Summer 2022: गर्मियों में पानी की कमी से बच्चों को भी होती है एसिडिटी की समस्या, इग्नोर नहीं करें

Summer 2022: गर्मियों में अपने खानपान का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। इससे बचने के लिया अपनाएं ये टिप्स

Report :  Sakshi Singh
Published By :  Ragini Sinha
Update:2022-03-26 12:36 IST

गर्मियों में पानी की कमी से होती है एसिडिटी की समस्या (Social media)

Summer 2022: गर्मियां अपने साथ डिहाइड्रेशन की समस्या लेकर आती है, ऐसे में हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है पानी की कमी से ब्लोटिंग, गैस, दस्त जैसी अन्य बीमारियां होने का खतरा होता है। ऐसे में खानपान का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। एसिडिटी होने पर बड़े लोग कई तरह के मेडिकेशन शुरू कर देते हैं, लेकिन बच्चों में एसिडिटी होने पर क्या करें। पेट की गैस की समस्या बच्चों में भी होती है। खेलकूद और पढ़ाई के बीच जरूरी है कि माता पिता अपने बच्चे के खानपान का ध्यान दें। 

जानें बच्चों को क्यों होती है एसिडिटी-

हाइड्रोक्लोरिक एसिड हमारे पेट में मौजूद होता है, लेकिन कई बार विकृति आने पर एसिड भोजन नली में पहुंच जाता है, जिससे पेट में जलन होने लगती है। पानी की कमी से भी खाना को पचाने में दिक्कत आती है। 

बच्चों में एसिडिटी के लक्षण-

उल्टी होना या उल्टी जैसा महसूस होना , खांसी आना, गले में जलन, कुछ खाने का मन न करना, खट्टी डकार, पेट फूल जाना, सांस में बदबू, कब्ज 

महीने भर के बच्चों में एसिडिटी के लक्षण-

दूध पीने से मना करना, उल्टी होना, दूध का गले में फंस जाना, खाने के बाद लगातार रोना, चिड़चिड़ापन, निमोनिया जैसे लक्षण

एसिडिटी का इलाज जल्द कर लेने में ही भलाई है, अगर  लंबे वक्त से एसिडिटी बनी हुई है तो यह बीमारी का रूप ले लेती है, इससे पेट में छाले या सूजन हो सकती है, एनीमिया जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं। 

बड़े बच्चों को एसिडिटी से कैसे बचाएं- 

  • गर्मियों में बच्चों को पानी पीना जरूर याद दिलाए।
  • दिन की शुरुआत गुनगुने पानी से करवाएं। 
  • भोजन के बाद सौंफ का शरबत दें, सौंफ पेट में ठंडक पैदा करके एसिडिटी को कम करता है। पानी की बोतल में या घड़े में भी सौंफ दाल सकते हैं। 
  • एक बार में भर के खिलने से बेहतर है थोड़ा थोड़ा कर के कई बार खिलाए। 
  • गर्मियों में फ्राइड, मसालेदार भोजन, और मैदे से बनी चीजों का सेवन कम करवाएं। 
  • छोटे बच्चों को एसिडिटी से कैसे बचाएं- 
  • ठंडा दूध एसिडिटी के लिए काफी अच्छा होता है। ठंडे दूध में मौजूद कैल्शियम एसिडिटी से होने वाली जलन को शांत करता है। 
  • बच्चे के दूध में इलायची पकाए और उसे ठंडे होने के बाद पिलाए। 
  • दूध पिलाने के बाद बच्चे को तुरंत लिटाएं नहीं,  गोद में लेकर सीधा रखें। 
  • काफी वक्त से लेटे हुए बच्चे के सिर को ऊंचा करने के लिए तकिया लगा दें, इससे पाचन सही से होगा। 
  • बच्चे को भूख से अधिक न दूध पिलाएं कुछ खिलाएं।
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