Monkeypox: मंकीपॉक्स अभी नहीं है कोई इलाज, ये हैं लक्षण, बचाव के लिए जरूरी है एहतियात

वैश्विक स्तर पर अब तक मंकीपॉक्स के 16,000 से अधिक मामलों का पता चला है। इसकी गंभीरता पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बीमारी को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में घोषित कर दिया है।

Written By :  Neel Mani Lal
Update:2022-07-24 18:57 IST

जानिए मंकीपॉक्स के बारे में सब कुछ: Photo- Social Media

Monkeypox: केरल के बाद अब दिल्ली में मंकीपॉक्स संक्रमण (Monkeypox Case In Delhi) पहुंच गया है। चूंकि ये बहुत संक्रामक बीमारी है इसलिए सभी लोगों को गंभीरता से एहतियात बरतने की जरूरत है।

वैश्विक स्तर पर अब तक मंकीपॉक्स के 16,000 से अधिक मामलों (Monkeypox Total Case) का पता चला है। जिस तरह से ये संक्रमण फैल रहा है, उसकी गंभीरता पर सरकारों का ध्यान खींचने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस बीमारी को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में घोषित कर दिया है।

पशु जनित बीमारी है मंकीपॉक्स

मंकीपॉक्स दरअसल एक वायरल ज़ूनोटिक (पशु जनित) बीमारी है जिसमें चेचक के समान लक्षण आते हैं। मानव से मानव संचरण मुख्य रूप से बड़ी श्वसन ड्रॉपलेट्स के माध्यम से होने के लिए जाना जाता है, लेकिन इसके लिए आमतौर पर लंबे समय तक करीब संपर्क की आवश्यकता होती है। इसके अलावा यह यह शरीर के तरल पदार्थ या घाव के जरिये सीधे संपर्क के माध्यम से भी फैल सकता है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सख्त स्वास्थ्य स्क्रीनिंग सुनिश्चित करें। इससे देश में मंकीपॉक्स मामलों के आयात के जोखिम को कम कर सकते हैं।

लक्षण

मनुष्यों में मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक के लक्षणों के समान, लेकिन हल्के होते हैं। मंकीपॉक्स की शुरुआत बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकावट से होती है। चेचक और मंकीपॉक्स के लक्षणों के बीच मुख्य अंतर यह है कि मंकीपॉक्स के कारण लिम्फ नोड्स सूज जाते हैं (लिम्फैडेनोपैथी) जबकि चेचक में ऐसा नहीं होता है। मंकीपॉक्स के लिए इन्क्यूबेशन अवधि (संक्रमण से लक्षणों तक का समय) आमतौर पर 7 से 14 दिनों का होता है, लेकिन ये कभी कभी 5 से 21 दिनों तक भी हो सकता है।

बुखार आने के 1 से 3 दिनों के भीतर या कभी-कभी अधिक समय में रोगी की स्किन, आमतौर पर चेहरे में एक दाना निकल आता है जो फिर शरीर के अन्य भागों में फैल जाता है। धीरे धीरे स्किन पर दाने चकत्ते और घाव में तब्दील हो जाते हैं। ये बीमारी आमतौर पर 2 से 4 सप्ताह तक रहती है। अमेरिका के सीडीसी का कहना है कि मंकीपॉक्स की गंभीरता किसी व्यक्ति की सेहत की स्थिति पर निर्भर करती है। इसके अलावा ये भी निर्भर करता है कि मंकीपॉक्स का कौन से वेरियंट का संक्रमण है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि यूरोप में कई मामले पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में हैं। अमेरिका में सीडीसी ने भी बताया है कि कुछ हालिया मामले पुरुष गुप्तांगों के आसपास घावों के साथ शुरू हुए हैं। पुरुषों के बीच सेक्स संबंध से ये संक्रमण फैलने के कई मामले आये हैं।

इलाज

फिलहाल, मंकीपॉक्स वायरस संक्रमण के लिए कोई सिद्ध, सुरक्षित उपचार नहीं है। अमेरिका में मंकीपॉक्स के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए, चेचक के टीके, एंटीवायरल और वैक्सीनिया इम्यून ग्लोब्युलिन (वीआईजी) का उपयोग किया जाता है। 

Tags:    

Similar News