Monkeypox: हर दो हफ्ते में दोगुने हो रहे मंकीपॉक्स के केस, कम्युनिटी स्प्रेड की आशंका
Monkeypox: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि मंकीपॉक्स संक्रमण सिर्फ पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में सीमित नहीं हो सकता है, बल्कि ये अन्य लोगों में फैल सकता है।
Monkeypox: एशिया भर के देश मंकीपॉक्स के लिए हाई अलर्ट पर हैं क्योंकि भारत से लेकर जापान तक मामले मिलते जा रहे हैं। भारत में कम से कम चार केस मिल चुके हैं जबकि जापान में मंकीपॉक्स का पहला मामला (Monkeypox Case In Japan) सामने आया है।
इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी है कि मंकीपॉक्स संक्रमण सिर्फ पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में सीमित नहीं हो सकता है, बल्कि ये अन्य लोगों में फैल सकता है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि मंकीपॉक्स के मामले (monkeypox case in week) हर दो हफ्ते में दोगुने हो रहे हैं। ऐसे में तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है।
पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों को वर्तमान में संक्रमण का सबसे अधिक रिस्क ग्रुप माना जाता है। पिछले हफ्ते न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में एक अध्ययन में पाया गया था कि 98 प्रतिशत मामले समलैंगिक या उभयलिंगी पुरुषों में थे।
डब्ल्यूएचओ के वरिष्ठ आपातकालीन अधिकारी ने ये कहा
डब्ल्यूएचओ (WHO) के वरिष्ठ आपातकालीन अधिकारी डॉ कैथरीन स्मॉलवुड (Senior Emergency Officer Dr. Katherine Smallwood) के अनुसार, इस बात के बहुत कम सबूत हैं कि यह रोग समलैंगिक और उभयलिंगी समुदायों तक ही सीमित रहेगा। उन्होंने कहा कि अगर ये वायरस छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर इम्यूनिटी वालों में फैलता है तो ज्यादा गंभीर मामले सामने आ सकते हैं।
अमेरिका में टेक्सस प्रान्त में हुआ मंकीपॉक्स का कम्युनिटी स्प्रेड
स्मॉलवुड (Senior Emergency Officer Dr. Katherine Smallwood) ने कहा कि सामान्य आबादी में अधिक व्यापक रूप से फैलने से पहले एक विशेष समूह या सेटिंग में वायरस का प्रकोप शुरू होना असामान्य नहीं है। शुरुआती संकेत तो हमें एक नई बीमारी के खतरे के प्रति सचेत कर रहे हैं जो अन्य समूहों में फैल सकती है। अमेरिका में टेक्सस प्रान्त (Texas Province in America) के एक शहर में मंकीपॉक्स का कम्युनिटी स्प्रेड हो भी गया है। अमेरिका में महिलाओं और बच्चों में भी ये संक्रमण मिला है जिससे लगता है कि बीमारी का दायरा बढ़ता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कई देशों ने पहले से ही सबसे अधिक जोखिम वाले लोगों के लिए टीकाकरण कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया है। ये टीके मुख्य रूप से चेचक के लिए डिज़ाइन किये गए हैं इसलिए मंकीपॉक्स पर उनकी प्रभावकारिता को निर्धारित करने के लिए अधिक जानकारी जुटाने की आवश्यकता है। हमें इस बात की पूरी जानकारी नहीं है कि ये टीके मंकीपॉक्स के खिलाफ कितने कारगर हैं।
एशिया में केसलोड फिलहाल कम
एशिया में केसलोड फिलहाल कम है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले हफ्तों में इस क्षेत्र में "संभावित वृद्धि" हो सकती है। सिंगापुर में ड्यूक-एनयूएस सेंटर फॉर आउटब्रेक प्रिपेयर्डनेस (Duke-NUS Center for Outbreak Preparedness in Singapore) के वैज्ञानिक अधिकारी खू योंग खैन (Scientific Officer Khu Yong Khan) ने कहा कि अगर कोरोना की तरह यात्रा प्रतिबंध आदि एहतियात नहीं बरते गए तो यह बीमारी विश्व स्तर पर फैलती रहेगी।अमेरिका और यूरोप में मामले यात्रा, व्यापार और पर्यटन के कारण तेजी से बढ़ रहे हैं। हम अगले कुछ हफ्तों से महीनों में एशिया में और अधिक मंकीपॉक्स के मामले मिलेंगे।