ के स्वाद में आकर अपने स्वास्थ्य को युवा किशोर खराब कर रहे हैं। Momoz पूर्वी एशियाई देशों चीन तिब्बत का खाना है वहां की जलवायु के यह अनुकूल है। भारत की गर्म जलवायु में यह अनुकूल नहीं है। आज ही शुभ संकल्प लें इस स्वास्थ्य नाशक रोग प्रधान आहार को कभी नहीं खाऐंगे ना ही किसी को खाने दिजिए !!

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