Tej Patte Ke Fayde Kya Hai: खाने में खुशबू और स्वाद बढ़ाने के साथ शरीर को स्वस्थ रखने के हुनर के अलावा घर की नकारात्मकता को दूर करता है तेज पत्ता
Tej Patte Ke Fayde aur Nuksan: तेजपत्ता एक तरह का खास मसाला है, जो खाने को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी कई तरह से उपयोगी भी साबित होता है।
Tej Patte Ke Fayde Kya Hai: भारतीय रसोइयों में मुख्यतौर पर तेज पत्ते का इस्तेमाल कई भारतीय व्यंजनों में स्वाद और उनकी गुणवत्ता बढ़ाने के लिए किया जाता है। अलग-अलग प्रांतों में इसे कई अलग नामों से जाना जाता है। तेज पत्ते को मुख्य रूप से मालाबार लीफ के नाम से भी जाना जाता है और इसका वैज्ञानिक नाम लॉरस नोबिलिस है।
तेजपत्ता का पेड़ भारत के कई राज्यों में पाया जाता है, जिनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, केरल, कर्नाटक, और महाराष्ट्र शामिल हैं। इसके अलावा, उत्तरी पूर्वी भारत के पहाड़ी इलाकों में भी तेजपत्ता की खेती की जाती है। तेजपत्ता के पेड़ को बे लॉरेल भी कहा जाता है। यह लॉरेसी परिवार का एक पेड़ है। तेजपत्ता के पेड़ के बारे में कुछ और बातेंः
तेजपत्ता के पेड़ को बीज से उगाना मुश्किल होता है।
तेजपत्ता के पेड़ ठंडी जलवायु में नहीं पनपते, इसलिए उत्तरी क्षेत्रों में इसकी खेती नहीं की जाती।` यह जड़ी-बूटी कई भारतीय रसोई में मौजूद है और इसमें विटामिन ए और सी जैसे कई आवश्यक पोषक तत्व और मिनरल्स, साथ ही फोलिक एसिड की मौजूदगी है। इसका उपयोग कई सूप, करी और चावल के व्यंजनों में किया जाता है और यह व्यंजनों में एक अलग तीखा स्वाद देता है. तेजपत्ते में मौजूद रिच न्यूट्रिएंट्स प्रोफाइल यह सुनिश्चित करती है कि यह कई स्वास्थ्य लाभ देती है, जैसे पाचन संबंधी परेशानियों को रोकना, हार्ट की रक्षा करना और यहां तक कि तनाव को दूर करने का काम भी करती है। लेकिन डायबिटीज रोगियों को इसे अपने व्यंजनों में शामिल करके विशेष रूप से लाभ हो सकता है क्योंकि यह इंसुलिन फंक्शन को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य सुधारता है तेज पत्ता
तेजपत्ता एक तरह का खास मसाला है, जो खाने को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी कई तरह से उपयोगी भी साबित होता है। इसमें विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सामान्य स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।इसका सेवन मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है। इससे स्ट्रेस की वजह से होने वाली परेशानियों से बचाव में मदद मिलती है।
सुबह के वक्त खाली पेट लेने से होते हैं कमाल के फायदे
सुबह के वक्त खाली पेट इसके पानी के सेवन से पाचन को सुधारने में मदद मिलती है। इससे डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है और हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाया जा सकता है। इसके अलावा, तेजपत्ता पीरियड के दर्द को कम करने, स्किन को स्वस्थ बनाने और इन्फेक्शन से लड़ने में भी मदद करता है। तो आइए जानते हैं।
आयुर्वेद में तेज पत्ते का महत्व इस प्रकार है
आयुर्वेद में, तेजपत्ते को ‘तेजपात’ के नाम से भी जाना जाता है। इसके साथ ही तेजपत्ते का औषधीय उपयोग कई सारी बीमारियों के इलाज में किया जाता है। तेज पत्ता विटामिन ए, विटामिन बी 6, और विटामिन सी का अच्छा स्रोत है। ये विटामिन प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करते हैं। तेज पत्ता में एंटीऑक्सीडेंट और पॉलीफ़ेनॉल भरपूर मात्रा में होता है, जो सूजन को कम करता है और संक्रामक रोगाणुओं से बचाता है। तेज पत्ता पाचन में सुधार करता है और शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को निकालने में मदद करता है। तेज पत्ता में मौजूद कार्बनिक यौगिक पेट खराब होने और इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम को कम करने में मदद करते हैं। तेज पत्ता में मौजूद पोटैशियम, शरीर से सोडियम को निकालने में मदद करता है, जिससे रक्त वाहिकाओं में तनाव कम हो जाता है और ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। तेज पत्ता मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करता है, जिससे श्वास में बदबू की समस्या नहीं होती। वहीं तेज पत्ता त्वचा के लिए बहुत फ़ायदेमंद है. इसके एसेंशियल ऑयल को क्रीम, इत्र, और साबुन बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। तेज पत्ते को रोज सुबह पानी में उबालकर पीने से काफी फायदे हो सकते हैं।
वहीं तेजपत्ता का अधिक मात्रा में सेवन करने से नींद आने और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। कुछ दवाएँ, जिन्हें शामक कहा जाता है, भी नींद आने और सांस लेने के दौरान समस्या आ सकती है।
तेज पत्ते का काढ़ा पीने से क्या होता है?
यदि आप तेजपत्ता का काढ़ा पीएंगे तो आपको नसों में आने वाली सूजन और खिंचाव से राहत मिलेगी. तेजपत्ता का सेवन करने से चोट लगने या मोच लगने जैसी स्थिति पर आप दर्द से बच सकते हैं। तेजपत्ता को आप चोट वाले हिस्से पर लगा लें, इससे आपका दर्द तेज़ी से कम होता जाएगा. तेजपत्ता का काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले 3-4 तेजपत्ते लें। तेज पत्ते का पानी इस तरह तैयार करें-
एक गिलास पानी को एक पैन में गर्म करें और इसमें 2-3 तेज पत्ता डालें और इसे कुछ देर तक अच्छे से उबालें। अच्छे से उबालने के बाद इसे छन्नी से छानकर गर्म ही घूंट घूंट में पिएं।
तेज पत्ते वाली चाय करती है वेट लॉस
तेज पत्ते की चाय कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर है। इसे पीना पाचन क्रिया को तेज करने में मदद करता है। इसके अलावा इसकी प्रकृति गर्म होती है जिस वजह से ये मेटाबोलिक रेट बढ़ाने के साथ वेट लॉस में तेजी से मदद करता है।
मिलती है सिरदर्द से राहत
सिरदर्द से राहत पाने के लिए आप तेजपत्ते की चाय बना कर भी पी सकते हैं। इसके लिए आप पानी में सिर्फ तेज़पत्ता डाल के बॉयल कर लें और उसे बिना मसाला, बिना चीनी डाल के पीएं। इसके आलावा आप तेजपत्ते को पीस कर इसका एक लेप बना सकते हैं, और फिर उसे अपने माथे पर लगा कर कुछ देर छोड़ दें, इससे सिरदर्द की समस्या दूर हो सकती है।
डायबिटीज की बीमारी से निजात पाने के लिए इस तरह होता है इस पत्ते का उपयोग
डायबिटीज की बीमारी से निजात पाने के लिए इस पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है। 30 दिनों तक सिर्फ 1 से 3 ग्राम तेज पत्ता खाने से टाइप-2 मधुमेह से पीड़ित लोगों को इंसुलिन फंक्शन में सुधार करने में मदद हासिल हुई है। इस पत्ते में कई फाइटोकेमिकल्स और आवश्यक तेलों की मौजूदगी के कारण, पत्तियों का मधुमेह रोगियों पर हाइपोग्लाइकेमिक प्रभाव होता है। तेजपत्ते के सेवन से इंसुलिन और ग्लूकोज मेटाबोलिज्म में सुधार पाया गया है। तेजपत्ते का सक्रिय घटक पॉलीफेनोल है, जो ग्लूकोज के लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसके अलावा, वे रोगियों के लिपिड प्रोफाइल को बेहतर बनाने में भी सहायक होता है।
टूटते बालों को नरम और मुलायम बनाता है तेज पत्ता
तेजपत्ते के तेल का उपयोग रूखे और टूटते बालों को नरम और मुलायम बनाने के लिए किया जा सकता है। साथ ही तेजपत्ते में पाये जाने वाले एंटीफंगल गुण डैंड्रफ और सिर की जुएं को कम करने में मदद कर सकते हैं। बालों में होने वाली तमाम समस्याओं के निराकरण में तेजपत्ता अहम भूमिका निभा सकता है। तेजपत्ते में पाये जाने वाले मिनरल्स और विटामिन्स, बालों की बढ़ती गति को प्रोत्साहित करते हैं और उन्हें मजबूत बनाते हैं।
तेजपत्ता सौंदर्य वृद्धि में होता है सहायक
जी हां तेजपत्ता सौंदर्य वृद्धि में भी मददगार होता है।
तेजपत्ता तेल में त्वचा को गोरा करने वाले गुण होते हैं।
तेजपत्ता त्वचा विकारों को दूर करने के लिए भी अच्छा माना जाता है।तेजपत्ता से बने
तेज में त्वचा को गोरा करने वाले गुण होते हैं। तेजपत्ता में त्वचा को शीघ्र रोपन का गुण होता है जो त्वचा को जल्दी ठीक करने में मदद करता है।
तेजपत्ता से जुड़े कुछ घर से नकारात्मकता को दूर करने के प्रचलित तरीके
घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए, हर शनिवार को पांच तेजपत्ते और पांच काली मिर्च जलाएं और इसका धुआं पूरे घर में फैलाएं।
आर्थिक संकट से निजात पाने के लिए, शुक्रवार के दिन एक तेजपत्ता अपने पर्स में रख लें।
धन की तंगी से मुक्ति पाने के लिए, सुबह स्नान करने के बाद मां लक्ष्मी की पूजा करें और उनके चरणों में तेजपत्ता रखें।
मनोकामना पूरी करने के लिए, तेजपत्ता पर सिंदूर से अपनी इच्छा लिखकर मंदिर में रख दें।
नज़र दोष से मुक्ति पाने के लिए, सात तेजपत्ते और एक चम्मच नमक लें। इसे नज़र लगे व्यक्ति के ऊपर से सात बार घुमाएं और किसी सुनसान जगह पर फेंक दें।
घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए, रोज़ रात में बेडरूम या लिविंग रूम में तेजपत्ता जलाएं। इससे बुरे सपने दूर होते हैं और अच्छी नींद आती है।
(लेखिका वरिष्ठ पत्रकार हैं)