Measles: WHO की बड़ी चेतावनी, खसरा दुनिया के लिए खतरा, इसे रोकने के लिए टीकाकरण जरूरी

Measles: एक ओर जहां कोरोना के मामलों में गिरावट जारी है तो वहीं दूसरी ओर खसरे के प्रकोप ने चिंता बढ़ा दी है। ये बीमारी बच्चों के बीच अपने पैर तेजी से पसार रही है।

Report :  Anupma Raj
Update:2022-11-24 08:04 IST

Measles (Image: Social Media)

Measles: एक ओर जहां कोरोना के मामलों में गिरावट जारी है तो वहीं दूसरी ओर खसरे के प्रकोप ने चिंता बढ़ा दी है। ये बीमारी बच्चों के बीच अपने पैर तेजी से पसार रही है। जिसके बाद केंद्र सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब वहीं इस बीच WHO ने बड़ी चेतावनी दी है। 

दरअसल WHO और यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने बुधवार को कहा कि कोरोनो शुरू होने के बाद से खसरा टीकाकरण में काफी गिरावट आई है, जिसके कारण पिछले साल लगभग चार करोड़ बच्चों को टीके की खुराक नहीं मिलने का रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। WHO और यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने कहा कि कोरोना के बाद खसरा दुनिया के लिए बड़ा खतरा है। WHO और यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने कहा है कि कोरोना महामारी के बाद से खसरा के टीकाकरण में काफी गिरावट आई है, जिसके कारण कई बच्चे टीकाकरण से वंचित रह गए। 

जिसके बाद से इस साल इस बीमारी के बढ़ने ने बच्चों को अपनी जान तक गवानी पड़ रही है।WHO ने आगे कहा कि 'अब दुनिया भर के विभिन्न क्षेत्रों में खसरे के फैलने का खतरा है क्योंकि कोरोना के कारण इसके टीकाकरण कवरेज में लगातार गिरावट हुई और बीमारी की निगरानी भी घटी है। बता दें खसरा सबसे संक्रामक मानव विषाणुओं में से एक है। जिसे वैक्सीनेशन के जरिए लगभग पूरी तरह से रोका जा सकता है। 

आपको बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने कहा कि खसरे के प्रकोप को रोकने के लिए 95 फीसदी वैक्सीन कवरेज की जरूरत होती है। वहीं पिछले साल 9 करोड़ बच्चे इस बीमारी से संक्रमित हुए थे और वहीं खसरे की वजह से 1,28,000 मौतें भी हुई थी। दरअसल खसरे से होने वाली 95 प्रतिशत से अधिक मौतें विकासशील देशों में ही होती हैं। वहीं अफ्रीका और एशिया में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या अधिक होती हैं। आगे WHO का कहना था कि खसरा का कोई खास इलाज नहीं है, लेकिन वैक्सीन की दो खुराक इस बीमारी को रोकने में जरूर सक्षम है और यह टीका मौत को रोकने में लगभग 97 प्रतिशत प्रभावी है। टीकाकरण के द्वारा बच्चों को खसरे की चपेट में आने से रोका जा सकता है और ऐसे में एक बार फिर खसरे के टीकाकरण पर ध्यान देने की आवश्यकता है।



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