Winter Healthy Drinks: सर्दियों में भी उठाएं इस हेल्दी ड्रिंक का आनंद, जानें ठंडे मौसम कैसे करें छाछ का सेवन
Thand Me ine Ke Fayde aur Nuksan: क्या आप जानते हैं कि छाछ सर्दियों में कितना फायदेमंद होता है और इसे आप कैसे अपनी दिनचर्या में शामिल करके स्वास्थ सम्बन्धी कई परेशानियों से निजात पा सकते हैं।
Thand Me ine Ke Fayde aur Nuksan: भारत देश में छाछ एक ऐसा स्वादिष्ट पेय पदार्थ है जिसके स्वाद के साथ ही साथ बहुत सारे स्वास्थ लाभ भी हैं। पेट से जुड़े कई रोगों में डॉक्टर छांछ का सेवन करने की सलाह देते हैं। भारतीय रसोईयों में प्रमुखता से इस्तेमाल होने वाला छाछ कई लोग गुड़ के साथ पीना पसंद करते हैं तो वहीं इसे भुना जीरा और काले नामक के साथ लोग इसे पीते हैं। इसमें मौजूद तत्व हमारे शरीर में पाचन क्रिया के लिए काफी सहायक होते हैं। जो अपच और अत्यधिक डकार आदि की समस्या में यहां तक कि डीहाइड्रेशन जैसी समस्या में अचूक उपाय साबित होते हैं। यह आपके पाचन से लेकर आपकी प्रतिरक्षा तक सब कुछ बेहतर बनाने में मदद करता है। यहाँ तक कि सर्दियों में भी छाछ पीने के कई फायदे हैं।
इससे आपकी पाचन संबंघी समस्या और इम्युनिटी अच्छी रहती है।आयुर्वेद के मुताबिक, छाछ की तासीर ठंडी होती है। इसलिए इसका ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल गर्मी में किया जाता है। छाछ में विटामिन और खनिज अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। यह पचने में हल्की होती है और शरीर को ठंडा रखती है। कैल्शियम, पोटेशियम और विटामिन बी 12 से भरपूर, छाछ में लैक्टिक एसिड होता है जिसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। यह आपके वजन घटाने में भी उपयोगी हो सकते हैं क्योंकि उसमें पोषक तत्वों से भरपूर कम कैलोरी वाले गुण हैं। जिनको देखते हुए इसका इस्तेमाल सर्दी के मौसम में भी किया जाना उपयुक्त होता है। आइए जानते हैं सर्दी के मौसम में छाछ का इस्तेमाल किस तरह से किया जाना चाहिए -
छाछ पीने से शरीर को होने वाले लाभ
दांत को मजबूत करने में
रोजाना 1 गिलास छाछ पीने से आपके दांत भी मजूबत रहते हैं। इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम मौजूद होता है। लो कैलोरी ड्रिंक- छाछ एकमात्र डेयरी प्रोडक्ट हैं, जिसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है।
वेट लॉस में
छाछ में बेहतरीन स्वाद के साथ फैट बहुत ही कम होता है। इसके सेवन से आपका वजन नियंत्रित रहता है। छाछ के सेवन से आपका पेट भी जल्दी भर जाता है। छाछ वजन घटाने से लेकर शरीर को एनर्जी देने में भी सहायक है। लंच के साथ 1 गिलास छाछ पीने से आपको जल्दी भूख भी नहीं लगती है।
डिहाईड्रेशन में
इस मौसम में अक्सर लोग पानी पीना कम कर देते हैं। ऐसे में सर्दियों के मौसम में छाछ के सेवन से आपको डिहाईड्रेशन की समस्या नहीं होती और आप थकान भी महसूस नहीं करते हैं। बल्कि पूरा दिन खुद को एनर्जेटिक महसूस करते हैं।
इम्युनिटी बढ़ाने में
इम्युनिटी बढ़ाने में भी छाछ बड़ी कारगर उपाय साबित होती है।
छाछ में मौजूद विटामिन ए, सी और बी जैसे पोषक तत्व बेहतर स्वस्थके लिए फायदेमंद होते है।
पाचन संबंधी समस्या में
छाछ बेहद सुपाच्य होता है इसमें मौजूद प्रोबॉयाटिक माइक्रोब्स के चलते इसके सेवन से पेट में गैस, अपच और जलन की समस्याएं नहीं होती है और आपका पाचन तंत्र पूरी तरह से स्वस्थ रहता है।
हड्डियों को मजबूत बनाने में
छाछ में प्रोटीन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाई जाती है, जिससे आपकी हड्डियां मजबूत रहती है। छाछ के सेवन से मांसपेशियों में लचीलापन और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां दूर हो सकती है।
किडनी के ठीक से काम करने में
खट्टी छाछ पीने से आपको किडनी की समस्या में भी राहत मिलती है। छाछ में मौजूद कैल्शियम, पोटेशियम और फास्फोरस जैसे तत्व किडनी को ठीक से काम करने में मदद करते हैं और किडनी में पथरी होने से रोकते हैं।
अच्छी नींद लाने में
सोने से कुछ घंटे पहले एक गिलास छाछ पीने से आपको अच्छी नींद आएगी। कुछ विशेषज्ञों का तर्क है कि छाछ तंत्रिका तंत्र पर भी प्रभावी है। सोने से पहले अयरन पीने से थकान दूर होती है और मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिसका तंत्रिका तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
लेकिन ठंड के दिनों में इसका सेवन सिर्फ दोपहर के समय ही करना उपयुक्त रहता है।
सर्दियों में छाछ पीने से होते है ये नुकसान-
सर्दियों में छाछ पीने के कई नुकसान भी है। इससे सर्दी-खांसी हो सकती है। सर्दियों में छाछ के सेवन से मांसपेशियों और नसों में ब्लड सर्कुलेशन की समस्या हो सकती है। साथ ही अगर आपको जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द और अकड़न की समस्या हो सकती है और सांस की तकलीफ भी हो सकती है। इसलिए आप अपनी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार, सर्दियों में छाछ का सेवन करें और किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहें हैं तो इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।
सर्दियों में छाछ पीने का तरीका इस प्रकार हैः
- छाछ को धूप में बैठकर पिएं।इससे खांसी, सर्दी और जुकाम नहीं होता है।
- ठंड की समस्या से बचने के लिए सर्दी के मौसम में छाछ को दोपहर के समय 11 बजे से लेकर 4 बजे के बीच पिएं।
- अगर जोड़ों में दर्द की समस्या है तो छाछ से परहेज़ करें। छाछ को खाली पेट नहीं पीएं साथ ही छाछ के सेवन के साथ दूध या दही जैसे अन्य डेयरी प्रोडक्ट्स नहीं लेने चाहिए।
- बेहतर हाजमे के लिए छाछ को भोजन करने के कम से कम एक घंटे बाद पिएं।
- छाछ की तासीर ठंडी होती है। इसलिए इसके प्रभाव को कम करने के लिए इसके साथ गुड़ खाएं। गुड़ की तासीर गर्म होती है। डायबिटीज़ की समस्या में बेहतर है कि छाछ में काला नमक, भुना जीरा पाउडर, अजवाइन या हींग का तड़का लगाकर पिएं।