Momos Side Effect: मोमोज कर देगा आपको बुरी तरह बीमार, रांची के डॉक्टर ने बताया कैसे है यह जानलेवा
Momos Side Effect on Health: रांची इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज (RIMS) के प्रसिद्ध न्यूरो और स्पाइन सर्जन डॉ विकास कुमार ने मोमोस से होने वाले नुकसान को लेकर विस्तार से समझाया है। डॉ कुमार ने लगातार पांच ट्वीट कर यह बताने का प्रयास किया है कि कैसे यह फ़ास्ट फ़ूड आपके स्वास्थ्य को तहस-नहस कर देगा।
Momos Side Effect on Health: फ़ास्ट फ़ूड कल्चर ने हमारी जिंदगी को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। बाजार में आज कई तरह के फ़ास्ट फ़ूड उपलब्ध हैं। उन्ही में से एक है मोमोज। मोमोज एक प्रकार का पकौड़ा है, जिसकी उत्पत्ति तो तिब्बत, नेपाल और चीन में हुई है, लेकिन वर्तमान में इसने भारत में बहुत ही ज्यादा लोकप्रियता हासिल कर ली है। यह एक पतले आटे के आवरण में भरावन, जिसमें अक्सर मांस या सब्जियाँ शामिल होती हैं, लपेटकर बनाया जाता है। फिर पकौड़ी को या तो भाप में पकाया जाता है या पकने तक तला जाता है। मोमोज कई जगहों पर एक लोकप्रिय स्ट्रीट फूड और रेस्तरां डिश बन गया है।
Also Read
जानिये क्यों है मोमोज जानलेवा
लेकिन क्या आपको पता है कि यही मोमोज आपके लिए अब जानलेवा बनता जा रहा है। अगर नहीं पता तो आज हम इस बारे में आपको विस्तार से बताएँगे। रांची इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज (RIMS) के प्रसिद्ध न्यूरो और स्पाइन सर्जन डॉ विकास कुमार ने मोमोस से होने वाले नुकसान को लेकर विस्तार से समझाया है। डॉ कुमार ने लगातार पांच ट्वीट कर यह बताने का प्रयास किया है कि कैसे यह फ़ास्ट फ़ूड आपके स्वास्थ्य को तहस-नहस कर देगा।
डॉ विकास कुमार ने ट्वीट कर लिखा है कि, ''मोमोज आपकी जिंदगी बर्बाद कर देगा!! आजकल गली मोहल्लो नुक्कड़ पर सिल्वर के स्ट्रीमर में उबलते हुए मोमोज तीखी लाल मिर्च की चटनी के साथ खाते हुए कई लोग आपको दिख जाऐंगे।'' वो आगे लिखते हैं कि,'' आइए साइंटिफिक तरीके से आपको 5 रीजन बता रहा हूं कि कैसे मोमोज आपके स्वास्थ को खराब कर रहा हैl''
डॉ कुमार आगे लिखते हैं कि Momoz मैदा के बने हुए होते हैं। मैदा गेहूं का एक उत्पाद है जिसमें से प्रोटीन व फाइबर निकाल लिया जाता है और मृत starch ही शेष रहता है।
मैदे के प्रोटीन रहित होने से इसकी प्रकृति एसिडिक हो जाती है यह शरीर में जाकर हड्डियों के कैल्शियम को सोख लेता है l मैदा अच्छी तरीके से डाइजेस्ट नहीं होता और कई बार हमारी आंतों में जाकर चिपक जाता है और हमारी आंतो को ब्लॉक कर सकता है और तरह-तरह के बीमारियों को जन्म देता हैl
Also Read
डॉ विकास कुमार आगे ट्वीट कर लिखते हैं, ''आपने गौर किया होगा कि घर में बनाए हुए मोमोज थोड़े पीले होते हैं जबकि मार्केट वाले बिल्कुल वाइट यह इसलिए होता है क्योंकि इन्हें वाइट और सॉफ्ट बनाने के लिए ब्लीच, क्लोरीन गैस, बेंजोयल पराक्साइड और ऐज़ो कर्बेमिड मिलाया जाता हैl'' यह केमिकल हमारी किडनी और पेनक्रियाज को डैमेज करते हैं साथ ही डायबिटीज होने का खतरे को भी बढ़ाते हैं।
अपने एक और ट्वीट में डॉ विकास कुमार ने लिखा है कि तीखी लाल मिर्च की चटनी उत्तेजक होती है, साथ ही लो क्वालिटी की होती है जिससे पाइल्स, गैस्ट्राइटिस, पेट तथा आंतों में ब्लीडिंग हो सकती हैं।
डॉ कुमार लिखते हैं कि कुछ मोमोज बेचने वाले ,मोमोज में मोनोसोडियम ग्लूटामैट (MSG) नामक केमिकल मिलाते हैं, जो इसके टेस्ट को बढ़ता है और इसे सुगंधित बनाता है। इस MSG से मोटापा बढ़ता है, ब्रेन तथा नरवर की समस्या, चेस्ट पेन, हार्ट रेट तथा बीपी बढ़नl जैसे शिकायत भी होती हैl
अपने अगले ट्वीट में डॉ विकास कुमार जो बता लिखते हैं उससे तो मोमो स्वास्थ्य के लिए और भी खतरनाक हो जाता है। डॉ कुअंर ने बताया कि कुछ जगह नॉन वेज मोमोज में डेड एनिमल्स के मीट को मिलाया जाता है तथा वेज मोमोज मे सड़ी गली सब्जियों को डाला जाता है। जिससे कोई तरीके के और इंफेक्शन होते हैं।
ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मोमो खाना कितना खतरनाक है। मोमो स्वास्थ्य पर कैसे विपरीत प्रभाव डालता है यह बात कोई और नहीं बल्कि एक डॉक्टर ही कह रहा है।