Suicide Prevention Day 2022: आत्महत्या करने वालों में ये 4 लक्षण, समय रहते करें इसकी पहचान और बचाएं अपनों की जान

Suicide Prevention Day 2022: हर साल 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस (World Suicide Prevention Day 2022)। दरअसल इस दिन को मनाने के पीछे की वजह सुसाइड को रोकना है।

Written By :  Anupma Raj
Update:2022-09-10 11:45 IST

Suicide Prevention Day 2022 (Image: Social Media)

Suicide Prevention Day 2022: हर साल 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस (World Suicide Prevention Day 2022)। दरअसल इस दिन को मनाने के पीछे की वजह सुसाइड को रोकना है। बता दे कि दुनिया भर में हर साल 7 लाख से ज्यादा लोग सुसाइड कर लेते हैं। डिप्रेशन, लाचारी और जीवन में कुछ नहीं कर पाने की हताशा, मेडिकल कारण के चलते सुसाइड का रास्ता अपनाते है, जो बेहद ही गलत रास्ता है।  

दरअसल WHO की मानें तो युवा सबसे ज्यादा सुसाइड करते हैं। 15 से 19 साल के युवाओं के बीच मौत की चौथी सबसे बड़ी वजह सुसाइड ही है। आत्महत्या के आंकड़ों का ग्राफ अब काफी डराने वाले सामने आ रहे हैं। हाल के वर्षों में भारत में आत्महत्या की घटनाओं में लगातार इजाफा हुआ है। साल 2021 में 1,65,033 व्यक्तियों ने अपनी जिंदगी खत्म सुसाइड के जरिए कर ली। इस साल यानी 2022 की बात करें तो अब तक प्रतिदिन औसतन करीब 450 लोगों ने आत्महत्या की। कोरोनाकाल के बाद आत्महत्या की घटनाओं में बहुत बढ़ोतरी हुई है।  


वल्र्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे थीम

बता दे Suicide Prevention Day 2003 से मनाया जा रहा है। वल्र्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन और इंटरनेशनल एसोसिएशन फार सुसाइड प्रिवेंशन की पहल से यह हार्क्सल 10 सितंबर को मनाया जाता है। साल 2021 से 2023 इन तीन साल के लिए इसकी थीम है गतिविधि द्वारा आशा का सृजन। हालांकि किसी व्यक्ति के अंदर चल रहे सुसाइड के विचार को रोकना मुश्किल जरूरी हैं। लेकिन सही समय पर उनमें चल रहे ऐसे विचार को पकड़ना जरूरी है ताकि उन्हें सुसाइड करने से रोका जा सके। दरअसल आत्महत्या करने वाले व्यक्ति में कुछ लक्षण पहले ही दिखाई देने लगते हैं। तो चलिए बताते हैं वो 4 लक्षण जिसे गौर कर सकते हैं और अपनों की जान बचा सकते हैं: 

उदास रहना

सुसाइड करने वाले व्यक्ति में डिप्रेशन के लक्षण नजर जरूर आएंगे मतलब यह कि डिप्रेशन ग्रस्त व्यक्ति काफी उदास रहता है। आपके साथ होते हुए भी वह आपके बीच नहीं होता है। उसकी मुस्कुराहट बता देती है कि वो अंदर से काफी उदास हैं। बता दे कि उसके अंदर आत्महत्या की सोच पैदा हो जाती है। अगर आप इस लक्षण को नोटिस कर लेते हैं तो आप उससे बात कीजिए। उसके दर्द को जानिए और उससे बाहर निकलने में उसकी मदद कीजिए लेकिन उन्हें अकेला मत छोड़िए। अगर वो आपका दोस्त हैं और आपको लगता है कि वो गलत कदम उठा सकता है तो ऐसे में उसके परिवार को इसके बारे में बताइए। 

अचानक शांत होना

अगर हंसता-खेलता, मजाक करता इंसान अचानक शांत हो जाए और किसी से बात नहीं करें तो ये भी एक लक्षण होता है कि उसके अंदर सुसाइड का ख्याल चल रहा है। ऐसे में उससे बात करके उसे सही रास्ता दिखाएं। बताए कि जिंदगी कितनी खूबसूरत है, जिस बुरे दौर में वो अभी है वो गुजर जाएगा लेकिन अगर जिंदगी चली गई तो वो वापस नहीं मिलेगी। 

आत्महत्या की धमकी 

दरअसल जिस शख्स के अंदर आत्महत्या का ख्याल पनप लगता है वो काफी निडर हो जाता है, जैसे तेज गाड़ी चलाना, शराब पीना, ड्रग्स लेना, कुछ भी खा लेने वाला ये सारे लक्षण दिखता है। इसके अलावा ऐसे शख्स आत्महत्या की बातें भी करने लगते हैं। इसलिए ध्यान रखें कि अगर कोई करीबी में इस तरह के लक्षण आपकी दिखें तो उससे बात करें। उसे आगे बढ़ने की सलाह दें और उसे काउंसलर के पास लेकर जाएं।

पर्सनेलिटी में बदलाव

दरअसल डिप्रेशन से ग्रस्त लोगों के स्वभाव में परिवर्तन आने लगता है। ऐसे लोगों का बोलने का ढंग बदल जाता है और वो काफी निराशावादी बात करने लगता है। पर्सनेलिटी में परिवर्तन आ जाता। साथ ही नींद भी कम हो जाती है। उसमें बेचैनी दिखने लगती है। अगर आपको भी ऐसे लक्षण किसी में नजर आ रहें हैं तो उससे बात कीजिए और उसे पॉजिटिव फील कराए। 


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