Breastfeeding Side Effects: गलत तरीके से ब्रेस्टफीडिंग कराने से होती हैं कई गंभीर शारीरिक समस्याएं

Breastfeeding Side Effects: ब्रेस्टफीडिंग का महत्व समझाने के लिए हर साल 1 अगस्त से 7 अगस्त वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक सेलिब्रेट किया जाता है। इसमें महिलाओं को स्तनपान से जुड़ी हुई अहम जानकारियों के बारे रूबरू कराया जाता है।

Written By :  Preeti Mishra
Update:2022-08-06 20:10 IST

जन्म के एक घंटे के अंदर नवजात को मां का दूध मिलने में कानपुर सबसे फिसड्डी, टॉप 3 में गोरखपुर  (Image: social media)

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Breastfeeding Side Effects: किसी भी महिला के लिए मां बनना इस दुनिया के सबसे ज्यादा सुखद अहसास होता है। एक औरत जब माँ बनती है तो अपनेआप ही उसके ऊपर कई जिम्मेदारियां भी साथ आती हैं। एक बच्चे की ज़िम्मेदारी उसका सही तरीके से लालन -पालन और पोषण एक माँ की प्रमुख ज़िम्मेदारी होती है। बता दें कि बच्चा होने के बाद मां को अपने साथ -साथ बच्चे की हर चीज का भी ध्यान रखना पड़ता है। लेकिन इस दौरान स्तनपान का विशेष रूप से ध्यान रखना बेहद जरुरी है।

बता दें कि बच्चे के सर्वांगीण विकास के लिए माँ का दूध सर्वोत्तम होता है। मां के दूध में मौजूद कई अहम पोषक तत्व बच्चे के तेजी से विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कई बार कुछ महिलाएं ब्रेस्टफीडिंग नहीं करवाना चाहती हैं। ऐसे में वे बच्चे को दूध की बोतल पकड़ा देती हैं। लेकिन आपको बता दें कि कई रिसर्च में ये साबित हो चूका है कि बच्चे के लिए माँ का दूध जितना महत्वपूर्ण है उतना ही एक महिला को स्वस्थ रहने के लिए ब्रेस्टफीडिंग कराना बेहद आवश्यक है। उल्लेखनीय है कि बच्चे को स्तनपान कराने से महिलायें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बच जाती हैं। इसलिए ब्रेस्टफीडिंग का महत्व समझाने के लिए हर साल 1 अगस्त से 7 अगस्त वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक सेलिब्रेट किया जाता है। इसमें महिलाओं को स्तनपान से जुड़ी हुई अहम जानकारियों के बारे रूबरू कराया जाता है।

गौरतलब है कि आज भी एक बड़ी संख्या में महिलाओं को इससे जुड़ी हुई अहम जानकारियों के बारे में पता नहीं होता है जिसके कारण वे कई गलतियां कर जाती हैं। जिन गलतियों का खामियाजा मां और बच्चे दोनों को अपनी स्वास्थ्य की कीमत पर भुगतना पड़ता है।

तो आइये जानते हैं कि स्तनपान से जुड़ी वो कौन सी गलतिया हैं जिसके कारण कई तरह की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याये हो जाती हैं :

गलत तरीके से ब्रेस्टफीडिंग कराने के होते हैं गंभीर नुकसान

अगर आप भी अपने बच्चे को फीड कराते समय किसी भी तरह की गलतियां करती हैं, तो आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि इन गलत आदतों का असर माँ और बच्चे दोनों पर पड़ता है। उल्लेखनीय है कि माँ के स्वास्थ्य पर असर पड़ने से ज़ाहिर सी बात है कि बच्चे का रूटीन गड़बड़ हो जाएगा। इसके अलावा बच्चा ठीक से दूध नहीं पी पाएगा, तो उसका पेट नहीं भरेगा और वह ठीक से आराम भी नहीं कर पाएगा। इतना ही नहीं मां को भी कई तरह की स्वस्थ्य समस्यें हो सकती हैं :

-  यदि मां बच्चे को गलत तरीके से स्तनपान कराती है, तो इससे उसकी निप्पल्स पर घाव भी बन सकते है। जिसके कारण फीड कराने में समस्या भी आ जाती है और दर्द की वजह से कई बार मां बच्चे को दूध पिलाने से बचने लगती हैं। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार इस समस्या को कभी भी बढ़ने न दें। बल्कि ऐसी किसी समस्या के होने पर तुरंत किसी डॉक्टर से इसका इलाज जरूर कराएं।

- बता दें कि अगर निप्पल पर बने हुए घावों का समय रहते इलाज न करवाया जाए, तो इसमें गहरे इंफेक्शन पनपने का डर हो जाता है। आमतौर पर महिलायें इस ओर ध्यान नहीं देती हैं। इन घावों को नार्मल समझना उनकी सबसे बड़ी गलती होती है। बता दें कि ऐसे घाव अपने आप ठीक नहीं होते हैं। इसके लिए डॉक्टर से संपर्क करना बेहद आवश्यक है। गौरतलब है कि अगर बच्चा इंफेक्शन के बीच फीड करता है, तो उसके मुंह में भी इंफेक्शन हो सकता है। हालाँकि अधिकतर महिलायें इस बड़ी गलती से अनभिज्ञ होती हैं।

- कई बार स्तन में सूजन के कारण भी भी महिला को दर्द की अनुभूति होती है।जिसे मैस्टाइटिस खा जाता है। बता दें इसमें स्तनों में दर्द काफी बढ़ जाने के कारण मान बच्चे को फीड तक नहीं करा पाती है। उल्लेखनीय है कि ये समस्या ज्यादातर महिलाओं को मां बनने के बाद शुरू के तीन महीने में ही होती है। आपको बता दें कि स्तन में इस समस्या के होने पर सिर्फ दर्द ही नहीं तेज़ बुखार भी हो सकता है.

( इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। newstrack .com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही इस पर अमल करें.)


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