Pregnancy Care Tips: प्रेगनेंसी में रखें अपनी सेहत का ख्याल, इन बीमारियों से बचाव है जरूरी

Pregnancy Care Tips: प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में बदलाव होता है ताकि वह बच्चे को सही तरीके से पोषण प्रदान कर सकें और उसका सही विकास हो सके. हार्मोनल परिवर्तन के साथ ही शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में भी बदलाव होता है.

Update: 2024-01-12 06:00 GMT

Pregnancy Care Tips (Photos - Social Media)

Pregnancy Care Tips : प्रेगनेंसी महिलाओं के जीवन में एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील समय होता है. इस समय महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिनमें हार्मोन्स का महत्वपूर्ण योगदान होता है. प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में बदलाव होता है ताकि वह बच्चे को सही तरीके से पोषण प्रदान कर सकें और उसका सही विकास हो सके. हार्मोनल परिवर्तन के साथ ही शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में भी बदलाव होता है. गर्भवती महिलाओं के लिए डायबिटीज का जोखिम काफी महत्वपूर्ण है.

जेस्टेशनल डायबिटीज

जेस्टेशनल डायबिटीज एक स्थिति है जिसमें गर्भवती महिलाओं का ब्लड शुगर नियमित हद से ज्यादा हो जाता है.एनीमिया प्रेगनेंसी में महिलाओं के लिए एक सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्या हो सकती है।इस स्थिति में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है, जिससे खून की क्षमता कम होती है और शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचाने में कठिनाई हो सकती है। यह खासकर प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले अत्यधिक खून की आवश्यकता के कारण हो सकता है, जब शरीर बच्चे की और मातृभूत ऊतकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अधिक रक्त बनाने का प्रयास करता है। एनीमिया के लक्षणों में थकान, छिद्रावृत्ति, चक्कर और चिड़चिड़ापन शामिल हो सकते हैं। इसे तत्काल नहीं देखा जाता तो यह बीमारी गर्भवती महिलाओं की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है और बच्चे के सही विकास में भी बाधा डाल सकती है।

Pregnancy Care Tips

थायरॉइड

प्रेगनेंसी के दौरान थायरॉइड ग्लैंड का काम बढ़ सकता है और इससे हार्मोन्स का स्तर असंतुलित हो सकता है, जिससे मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। गर्भवती महिलाओं में थायरॉइड समस्याएं एक सामान्य चिंता हैं। प्रेगनेंसी के दौरान यूरीनरी ट्रैक्ट से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं और गर्भाशय में संक्रमण एक आम समस्या हो सकती है। यह समस्या मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। प्रेगनेंसी के दौरान यूरिनरी इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है, जिसमें पेशाब करने में दर्द, जलन, और बुढ़बुढ़ापन हो सकता है। इसके अलावा, किडनी स्टोन्स का जोखिम बढ़ सकता है, जिससे पेशाब करने में दर्द हो सकता है।

Pregnancy Care Tips

इन समस्याओं से बचाव

हाइजिन का ध्यान: इंटीमेट हाइजिन का खास ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि साफ सफाई, गीले कपड़ों का सही तरह से इस्तेमाल करना और स्वच्छ रहना।

पेशाब जल्दी से निकालें: पेशाब को रोकने से यूरिनरी इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए जब भी महसूस हो, तुरंत पेशाब करें।

सही पोषण: पूर्ण और स्वस्थ आहार लें, जिसमें पानी, फल, सब्जियां और अनाज शामिल हों।

नियमित चेकअप: डॉक्टर की सलाह और निर्देशों का पालन करें और नियमित चेकअप करवाएं।

Tags:    

Similar News